चीन ने बनाई ब्रह्मोस को टक्कर देने के लिए मिसाइल
अंतर्राष्ट्रीय/समाचार
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नई दिल्ली : भारत देश बेहतरीन और ताकतवर मिसाइल सिस्टम ब्रह्मोस के सीक्रेट नहीं जान पाने में असफल पाकिस्तान ने अब दूसरे तरीके से भारत की बराबरी करना चाहता है। वह चीन से ऐसी मिसाइल खरीदने में रूचि दिखा रहा है जो ब्रह्मोस से भी ज्यादा तेज बताई जा रही है। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने एक सुपरसॉनिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है| उस सुपरसॉनिक मिसाइल पाकिस्तान ने खरीदने की इच्छा जाहिर की है।
दरअसल, ब्रह्मोस मिसाइल बनानेवाली कंपनी वह मिसाइल सबको देती नहीं है। इसी साल फरवरी में ब्रह्मोस के बारे में एक प्रवक्ता ने कहा था, 'सिर्फ जिम्मेदारी समझने वाले देशों को यह बेची जाती है। साथ ही उसके भारत और रूस के साथ दोस्ताना संबंध भी होने चाहिए।'
आपको बता दें कि चीन ने इस मिसाइल को वहां की हॉन्गडा कंपनी ने बनाया है। इस सुपरसॉनिक मिसाइल को एचडी-1 नाम दिया गया है। इसे नवंबर में होनेवाले चीन के एयर शो 2018 में दिखाया जाएगा। वेई डोंगजू के मुताबिक, इसमें कम ईंधन की खपत होती है और यह हल्की होने की वजह से तेजी से उड़ती है। ऐसी सुपरसॉनिक मिसाइल काफी कम है। भारत ने जुलाई 2018 में ही सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफल परीक्षण किया था।
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नई दिल्ली : भारत देश बेहतरीन और ताकतवर मिसाइल सिस्टम ब्रह्मोस के सीक्रेट नहीं जान पाने में असफल पाकिस्तान ने अब दूसरे तरीके से भारत की बराबरी करना चाहता है। वह चीन से ऐसी मिसाइल खरीदने में रूचि दिखा रहा है जो ब्रह्मोस से भी ज्यादा तेज बताई जा रही है। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने एक सुपरसॉनिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है| उस सुपरसॉनिक मिसाइल पाकिस्तान ने खरीदने की इच्छा जाहिर की है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पाक -के साथ-साथ कई मध्य एशियाई देशों ने भी इसमें रुचि दिखाई है।
मिसाइल सिस्टम की तारीफ में पेइचिंग के एक मिलिट्री ऐनालिस्ट से जुड़े वेई डोंगजू ने कहा कि ब्रह्मोस मिसाइल इसके मुकाबले ज्यादा महंगी और कम उपयोगी है। बता दें कि ब्रह्मोस को भारत ने रूस के साथ मिलकर तैयार किया है। पाकिस्तान द्वारा नई मिसाइल के लिए चीन का रुख करने की एक और वजह भी है।दरअसल, ब्रह्मोस मिसाइल बनानेवाली कंपनी वह मिसाइल सबको देती नहीं है। इसी साल फरवरी में ब्रह्मोस के बारे में एक प्रवक्ता ने कहा था, 'सिर्फ जिम्मेदारी समझने वाले देशों को यह बेची जाती है। साथ ही उसके भारत और रूस के साथ दोस्ताना संबंध भी होने चाहिए।'
आपको बता दें कि चीन ने इस मिसाइल को वहां की हॉन्गडा कंपनी ने बनाया है। इस सुपरसॉनिक मिसाइल को एचडी-1 नाम दिया गया है। इसे नवंबर में होनेवाले चीन के एयर शो 2018 में दिखाया जाएगा। वेई डोंगजू के मुताबिक, इसमें कम ईंधन की खपत होती है और यह हल्की होने की वजह से तेजी से उड़ती है। ऐसी सुपरसॉनिक मिसाइल काफी कम है। भारत ने जुलाई 2018 में ही सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफल परीक्षण किया था।
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