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    दिल्ली कैब ड्राइवर की चाकू से हत्या: सनसनीखेज वारदात से दहशत, पुलिस जांच में जुटी

    दिल्ली कैब ड्राइवर की चाकू से हत्या: सनसनीखेज वारदात से दहशत, पुलिस जांच में जुटी



    📝We News 24 :डिजिटल डेस्क » संवाददाता,काजल कुमारी 

    प्रकाशित: 29 अक्टूबर 2025


    नई दिल्ली। रात के अंधेरे में सड़क पर अपनी आजीविका चलाने वाला एक साधारण कैब ड्राइवर, जो सुबह परिवार को रोटी खिलाने का सपना देख रहा था, अचानक चाकू की चमक में घिर जाता है। मनीष की हत्या रणहौला इलाके में हुई, जहां हमलावर ने कई वार किए और भाग निकला। पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है, लेकिन हत्यारों का सुराग अभी तक नहीं लगा। यह सिर्फ एक मौत नहीं, बल्कि उन हजारों कैब ड्राइवरों की चिंता है जो रातों को सड़कों पर अकेले घूमते हैं—एक गलत मोड़, एक छोटा विवाद, और जीवन खत्म। दिल्ली की चमक-दमक के पीछे ऐसी स्याह कहानियां छिपी हैं, जो हमें सोचने पर मजबूर करती हैं: कब तक ये 'सनसनीखेज' खबरें बनती रहेंगी?


    राजधानी दिल्ली के रणहौला थाना क्षेत्र में एक कैब चालक की चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई, जिससे इलाके में दहशत फैल गई है। मृतक की पहचान मनीष के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। यह वारदात दिल्ली में बढ़ते अपराधों की एक और कड़ी है, जहां कैब ड्राइवरों की सुरक्षा एक बड़ा सवाल बन चुकी है। नीचे हम इस घटना का संक्षिप्त AI-जनित सारांश (ह्यूमन टच के साथ) और गहन अपराध-विश्लेषण प्रस्तुत कर रहे हैं।

     

    अपराध-विश्लेषण

    जागरण न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, 29 अक्टूबर 2025 को दोपहर 12:19 बजे अपडेट हुई इस घटना में रणहौला थाना क्षेत्र में कैब चालक मनीष पर अज्ञात हमलावरों ने चाकू से कई वार किए। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने इलाके में सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है, और फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य संग्रह किए हैं। फिलहाल हत्या का मकसद स्पष्ट नहीं है—यह लूट, पुरानी रंजिश या रोड रेज हो सकता है। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि संदिग्धों की तलाश में छापेमारी जारी है, और मनीष के परिवार से पूछताछ हो रही है।


    दिल्ली में कैब ड्राइवरों पर बढ़ते हमले:


    हालिया घटनाएं: अक्टूबर 2025 में ही किशनगढ़ में कैब ड्राइवर नितेश खत्री की हत्या ढाई साल पुरानी रंजिश के बदले में हुई, जहां दो बेरोजगार युवकों ने चाकू से वार किए। इसी तरह, मई 2025 में इंद्रलोक से बुकिंग के बाद ड्राइवर इसराफिल की हत्या रूट विवाद में हो गई। ये घटनाएं दिखाती हैं कि छोटे विवाद घातक रूप ले लेते हैं।

    सुरक्षा की चुनौतियां: दिल्ली में 1 लाख से अधिक कैब ड्राइवर हैं, लेकिन GPS ट्रैकिंग और इमरजेंसी बटन जैसी सुविधाएं अपर्याप्त हैं। रोड रेज केस 2024-25 में 20% बढ़े हैं, और रात की शिफ्ट में हमले दोगुने। विशेषज्ञों का कहना है कि पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाने और ऐप-बेस्ड कैब कंपनियों पर सख्ती जरूरी।

    जनाक्रोश: सोशल मीडिया पर #JusticeForManish ट्रेंड कर रहा है, जहां ड्राइवर यूनियन ने विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है। परिवार ने आरोप लगाया कि मनीष रात 11 बजे ड्यूटी से लौट रहे थे जब हमला हुआ।


    यह घटना दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ी करती है। क्या पुलिस जल्द आरोपी पकड़ पाएगी, या यह खबरों की सुर्खियों तक सीमित रह जाएगी?

    आप क्या सोचते हैं—कैब ड्राइवरों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठने चाहिए? कमेंट्स में अपनी राय साझा करें! 

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