लोकसभा की सुरक्षा में कैसे लगी सेंध? स्मोक क्रैकर से दहला देश, जांच में जुटी पुलिस
We News 24 Digital News» रिपोर्टिंग सूत्र / ब्यूरो रिपोर्ट
नई दिल्ली। संसद भवन पर दुस्साहसिक आतंकी हमले की बरसी वाले दिन 13 दिसंबर को ही लोकसभा और संसद परिसर के बाहर बड़ी सुरक्षा चूक का मामला सामने आया। दोपहर लगभग एक बजे लोकसभा में दर्शक दीर्घा से दो युवक सागर शर्मा व मनोरंजन डी.सदन के भीतर कूदे और उन्होंने जूतों में छिपाकर ले जाए गए एक कलर स्मोक क्रैकर के जरिये हल्के पीले रंग का धुआं उड़ाकर पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। लगभग उसी समय संसद भवन की बाउंड्री के ठीक बाहर परिवहन भवन के सामने एक युवक अमोल शिंदे और नीलम नामक युवती ने नारेबाजी के साथ लगभग वैसा ही रंगीन धुआं उड़ाया।गौरतलब हो संसद पर 13 दिसंबर 2001 आंतकवादी हमले हुए थे .
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योजना सावधानी पूर्वक बनाई गई
अमोल महाराष्ट्र के लातूर और नीलम हरियाणा के जींद की रहने वाली है। जबकि सागर लखनऊ और मनोरंजन मैसुरु का रहने वाला है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि ये घटनाएं अच्छी तरह से समन्वित हैं और इनकी योजना सावधानी पूर्वक बनाई गई थी। इन्हें छह आरोपितों ने अंजाम दिया, जिनमें से पांच को पकड़ लिया गया है। उनके खिलाफ धारा-120बी और यूएपीए के तहत कार्रवाई हो रही है। माना जा रहा है कि इस घटना के तार कुछ ज्यादा लंबे हो सकते हैं।
मैसुरु के सांसद प्रताप सिम्हा की सिफारिश पर बना पास
लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। सीआरपीएफ के महानिदेशक (डीजी) अनीश दयाल सिंह की अध्यक्षता वाली जांच समिति में अन्य सुरक्षा एजेंसियों के सदस्य और विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। सदन के भीतर कूदने वाले दोनों युवकों सागर शर्मा और मनोरंजन ने मैसुरु के सांसद प्रताप सिम्हा की सिफारिश पर दर्शक दीर्घा में प्रवेश के लिए पास बनवाए थे। इन्हें लगभग एक दर्जन सांसदों ने घेरकर पकड़ा, थोड़ी पिटाई भी की और फिर सुरक्षाकर्मियों को सौंप दिया।
एक साथी बना रहा था वीडियो
यह पूरी घटना किस तरह से योजनाबद्ध की गई थी इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि लगभग उसी समय संसद भवन के बाहर नीलम ने नारेबाजी की और उसके दूसरे साथी ने कलर स्मोक क्रैकर फोड़ा। उस समय वहां उनका कोई और साथी भी मौजूद था जो वीडियो बना रहा था। बताया जा रहा है कि उनका वह साथी ललित झा था, उसे पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस की टीमों को विभिन्न स्थानों पर भेजा गया है। उसने वीडियो को इंस्टाग्राम पर अपलोड भी कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, एक आरोपित विक्रम है जिसे गुरुग्राम से हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने विक्रम की पत्नी को भी हिरासत में लिया है।
चार वर्षों से एक दूसरे को जानते हैं आरोपित
आरोपित अमोल शिंदे से पूछताछ में पता चला है कि सभी छह आरोपित इंटरनेट मीडिया के जरिये पिछले चार वर्षों से एक दूसरे को जानते हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया, 'उनकी विचारधारा एक ही है और इसलिए उन्होंने सरकार को संदेश देने का फैसला किया। अमोल ने बताया कि उसने महाराष्ट्र के कल्याण से लगभग 1,200 रुपये में पांच कलर स्मोक क्रैकर खरीदे थे। केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह की अध्यक्षता वाली समिति सुरक्षा में सेंध के कारणों का पता लगाने के साथ ही खामियों की पहचान करेगी। समिति आगे की कार्रवाई की सिफारिश करेगी।
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