उत्तराखंड में बर्फबारी और हिमस्खलन से जनजीवन ठप, 22 लोग अब भी लापता; हाईवे बंद, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
We News 24 Hindi / किशन सिंह वोहरा
चमोली :- उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में लगातार हो रही बर्फबारी और हिमस्खलन ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। राज्य के कई जिलों में सड़कें बंद हो गई हैं, और कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी की है, जिससे स्थिति और गंभीर होने की आशंका है।
मौसम की स्थिति और चेतावनी
- बारिश और बर्फबारी: शनिवार को देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, नैनीताल और चंपावत में बारिश की संभावना है। 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी हो सकती है। 
- हिमस्खलन की चेतावनी: उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में हिमस्खलन का खतरा बना हुआ है। चमोली जिले में इसका सबसे ज्यादा खतरा है। 
हिमस्खलन और बर्फबारी से प्रभावित क्षेत्र
- चमोली जिला: माणा क्षेत्र में हुए हिमस्खलन से बीआरओ के कैंप को नुकसान पहुंचा है। इस घटना में 57 मजदूर फंसे हुए थे, जिनमें से 33 को सुरक्षित निकाल लिया गया है, लेकिन 22 अभी भी लापता हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
- गंगोत्री हाईवे: गंगनानी से आगे आवाजाही ठप है। डबरानी में हिमस्खलन के कारण सड़क बंद हो गई है। 
- बदरीनाथ, औली, जोशीमठ, मलारी और गोपेश्वर: इन क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के कारण सड़कें बंद हैं। गोपेश्वर के 40 से अधिक गांव हिमाच्छादित हो गए हैं। 
- यमुनोत्री और गंगोत्री धाम: यमुनोत्री में तीन फीट और गंगोत्री में चार फीट तक बर्फबारी हुई है। 
बंद सड़कें और प्रभावित क्षेत्र
- गोपेश्वर चोपता हाईवे: धौतीधार से आगे बर्फ के कारण बंद है। 
- औली-जोशीमठ मोटर मार्ग: कवांड बैंड से आगे चार किमी क्षेत्र में बंद है। 
- नीति-मलारी हाईवे: भापकुंड से आगे बंद है। 
- बदरीनाथ हाईवे: हनुमान चट्टी में बर्फबारी के कारण बंद है। 
ये भी पढ़े-मुस्लिम बादशाह का चौंकाने वाला संदेश: इस ईद उल-अजहा (बकरीद) पर कुर्बानी न करने की अपील
रेस्क्यू ऑपरेशन
- चमोली में मौसम साफ होने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन फिर से शुरू किया गया है। सेना और आईटीबीपी की टीमें लापता मजदूरों की तलाश में जुटी हुई हैं। 
- घायलों का इलाज आईटीबीपी हॉस्पिटल माणा में किया जा रहा है। 
अन्य प्रभाव
- बिजली आपूर्ति: गंगा और यमुना घाटी के 48 गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। 
- जनजीवन: बारिश और बर्फबारी के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। ऋषिकेश में भारी बारिश और हवाओं के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 
एम्स ऋषिकेश की तैयारी
- चमोली में हुए हिमस्खलन के बाद एम्स ऋषिकेश ने हेली एंबुलेंस और एयर स्टाफ को 24 घंटे तैनात रहने के निर्देश दिए हैं। ट्रामा विशेषज्ञों की टीम को भी तैयार रखा गया है। 
उत्तराखंड में जारी बर्फबारी और हिमस्खलन ने राज्य के पर्वतीय इलाकों में जनजीवन को ठप कर दिया है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, लेकिन मौसम की खराब स्थिति के कारण राहत कार्यों में बाधा आ रही है। आने वाले दिनों में मौसम और खराब होने की संभावना है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है। प्रशासन और रेस्क्यू टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं, लेकिन लोगों को सतर्क रहने और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करने की सलाह दी जा रही है।
 
 
कोई टिप्पणी नहीं
कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद