Header Ads

ad728
  • Latest Stories

    मुंबई पुलिस और CBI अधिकारी बनकर 32 लाख की ठगी: पटना का हैरान कर देने वाला साइबर फ्रॉड केस

    मुंबई पुलिस और CBI अधिकारी बनकर 32 लाख की ठगी: पटना का हैरान कर देने वाला साइबर फ्रॉड केस




    📲  वी न्यूज 24 को फॉलो करें और हर खबर से रहें अपडेट!

    👉 ताज़ा खबरें, ग्राउंड रिपोर्टिंग, और निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए जुड़ें हमारे साथ।

     रिपोर्ट: अमिताभ मिश्रा | स्थान: /पटना 


    पटना, बिहार – साइबर ठगों ने एक बार फिर अपनी चालाकी से एक युवक को शिकार बनाया। इस बार ठगों ने मुंबई पुलिस और सीबीआई अधिकारी का रूप धरकर 32 लाख रुपये की ठगी की। पीड़ित की शिकायत पर साइबर थाने में मामला दर्ज किया गया है, और पुलिस जांच में जुटी हुई है। यह पूरा मामला सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे ।  


    कैसे हुई ठगी? पूरी कहानी  


    1. फोन आया, धमकी मिली – "आपका नंबर ब्लॉक होगा!"  

    - पीड़ित युवक के पास एक अनजान नंबर से कॉल आया।  

    - कॉलर ने दावा किया कि उसके नंबर से लड़कियों को परेशान किया जा रहा है और यह मनी लॉन्ड्रिंग केस से जुड़ा है।  

    - उसे दो घंटे के अंदर मुंबई साइबर अपराध थाने में शिकायत दर्ज कराने को कहा गया ।  



    ये भी पढ़े-भारत ने पाकिस्तान के राजनयिक को किया निष्कासित, 24 घंटे में देश छोड़ने का आदेश



    2. "मुंबई आना मुश्किल है?" – फिर क्या हुआ?

    - जब पीड़ित ने मुंबई जाने में असमर्थता जताई, तो कॉल को मुंबई साइबर क्राइम शाखा से जोड़ दिया गया।  

    - एक युवती ने बात की और दावा किया कि उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है ।  


    3. व्हाट्सएप कॉल और फर्जी पुलिस लोगो का इस्तेमाल  

    - ठगों ने व्हाट्सएप कॉल की और अपने प्रोफाइल पिक्चर में मुंबई पुलिस का लोगो लगाया।  

    - एक अन्य व्यक्ति ने खुद को CBI अधिकारी बताया और वीडियो कॉल पर पूछताछ शुरू की ।  


    4. "बैंक अकाउंट वेरिफिकेशन" के नाम पर ठगी  

    - पीड़ित से बैंक डिटेल्स और OTP शेयर करने को कहा गया।  

    - 32 लाख रुपये उसके खाते से दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए गए।  

    - ठगों ने "सत्यापन के बाद पैसा वापस मिल जाएगा" का झूठा भरोसा दिलाया, लेकिन फिर उनके नंबर बंद हो गए ।  


    ये भी पढ़े-जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़, 3 आतंकी ढेर


    साइबर ठगी से बचने के लिए क्या करें?  

    1. अनजान नंबरों पर विश्वास न करें – पुलिस/सीबीआई कभी फोन पर बैंक डिटेल्स नहीं मांगती।  

    2. OTP किसी के साथ शेयर न करें – बैंक या सरकारी अधिकारी OTP नहीं पूछते।  

    3. वीडियो कॉल में पुलिस यूनिफॉर्म वालों पर संदेह करें – ठग अक्सर फर्जी पृष्ठभूमि का उपयोग करते हैं ।  

    4. तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन (1930) पर शिकायत करें।  


    पुलिस कार्रवाई और जांच  

    - पीड़ित ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।  

    - पुलिस बैंक ट्रांजेक्शन और फर्जी नंबरों की जांच कर रही है ।  


    यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि साइबर ठग **नए-नए तरीकों से लोगों को फंसा रहे हैं। "डिजिटल अरेस्ट" और फर्जी पुलिस कॉल जैसी चालें आम होती जा रही हैं। सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करें ।  





    कोई टिप्पणी नहीं

    कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद

    Post Top Ad

    ad728

    Post Bottom Ad

    ad728