चंपई सोरेन आज लेंगे झारखंड के नए मुख्यमंत्री पद की शपथ, 5 फरवरी को साबित करना होगा बहुमत.
We News 24 Digital News» रिपोर्टिंग सूत्र / सूरज महतो
झारखंड:- के नए मुख्यमंत्री के तौर पर चंपई सोरेन आज शपथ लेने वाले हैं. राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन की तरफ से उन्हें शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया गया है.सूत्रों के मुताबिक, जेएमएम विधायक सीता सोरेन,लोबिन हेंब्रम और चमरा लिंडा ने अभी तक समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किया है. वहीं, जेएमएम विधायक रामदास सोरेन बीमार हैं और दिल्ली में मौजूद हैं.
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अधिकारियों ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह आज सवा बारह बजे राजभवन के दरबाल हॉल में होगा. चंपई सोरेन को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने गुरुवार को मुख्यमंत्री मनोनीत किया था. इससे पहले चंपई सोरेन ने कहा था, ‘‘हम एकजुट हैं. हमारा गठबंधन मजबूत है, इसे कोई तोड़ नहीं सकता.’’ शपथ से पहले चंपई सोरेन शिबू सोरेन का आशीर्वाद लेने गए है. जाहिर है वो शिबू सोरेन को अपना आदर्श मानते हैं. शिबू सोरेन को सम्मान के साथ 'दिशोम गुरू' बुलाया जाता है.
कुछ विधायकों ने मंत्रिपरिषद में ओबीसी वर्ग से ज्यादा से ज्यादा हिस्सेदारी देने की मांग की. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस और जेएमएम के पिछड़े वर्ग के विधायकों की ये मांग है. विधायकों की दलील है कि कि चूंकि INDIA गठबंधन ओबीसी के मुद्दे पर मुखर है, इसलिए ओबीसी की ज्यादा हिस्सेदारी सुनिश्चित होनी चाहिए.आज शपथ ग्रहण के बाद विधायकों को स्टैंड बाई पर रखा गया है. सूत्रों ने इसकी जानकारी दी. शपथ के बाद वो हैदराबाद निकल जाएंगे. 5 फरवरी को फ्लोट टेस्ट होगा. ऐसे में विधायक तब तक वहीं रहेंगे. सर्किट हाउस से एयरपोर्ट निकलेंगे. दो चार्टर्ड प्लेन तैयार है. विमान पर सवार होगकर विधायक करीब दो बजे हैदराबाद निकल सकते हैं.
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झारखंड में चंपई सोरेन को पांच फऱवरी को बहुमत साबित करना होगा. आज शपथ ग्रहण होगा. सूत्रों के मुताबिक, महागठबंधन के 47 विधायक एकजुट है. कहीं कोई विरोध या नाराजगी जैसी बात नहीं है. झारखंड में सियासी संग्राम के बीच राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा राज्य में प्रवेश करेगी.
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चंपई सोरेन सरायकेला सीट से 1991 में पहली बार विधायक चुने गए थे. ये चुनाव उन्होंने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार लड़ा था. चार साल बाद उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर चुनाव लड़ा और बीजेपी पंचू टुडू को हराया. साल 2000 के विधानसभा चुनाव में हार गए. 2005 में फिर जीत हासिल की. जीत का अंतर 880 वोट था. 2009, 2014 और 2019 में उन्होंने जीत हासिल की. जब 2019 में हेमंत सोरेन की राज्य में सरकार बनी तो उन्हें खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और परिवहन मंत्री बनाये गए. उन्हें हेमंत सोरेन का बेहद करीबी माना जाता है. शिबू सोरेन को चंपई सोरेन अपना राजनीतिक आदर्श मानते हैं.
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