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    सीतामढ़ी में पत्रकार से बदसलूकी मामले में सब इंस्पेक्टर ऋचा कुमारी को नगर थाने से हटाने का आदेश जारी

    सीतामढ़ी में पत्रकार से बदसलूकी मामले में सब इंस्पेक्टर ऋचा कुमारी को नगर थाने से हटाने का आदेश जारी






    We News 24 Hindi / रिपोर्टिंग सूत्र पवन साह  / एडिट दीपक कुमार 


    सीतामढ़ी :-बिहार के सीतामढ़ी  में एक पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार के मामले को लेकर जिला पुलिस प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित पुलिस अधिकारी को हटाने का आदेश जारी किया है। यह मामला एक निजी चैनल के पत्रकार केशव आनंद के साथ हुए दुर्व्यवहार से जुड़ा है, जिसमें पुलिस अवर निरीक्षक (पुअनि) रिचा कुमारी पर आरोप लगाए गए हैं।


    मामले की मुख्य बातें:

    1. घटना: पत्रकार केशव आनंद के परिवार से जुड़ी एक मानवीय भूल को लेकर पुअनि रिचा कुमारी ने अनधिकृत रूप से उनके घर में प्रवेश किया और परिवार के साथ दुर्व्यवहार किया। इसके अलावा, केशव आनंद को गिरफ्तार कर लगभग दो घंटे तक नगर थाना में नाजायज हिरासत में रखा गया।







    1. पत्रकारों की शिकायत: इस घटना के बाद, सीतामढ़ी प्रेस क्लब के पत्रकारों ने एसपी अमित रंजन से मुलाकात की और घटना की जानकारी दी। पत्रकारों ने इस मामले को गंभीरता से लेने और निष्पक्ष जांच की मांग की।


    1. एसपी की कार्रवाई: एसपी अमित रंजन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से पुअनि रिचा कुमारी को नगर थाना से हटाने का आदेश जारी किया। एसपी ने कहा कि निष्पक्ष जांच के लिए यह कदम उठाया गया है और जांच पूरी होने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।





    1. प्रेस क्लब की प्रतिक्रिया: प्रेस क्लब के सचिव आदित्यानंद आर्य ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस घटना की निंदा की और पुलिस प्रशासन की कार्रवाई की सराहना की। उन्होंने कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना जरूरी है।


    जांच और आगे की कार्रवाई:

    • एसपी अमित रंजन ने स्पष्ट किया कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और यदि पुअनि रिचा कुमारी पर लगाए गए आरोप सही पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

    • पत्रकारों ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई के लिए पुलिस प्रशासन की सराहना की, लेकिन यह भी मांग की कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।






    यह घटना पुलिस और मीडिया के बीच संबंधों को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। पुलिस अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी कार्रवाई कानून के दायरे में हो और किसी भी व्यक्ति के साथ दुर्व्यवहार न हो। इस मामले में एसपी की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन यह जरूरी है कि जांच पारदर्शी तरीके से की जाए और दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाए। पत्रकारों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना एक लोकतांत्रिक समाज के लिए अत्यंत आवश्यक है। 

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