मणिपुर में दो साल बाद फ्री ट्रैफिक मूवमेंट शुरू, पहले दिन ही भड़की हिंसा।, बसों और गाड़ियों में लगाई आग
हाईलाइट्स:
✅ मणिपुर में दो साल बाद फ्री ट्रैफिक मूवमेंट शुरू, पहले दिन ही भड़की हिंसा।
✅ कुकी समुदाय के विरोध के कारण बसों और गाड़ियों पर हमले, सड़कों को ब्लॉक किया गया।
✅ सुरक्षाबलों ने हालात काबू में करने के लिए लाठीचार्ज और आंसूगैस के गोले दागे।
✅ पैलेट गन के इस्तेमाल की संभावना, कई प्रदर्शनकारी घायल, पुलिस की आधिकारिक पुष्टि बाकी।
✅ गृह मंत्री अमित शाह ने ट्रैफिक बहाल करने के निर्देश दिए, अवरोध करने वालों पर सख्त कार्रवाई के आदेश।
✅ मणिपुर के मुख्य सचिव का बयान – "सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास जारी।"
We News 24 Hindi / मिडिया रिपोर्ट
मणिपुर:- में कुकी और मैतेई समुदायों के बीच तनाव के बीच, दो साल बाद फ्री ट्रैफिक मूवमेंट शुरू किया गया था। हालांकि, इसके पहले दिन ही हिंसा भड़क गई, जिसमें सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। यह घटना इंफाल, विष्णुपुर, कांगपोकपी, सेनापति और चुराचांदपुर को जोड़ने वाली सड़कों पर हुई, जहां कुकी समुदाय के लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
हिंसा की घटनाएं:
प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर पत्थर बिछाकर और पेड़ काटकर आवाजाही को रोकने की कोशिश की।
उन्होंने वाहनों को रोक दिया और कई बसों और कारों में आग लगा दी।
सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे।
प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी की, जिससे सैकड़ों लोग घायल हो गए।
पैलेट गन के इस्तेमाल की भी खबरें हैं, हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
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सुरक्षा व्यवस्था:
सरकारी बसों को सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस बल की सुरक्षा में चलाया जा रहा है।
प्रशासन ने रेड जोन वाले इलाकों में सुरक्षाबलों की तैनाती की है।
मणिपुर के मुख्य सचिव पीके सिंह ने कहा कि सार्वजनिक आवागमन में बाधा डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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केंद्रीय गृहमंत्री का हस्तक्षेप:
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 1 मार्च को मणिपुर के हालात पर समीक्षा बैठक की थी। उन्होंने सभी सड़कों पर बेरोकटोक आवाजाही सुनिश्चित करने और सड़कों को ब्लॉक करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
मुख्य सचिव का बयान:
मणिपुर के मुख्य सचिव पीके सिंह ने कहा कि प्रदेश में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि 12 मार्च से इंफाल और चुराचांदपुर के बीच हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू की जाएंगी।
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निष्कर्ष:
मणिपुर में हिंसा की यह घटना राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने की चुनौतियों को उजागर करती है। सरकार और प्रशासन को समुदायों के बीच तनाव को कम करने और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। साथ ही, सभी हितधारकों के साथ संवाद बढ़ाकर शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने की दिशा में काम करना होगा।
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