दिल्ली सरकारी स्कुल गैस लिक घटना में 28 स्टूडेंट्स बीमार का जिम्मेदार कौन ? एमसीडी या रेलवे
We News 24 Digital News» रिपोर्टिंग सूत्र / विवेक श्रीवास्तव
दिल्ली :- के नरयाणा में एक सरकारी स्कूल में कथित गैस लीक की घटना के बाद 28 स्टूडेंट्स बीमार पड़ गए. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. दो स्टूडेंट्स की हालत गंभीर है, जिन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ी.एमसीडी ने गैस लीक का आरोप रेलवे पर लगाया है. एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने दावा किया कि स्कूल के पास से गुजर रही ट्रेन से गैस लीक हुई, जिससे स्टूडेंट्स बीमार पड़ गए. रेलवे ने इससे इनकार किया और दावा किया कि घटना के समय स्कूल के पास से ऐसी कोई ट्रेन नहीं गुजरी. स्टूडेंट्स से मिलने अस्पताल पहुंचे बीजेपी के एक नेता ने एमसीडी से जांच की मांग की.
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दिल्ली नगर निगम की तरफ से जारी बयान में दावा किया गया है कि गैस लीक पास के ही रेलवे ट्रैक पर हुआ. रेलवे ने इसका खंडन किया है. एक बयान जारी कर रेलवे ने कहा कि किसी भी स्टेशन से गैस लीक की कोई रिपोर्ट नहीं आई है. रेलवे ने यह भी साफ किया कि वैगन में जहरीली गैस का ट्रांसपोर्टेशन नहीं किया जाता है. खासतौर पर जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो. कथित गैस लीक के बाद बीमार पड़े स्टूडेंट्स में 19 को आरएमएल अस्पताल और 9 को आचार्य भिक्षुक अस्पताल में भर्ती कराया गया.
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पांच स्टूडेंट्स निगरानी में, देखभाल के लिए मौजूद शिक्षक
दिल्ली नगर निकाय ने कहा कि शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती कराए गए कई स्टूडेंट्स को डिस्चार्ज कर दिया गया है. एक स्टूडेंट अभी भी अस्पताल में है, बयान में कहा गया है कि उसे पहले से ही कोई पुरानी समस्या है. इनके अलावा पांच स्टूडेंट्स निगरानी में रखे गए हैं. उनकी देखभाल के लिए एक शिक्षक ने पूरी रात अस्पताल में गुजार दी. इस बीच खबर यह भी आई की बीमार पड़े स्टूडेंट्स के परिवार को इस बारे में जानकारी नहीं दी गई. स्टूडेंट्स ने कहा कि दुर्गंध के कारण उन्हें पेट में दर्द और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी.
दिल्ली पुलिस ने बताया कि उन्हें इंद्रपुरी के निगम प्रतिभा विद्यालय में कुछ स्टूडेंट्स के बीमार पड़ने की जानकारी मिली थी. शुरुआती जांच से पता चला कि स्टूडेंट्स अपने क्लास में थे, जहां दुर्गंध भर गई, जिससे स्टूडेंट्स के सिर, पेट में दर्द होने लगा. कुछ स्टूडेंट्स को उल्टी होने लगी. एक अधिकारी ने कहा कि गंध के स्रोत का पता लगाने के लिए परिसर की आगे की जांच की जा रही है. अधिकारी ने बताया कि पास में एक रेलवे ट्रैक है. हालांकि, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि गंध कहां से आई.
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गैस कहां से आई? एमसीडी कर रही जांच
एक स्टूडेंट के पिता ने बताया, ‘स्कूल जाने पर पता चला कि बच्चों को आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एक अन्य परिवार ने कहा कि जब उन्हें घटना के बारे में पता चला तो वे पास के ही अस्पताल पहुंचे और जानकारी ली.’ फिर एक शख्स ने उन्हें आरएमएल अस्पताल और दूसरे अस्पताल के बारे में बताया. आप नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि डॉक्टरों की शुरुआती जांच में फूड पॉइजनिंग की आशंका से इनकार किया गया है. उन्होंने बताया कि गैस कहां से आई, इसका पता लगाया जा रहा है. स्कूल में इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं है जिससे गैस लीक हो. उन्होंने स्थानीय लोगों के हवाले से कहा कि पास से ही ट्रेन गुजर रही थी और हो सकता है कि गैस वहीं वैगन से लीक हुई हो. एमसीडी की एक टीम इस मामले की जांच कर रही है.
गैस लीक का पता लगाएगी फॉरेंसिक टीम
रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि ट्रेन वैगन कभी भी किसी जहरीली गैस का ट्रांसपोर्टेशन नहीं करते हैं जिससे स्वास्थ्य को कोई खतरा हो. उन्होंने बताया कि किसी भी स्टेशन से गैस लीक कोई घटना सामने नहीं आई. जिस समय की घटना बताई जा रही है उस समय वहां से कोई भी गैस ट्रांसपोर्टेशन वाली ट्रेन नहीं गुजरी. इस बीच दिल्ली मेयर ओबेरॉय ने बताया कि दिल्ली क्राइम ब्रांच की फॉरेंसिक टीम स्कूल का दौरा करेगी और जांच पड़ताल कर वे अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे. एमसीडी ने कहा कि अधिकारियों को घटना की जांच करने और गैस रिसाव के कारण और स्रोत का पता लगाने का निर्देश दिया गया है.
दिल्ली बीजेपी ने जांच की मांग की
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा भी आरएमएल अस्पताल पहुंचे. स्टूडेंट्स से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि न तो छात्र और न ही शिक्षक यह बता पा रहे हैं कि घटना कैसे हुई, और नगर निकाय को मामले की जांच करनी चाहिए. स्टूडेंट्स से बातचीत के आधार पर बीजेपी नेता ने कहा कि स्टूडेंट्स क्लास में थे जब तेज दुर्गंध आई और कुछ बेहोश हो गए, कुछ उल्टियां होने लगी. मामले की जांच की जानी चाहिए.
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