पटना IGIMS में परिजनों ने लहराया रिवॉल्वर, मचा हड़कंप हॉस्पिटल बना पुलिस छावनी
We News 24 Digital News» रिपोर्टिंग सूत्र / अमिताभ मिश्रा
पटना:- सोमवार की शाम 6:15 बजे पटना के आईजीआईएमएस अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में एक मरीज के परिजन और डॉक्टर आपस में भिड़ गये और हाथापाई व हाथापाई की नौबत आ गयी. इससे वहां अफरा-तफरी मच गयी. इस दौरान मरीज के परिजन बड़ी संख्या में पहुंचे और उनमें से एक ने रिवॉल्वर लहरा दी. उन्होंने डॉक्टरों और स्टाफ पर रिवॉल्वर भी तान दी. मामला काफी बढ़ गया और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए शास्त्री नगर, एयरपोर्ट, राजीव नगर समेत अन्य थाने की पुलिस पहुंची और दोनों पक्षों को शांत कराया.
ये भी पढ़े-प्रधानमंत्री मोदी 1 मार्च से बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे.
रिवाल्वर लहराने वाला गिरफ्तार..
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि परिजन रिवॉल्वर लेकर इमरजेंसी वार्ड में आये थे. उन्होंने रिवॉल्वर के बल पर कई डॉक्टरों को धमकाया और पीटा। इस मामले में आईजीआईएमएस के सुरक्षा पर्यवेक्षक बच्चा प्रसाद सिंह के लिखित आवेदन पर चार नामजद और छह अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. नामांकन करने वालों में सृजनी सिंह, चंद्रभान सिंह, सूरजभान सिंह और अभिषेक सिंह शामिल हैं। इसके बाद रिवॉल्वर लहराने वाले चंद्रभान सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है. वह मूल रूप से भोजपुर जिले के नवादा थाना क्षेत्र के प्रोफेसर कॉलोनी, वार्ड नंबर 19 का रहने वाला है. गिरफ्तार चंद्रभान एक पार्टी से भी जुड़ा है. रिवॉल्वर लहराते हुए उसकी तस्वीर सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में कैद हो गई है.
अस्पताल परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया.
इधर, गुस्साए परिजनों को देख इमरजेंसी वार्ड के रेड जोन के डॉक्टर और नर्स घबरा गए और दो घंटे तक खुद को आईसीयू में बंद रखा. रात 10 बजे तक आईजीआईएमएस छावनी में तब्दील रहा और बीच-बीच में हंगामा होता रहा. हालांकि रात दस बजे के बाद स्थिति सामान्य हो गयी. एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है और रिवाल्वर दिखाने के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. रिवॉल्वर, कारतूस और मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया गया है. रिवॉल्वर का लाइसेंस रद्द करने की भी अनुशंसा की जायेगी.
मरीज का इलाज ठीक से नहीं करने का आरोप
जानकारी के अनुसार भोजपुर जिले की रहने वाली 78 वर्षीय कुसुमलता देवी को 24 फरवरी को इमरजेंसी वार्ड के रेड जोन आईसीयू बेड नंबर 17 पर भर्ती कराया गया था. परिजनों का आरोप है कि मरीज का ठीक से इलाज नहीं किया जा रहा था. यहां तक कि इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर भी समय पर उसे देखने नहीं आ रहे थे, जिससे नाराज होकर हंगामा किया. परिजनों का कहना है कि डॉक्टरों से डायलिसिस के लिए कहा जा रहा था, फिर भी डायलिसिस नहीं किया गया और मरीज की हालत बिगड़ गई. इसी बात को लेकर डॉक्टर और परिजन आमने-सामने आ गये और मारपीट हो गयी. इसके बाद बड़ी संख्या में परिवार के समर्थक वहां पहुंच गये और मारपीट व हंगामा करने लगे. उनमें से एक इंद्रभान सिंह के हाथ में रिवॉल्वर भी थी.
ये भी पढ़ें-ज्ञानवापी पर आज आया बड़ा फैसला ,जारी रहेगी मंदिर में पूजा अर्चना
एक घंटे तक इमरजेंसी के मरीजों का इलाज नहीं हुआ
डॉक्टरों के साथ मारपीट के बीच एक घंटे तक इमरजेंसी वार्ड पूरी तरह अस्त-व्यस्त रहा. इस दौरान खासकर रेड जोन वार्ड में मरीजों का इलाज नहीं हो सका. स्थिति सामान्य होने में दो घंटे लग गये.
ये भी पढ़े -बिहार में भीषण सड़क हादसा, 9 लोगों की मौत
क्या कहते हैं अस्पताल के उपनिदेशक?
मरीज कुसुमलता बेड नंबर 17 पर भर्ती थीं। उनकी किडनी, हार्ट और फेफड़े पहले ही फेल हो चुके थे। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. गुस्साये परिजन डॉक्टरों से भिड़ गये और एक परिजन वार्ड में ही पिस्तौल लहराने लगा. घटना सीसीटीवी फुटेज में भी कैद हो गई है.
वी न्यूज 24 फॉलो करें और रहे हर खबर से अपडेट


कोई टिप्पणी नहीं
कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद