बिक्रम SHO ऋतुराज की पर लगा अपराधियों से साठगांठ का आरोप , फूटा आम लोगों का गुस्सा, पुलिस के अत्याचार के खिलाफ सड़क पर उतरे लोग
We News 24», बिक्रम, बिहार
बिहटा से वशिष्ट कुमार की रिपोर्ट
पटना: जिले के बिक्रम थानाध्यक्ष ऋतुराज पर फिर लगे गम्भीर आरोप. अभी कुछ दिन पहले ही एक सरकारी कर्मचारी से गाली गलोज का मामला सामने आया स्थानीय लोगो का कहना की दरोगा ऋतुराज का बालू माफिया, शराब माफिया और अपराधियों से साठगांठ है . ये जनता के हित कम अपराधियों का हित ज्यादा करते है .इसलिए बिक्रम में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा पर बड़े अधिकार आंखे मूंदे हुए है , इनके खिलाफ कोई बड़े पुलिस अधिकारी एक्शन क्यू लेते कही ऐसा तो नहीं इनके सर पर किसी बड़े अधिकारी का सरक्षण है .यह एक बड़ा सवाल है .आइये जानते है इनके कारनामो के फेहरिस्त .
थानाध्यक्ष ऋतुराज खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा
आज इनके जुर्म के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। बिक्रम थाना के नजदीक शहीद चौक के पास लोगों ने सड़क जामकर थानेदार के खिलाफ जमकर नारे लगाए। लोगों ने बिक्रम थानेदार ऋतुराज के खिलाफ आरोप लगाया कि थाना प्रभारी का बालू माफिया, शराब माफिया और अपराधियों से रहा है। इसके कारण बिक्रम में अपराध के ग्राफ तेजी से बढ़ा है। शराब माफिया और बालू माफियाओं का यहां बोलबाला है। सड़क जाम के कारण यातायात दोनों तरफ पूरी तरह ठप हो गई और दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी लंबी कतारें लग गई। शहीद चौक के पास सड़क जाम कर रहे लोगों ने खुलेआम आरोप लगाया कि बिक्रम थानेदार ऋतुराज के इलाके में आधा दर्जन से अधिक वारदातें हो चुकी है। इसमें दिना बीघा गोलीबारी कांड, नगहर हत्याकांड, बेलोरो लूट, गोराखरी गोलीबारी, मोरियावा गांव मे हत्या, पड़ियावा गांव में युवक की हत्या, मठबलियारी गांव मे ईश्वरचंद्र नन्हू राय की हत्या शामिल हैं। इसके अलावा थाना से सटे नगहर गांव के चौक पर होटल मालिक सुरेंद्र यादव की हत्या का मामला भी है।
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इन सब के अलावा भी कई मामले यहां आए लेकिन थाना प्रभारी द्वारा अभी तक इन मामलों में कोई कार्रवाई नहीं की गई। लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि बिक्रम थाना प्रभारी यहां हिटलर की भूमिका अदा कर रहे हैं। थाना पर दलालों का अड्डा जमा रहता है और यहां न्याय के लिए पहुंचने वाले लोगों को प्रताड़ित किया जाता है। लोगों ने प्रत्यक्ष उदाहरण देते हुए बताया कि हाल में मोरियामा गांव के अभय कुमार, जो बिहार सरकार के कृषि विभाग के सहायक तकनीक प्रबंधक के रूप में हरनौत ब्लॉक में पदस्थापित हैं, उनके आवास से 19 जुलाई को सरकारी टैब के अलावा एक बाइक चोरी हो गई थी।
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जब वह केस करने थाना गए तो थानेदार द्वारा उनके साथ बदतमीजी की गई थी। थाने में 4 घंटे तक बंधक बनाकर बदतमीजी और गाली गलौज किया गया था। थानेदार ने उन्हें मां-बहन की हजारों गालियां दी गयी थी। जब पीड़ित ने आत्मदाह की धमकी दी तब जाकर केस लिया गया था। इन्हीं सब मामलों से आक्रोशित लोगों ने कहा कि जब तक पुलिस के आला अधिकारी बिक्रम थानेदार पर कार्रवाई नहीं करते हैं, तब तक वे जाम स्थल से नहीं हटेंगे। जाम का नेतृत्व कर रहे बिक्रम कांग्रेस प्रखण्ड अध्यक्ष गुड्डू सिंह ने कहा कि थाना प्रभारी के खिलाफ पूर्व में ही अनुमंडल पदाधिकारी को लिखित आवेदन देकर उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाया था। गुड्डू सिंह ने कहा कि बिक्रम थानाध्यक्षय ऋतुराज सिंह पीड़ित के साथ दुर्व्यवहार व गाली गलौज करते हैं। हाल के दिनों में सरकारी लोक सेवक का सरकारी टैब चोरी हो जाने पर कांड दर्ज कराने गये पीड़ित के साथ दुर्व्यहार सहित अन्य आरोप लगया है। जिसको लेकर स्थानीय विधायक सिद्धार्थ सौरव सहित उनके समर्थकों ने मंगलवार को शहीद चौक पर धरना सहित चक्का जाम का निर्णय लिया है।
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इससे पहले भी गाली देने का लग चुका है आरोप
बिक्रम थाने में 7 जून 2020 को एक लड़की के गायब होने की शिकायत परिजनों ने दर्ज करायी थी। इसी केस के मामले में पीड़िता के भाई ने जब थानेदार से बातचीत की, तब जुबान से बिगड़ैल थानेदार ने उल्टे लड़की के भाई को ही मां-बहन की हजारों गालियां दी थी। इसका ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसके बाद भी पटना पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों ने थानेदार ऋतुराज सिंह पर कोई कार्रवाई नहीं की थी।।
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