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    IPL के संस्थापक ललित मोदी ने ली वनातु की नागरिकता, भारत लाना हुआ और मुश्किल!

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    हाईलाइट्स:

     ललित मोदी ने भारत की नागरिकता छोड़ वनातु की नागरिकता हासिल कर ली। वनातु में $1.30 लाख का निवेश कर आसानी से नागरिकता मिल जाती है।

    विदेश मंत्रालय ने कहा- "भारतीय कानूनों के तहत मोदी को स्वदेश लाने की कोशिश जारी रहेगी"।

     ललित मोदी 2010 से भारत से फरार, मनी लॉन्ड्रिंग और फेमा उल्लंघन के आरोप।

     विजय माल्या, नीरव मोदी, और मेहुल चोकसी की तरह ललित मोदी का प्रत्यर्पण भी चुनौतीपूर्ण।






    We News 24 Hindi / दीपक कुमार 


    नई दिल्ली :- ललित मोदी, जो इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के संस्थापक और पूर्व उद्योगपति हैं, ने वनातु की नागरिकता हासिल कर ली है। यह कदम उनके लिए भारत वापस लाने की प्रक्रिया को और जटिल बना सकता है। ललित मोदी पर भारत में कई आर्थिक अपराधों के आरोप लगे हैं, जिसके बाद वह 2010 में देश छोड़कर चले गए थे।




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    विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि ललित मोदी ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग को भारतीय नागरिकता छोड़ने का आवेदन भेजा है। सरकार इस आवेदन पर कानूनी प्रक्रिया के अनुसार निर्णय लेगी। हालांकि, भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह ललित मोदी को भारत वापस लाने की कोशिशों को जारी रखेगी।



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    वनातु, जो प्रशांत महासागर में स्थित एक छोटा द्वीपीय देश है, ने ललित मोदी को अपनी नागरिकता प्रदान की है। वनातु की नागरिकता प्राप्त करने के लिए निवेश आधारित योजना है, जिसमें लगभग 1.30 लाख डॉलर का निवेश करना होता है। यदि पति-पत्नी दोनों नागरिकता लेते हैं, तो निवेश राशि में छूट मिलती है।




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    ललित मोदी पर भारत में हेराफेरी, मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) का उल्लंघन करने के आरोप हैं। उन्होंने 2010 में भारत छोड़ दिया था और तब से वह विदेश में रह रहे हैं। उनके अलावा, विजय माल्या, मेहुल चोकसी और नीरव मोदी जैसे अन्य उद्योगपति भी आर्थिक अपराधों के आरोपों के बाद भारत छोड़कर विदेश चले गए हैं। इनमें से किसी को भी अब तक भारत वापस लाने में सफलता नहीं मिली है।


    भारत सरकार ने इन मामलों में कानूनी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने और इन व्यक्तियों को देश वापस लाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की मांग की है। हालांकि, यह प्रक्रिया काफी जटिल और समय लेने वाली साबित हो रही है। 


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