आपके आँगन में भी गुजेंगी बच्चे की किलकारियां ,आशा आयुर्वेदा केनैचुरल ईलाज से दूर करे बाँझपन की समस्या
We News 24 Digital News» रिपोर्टिंग सूत्र / एडिटर एंड चीफ दीपक कुमार
नई दिल्ली :- आज के इस आधुनिक दौड़ की दुनिया में लोगो का खान पान लाइफस्टाइल सब बदल गया है. जिसके वजह से लोगो के जीवन कई तरह की स्वास्थ्य सम्बन्धित समस्या उत्पन्न जो जाती है जैसे डायबिटीज,थायराट,हार्ड की बीमारी ,एलर्जी और बाँझपन आज के इस नये युग में बाँझपन की समस्या आम हो गयी है जिसके वजह से कई दम्पति सनातन सुख से वंचित रह जाते है . अपनी जीवन के गाढ़ी कमाई के लाखो रुपया अपने इलाज के ऊपर खर्च करने के बाद भी संतान सुख की प्राप्ति नहीं हो पाती है तो आइये जानते है की इसका क्या समाधान है और आपके आँगन में बच्चे की किलकारियां कैसे गुजेंगी .
देखे डॉ चंचल शर्मा से खास बातचीत ...........
आजकल की लाइफस्टाइल भी समस्या
मां बनना एक महिला के जीवन में सबसे बड़ा सुखमय अनुभव होता है .पर आजकल की लाइफस्टाइल से जुड़ीं कई आदत के वजह से महिलाओं के बांझपन का खतरा बढ़ता ही जा रहा है . दूसरा वजह शरीर में हार्मोनल असंतुलन के कारण महिलाएं इनफर्टिलिटी की शिकार हो जाती हैं. अगर कोई महिला गर्भधारण करने में असमर्थ होती है, तो उसके मन डर और आशंकाएं पैदा होने लगती हैं. इन शंकाओं को दूर करने के लिए जानते हैं आयुर्वेद डॉ चंचल शर्मा से कि कैसे महिलाएं इनफर्टिलिटी की समस्या से निजात पा सकती हैं.
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प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है
डॉ चंचल शर्मा के अनुसार, शरीर में पोषक तत्वों की कमी, शरीर का वजन, शारीरिक या मानसिक तनाव, नशीली दवाओं का प्रयोग आदि करना महिलाओं में प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है. शोध के अनुसार, स्मोकिंग करना भी बांझपन का महत्वपूर्ण कारण बन रहा है. इसके अतिरिक्त, गर्भनिरोधक गोलियों का बार-बार इस्तेमाल करने गर्भधारण करने में परेशानी हो सकती है. ये दवाएं शरीर के प्राकृतिक हार्मोन के उत्पादन में बाधा डालती हैं जिससे गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है. महिलाओं में बांझपन के कई कारण हो सकते हैं.
अगर किसी महिला की फैलोपियन ट्यूब में सेक्सुअली ट्रांस्मिट डिजीज या कोई सर्जरी की वजह से इंफेक्शन हो जाता है... इसके अलावा, एंडोमेट्रियोसिस (वह स्थिति जिसमें महिलाओं को पीरियड्स के दौरान बहुत ज्यादा दर्द होता है) महिलाओं में बांझपन के सबसे सामान्य कारणों में से एक माना जाता है. आजकल की व्यस्त जीवनशैली को देखते हुए स्ट्रेस होना भी आम है. ऐसे में तनाव भी महिलाओं में बांझपन की वजह बन सकता है. पीसीओएस की वजह से भी ज्यादातर महिलाएं बांझपन का शिकार हो रही हैं. इस बीमारी में फैलोपियन ट्यूब में सिस्ट बन जाते हैं जिसके कारण महिलाएं गर्भधारण नहीं कर पाती हैं. यह विकार अंडाशय को अंडे का उत्पादन करने से रोकता है. इसके अलावा, मोटापा और अनियमित पीरियड्स भी महिलाओं में बांझपन का कारण बन रहा हैं. डॉ चंचल शर्मा के अनुसार, महिलाएं अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव कर और आशा आयुर्वेदा के नैचुरल और सफल इलाज से बांझपन को दूर कर सकते है .
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90 फ़ीसदी से भी ज्यादा सफल रेट
डॉक्टर चंचल बताती है आयुर्वेद में बांझपन दूर करने का सफल इलाज आदि काल से चला आ रहा है।आयुर्वेदिक दावा और इलाज का 90 फ़ीसदी से भी ज्यादा सफल रेट है, अगर बात करे गूगल की तो आईवीएफ (IVF) का सफल रेट मात्र 30 प्रतिशत है।
हर महिला जीवन का सबसे बड़ी खुशी होती है मां बनना
लेकिन आज बहुत से विवाहित जोड़े ऐसे है जो संतान सुख से वंचित है, आज भारत में कुछ आबादी ऐसे है बांझपन का शिकार है, जिसकी वजह से उनकी गोद और घर का आँगन सुना है। वह संतान सुख की प्राप्ति के लिए मेहेंगे से मेहेंगे एलॉपैथी इलाज जैसे आई वी एफ, आई यू आई करवा चुके है, लेकिन इतनी कोशिशों और पैसे व्यर्थ करने के बाद भी कोई फायदा नहीं हुआ .अगर आप आई वी एफ जैसे इलाज करवा कर थक चुके है तो आप एक बार आयुर्वेद का रास्ता जरुर चुने आयुर्वेद का नाम सुनने में थोड़ा अटपटा जरुर लगता है की आयुर्वेद से बाँझपन का इलाज कैसे संभव है तो इसी का जबाब है आशा आयुर्वेदा जिसने नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया है। आशा आयुर्वेदा ने बहुत से लोगों के धरो में खुशियाँ लौटाई है ।
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कई सालो का अनुभव है आयुर्वेद से इलाज करने की
यहाँ पर इलाज प्राइवेट अस्पताल के मुकाबले बहुत ही कम फीस में किया जाता है। आशा आयुर्वेदा का सफलता दर 90% है। आशा आयुर्वेदा ने आज तक कई हज़ार लोगों को संतान सुख प्रदान किया है। आशा आयुर्वेदा की स्थापना 2014 में डॉ. चंचल शर्मा द्वारा हुई , तो अगर आप भी जगह -जगह IVF जैसे ना कितने उपचार करवा कर थक हार चुके है तो एक बार आशा आयुर्वेदा में जरुर जाय ईश्वर और भगवान धन्वन्तरी के कृपा से आपका भी गोद भर जायेगा कहते है बच्चे ईश्वर के रूप होते है तो आप भी अपने घर के आंगन में आशा आयुर्वेदा के माध्यम से ईश्वर की किलकारियां सुने .
आशा आयुर्वेदा का पता J 146, Rajouri Garden, Near Rajouri Garden Metro, New Delhi, Delhi 110027 Phone Number: 098117 73770
आज के वक्त में आईवीएफ से बच्चे करना हर किसी के लिए संभव नहीं है। इसका इलाज भी काफी महंगा होता है और सक्सेस रेट भी कम।
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