नई दिल्ली रेलवे स्टेशन मची भगदड़: महाकुंभ जाते समय हुई घटना ,15 लोगो की मौत,10 लोग घायल
We News 24 Hindi / अमित मेहलावत
नई दिल्ली :- रेलवे स्टेशन पर महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं के बीच हुई भगदड़ की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना न केवल दुखद है, बल्कि इसने रेलवे प्रशासन और सरकार की तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 पर हुई इस भगदड़ में 3 बच्चों सहित 15 लोगों की मौत हो गई और 10 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
भगदड़ की इस दर्दनाक घटना पर कांग्रेस ने गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से पोस्ट कर कहा कि महाकुंभ जा रहे श्रद्धालुओं की मृत्यु बेहद पीड़ादायक है। कांग्रेस परिवार ने पीड़ित परिवारों के प्रति सहानुभूति जताते हुए ईश्वर से शोकाकुल परिवारों को संबल और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना की है। साथ ही, कांग्रेस ने मोदी सरकार से मांग की है कि मृतकों के पार्थिव शरीर उनके परिजनों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए और घायलों को उचित व बेहतर इलाज मुहैया कराया जाए। इस घटना ने न केवल सभी को भावुक कर दिया है, बल्कि रेलवे प्रशासन और सरकार की तैयारियों पर भी सवाल उठा दिए हैं।
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भगदड़ की घटना के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य के लिए NDRF की टीम मौके पर पहुंच गई। परिवहन रेंज के ज्वाइंट पुलिस आयुक्त विजय सिंह भी हालात का जायजा लेने के लिए देर रात 12:50 बजे स्टेशन पहुंचे।रेलवे प्रशासन और सुरक्षाकर्मी तुरंत मौके पर पहुंचे, और राहत कार्य में 4 दमकल गाड़ियों को तैनात किया गया। घायलों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन के दौरान इतनी बड़ी संख्या में लोगों का प्रयागराज पहुंचना अपेक्षित था, लेकिन इस हादसे ने रेलवे की तैयारियों और भीड़ नियंत्रण की व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस भगदड़ में मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि घटना के समय स्टेशन पर कोई आरपीएफ या पुलिस मौजूद नहीं थी, जबकि भारी भीड़ जमा थी। प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें उनके एक रिश्तेदार को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह बयान प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े करता है। महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन के दौरान रेलवे स्टेशन पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था न होने से यह दुखद हादसा हुआ। NDRF की टीम राहत कार्यों में जुटी हुई है, लेकिन इस घटना से रेलवे और प्रशासन की गंभीर लापरवाही उजागर हो रही है। घटना ने एक बार फिर से भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव: रेल मंत्री ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। उन्होंने महाकुंभ के लिए दिल्ली से 4 स्पेशल ट्रेनें चलाने का ऐलान किया।
घटना का विवरण:
स्थान: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15।
समय: रात करीब 9:55 बजे।
कारण: प्रयागराज जाने वाली दो ट्रेनों के अचानक रद्द होने के कारण यात्रियों में भगदड़ मच गई। इसके अलावा, प्लेटफॉर्म पर भारी भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था की कमी ने स्थिति को और बिगाड़ दिया।
पीड़ित: 15 लोगों की मौत हुई, जिनमें 3 बच्चे भी शामिल हैं, और 10 से अधिक लोग घायल हुए हैं। कुछ महिलाएं बेहोश हो गईं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सवाल और जिम्मेदारी:
इस घटना ने कई सवाल खड़े किए हैं:
भीड़ प्रबंधन: रेलवे स्टेशन पर इतनी भीड़ होने के बावजूद पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था क्यों नहीं थी?
ट्रेनों का रद्द होना: प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों को अचानक क्यों रद्द किया गया? क्या इसकी पूर्व सूचना यात्रियों को दी गई थी?
आपातकालीन प्रतिक्रिया: घटना के बाद आपातकालीन सेवाओं की प्रतिक्रिया कितनी तेज और प्रभावी थी?
आगे की कार्रवाई:
जांच: रेलवे अधिकारी इस घटना की जांच कर रहे हैं कि ट्रेनें क्यों रद्द की गईं और क्या पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई थीं।
हेल्पलाइन: प्रभावित यात्रियों के लिए विशेष हेल्पलाइन नंबर जारी किए जा सकते हैं।
सुरक्षा उपाय: भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता है।
यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि बड़े आयोजनों और त्योहारों के दौरान यातायात और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता है। सरकार और रेलवे प्रशासन को इस घटना से सबक लेते हुए भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
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