Header Ads

ad728
  • Latest Stories

    प्रधानमंत्री मोदी के साथ 71 मंत्रियों ने ली शपथ, तीसरे कार्यकाल के लिए आज होगी कैबिनेट बैठक

    प्रधानमंत्री मोदी के साथ 71 मंत्रियों ने ली शपथ, तीसरे कार्यकाल के लिए आज होगी कैबिनेट बैठक






    We News 24 Digital News» रिपोर्टिंग सूत्र  अंजली कुमारी 

    नई दिल्ली :- नरेंद्र मोदी ने रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ 71 मंत्रियों ने शपथ ली, जिनमें से 11 सहयोगी दलों के हैं। शपथ लेने के बाद पीएम मोदी सोमवार को प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंचे और कार्यभार संभाला। उन्होंने सबसे पहले किसान सम्मान निधि की फाइल पर हस्ताक्षर किए। पीएमओ पहुंचने पर कर्मचारियों ने मोदी का स्वागत किया। पहली कैबिनेट बैठक सोमवार (10 जून) को शाम पांच बजे लोक कल्याण मार्ग स्थित पीएम आवास पर होगी और उसके बाद डिनर का आयोजन किया जाएगा। बैठक में मंत्रियों को विभाग आवंटित किए जा सकते हैं। साथ ही सरकार के पहले सौ दिन के रोडमैप पर भी चर्चा होगी। 


    ये खबर भी पढ़े-जनता दल यूनाइटेड दिल्ली प्रदेश के युवा विंग के अध्यक्ष बने दिनेश जायसवाल




    माना जा रहा है कि अमित शाह और राजनाथ सिंह के विभागों में बदलाव नहीं किया जाएगा। पहले की तरह शाह गृह मंत्री और राजनाथ रक्षा मंत्री बने रहेंगे। गठबंधन में शामिल तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के मंत्रियों को दिए जाने वाले विभागों पर सबकी नजर रहेगी। इसके अलावा कैबिनेट में शामिल पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी अहम विभाग मिलने की उम्मीद है। कैबिनेट में 32 सांसद ऐसे हैं जो पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं, जिनमें एमपी के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर, कर्नाटक के पूर्व सीएम कुमारस्वामी और राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत चौधरी शामिल हैं।


    मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेते ही पंडित नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली।

    अब जानते हैं, मोदी का 100 दिन का एक्शन प्लान क्या है..

    10 साल का ट्रेलर देखा, पिक्चर अभी बाकी है...

    23 फरवरी 2024 को दिल्ली में पीएम मोदी ने मंत्रियों से अगले 5 साल का रोडमैप और 100 दिन का एक्शन प्लान बनाने को कहा था। आचार संहिता के दौरान अधिकारी इस पर होमवर्क करते रहें। 5 अप्रैल को राजस्थान के चूरू में चुनावी रैली में मोदी ने खुद कहा था, 'हमने 10 साल में जो काम किया, वह ट्रेलर था, पूरी पिक्चर अभी बाकी है।'



    ये खबर भी पढ़े-भारत के दुसरे प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी जो लगातार तीसरी बार पीएम पद की शपथ ली


    एक राष्ट्र-एक चुनाव

    समान नागरिक संहिता (यूसीसी)

    मुस्लिम आरक्षण खत्म करना

    पूजा स्थल अधिनियम में बदलाव

    दिल्ली मास्टर प्लान

    वक्फ बोर्ड खत्म करना

    महिला आरक्षण

    70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए मुफ्त इलाज

    पेपर लीक को नियंत्रित करने के लिए राष्ट्रीय कानून

    सीएए का पूर्ण क्रियान्वयन

    केंद्रीय बजट

    नई शिक्षा नीति

    जनगणना (2026 में परिसीमन किया जाएगा)

    लखपति दीदी की संख्या 3 करोड़ तक ले जाना

    पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना

    किसानों के लिए तिलहन और दलहन पर ध्यान

    भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना

    रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म पर ध्यान

    स्केल, स्कोप, स्पीड, स्किल के एजेंडे पर काम करना

    अब विस्तार से जानिए, क्या है मोदी की 100 दिन की योजना

    'चुनाव से एक महीने पहले मैंने 5 साल की योजना बनवाई और उसमें से 100 दिन की योजना निकालने को कहा। इस पर प्राथमिकता के हिसाब से काम किया जाएगा। मैंने योजना में 25 दिन और जोड़ दिए हैं। रोडमैप पर देशभर से युवा सुझाव दे रहे हैं। मैंने तय किया है कि 100 दिनों के अलावा 25 दिन युवाओं के सुझावों को लागू करने के लिए समर्पित होंगे। पीएम मोदी ने 20 मई को दिए इंटरव्यू में यह बात कही। लोकसभा चुनाव से पहले ही मोदी ने साफ कर दिया था कि वे नई सरकार के अगले 100 दिनों की योजना पर काम कर रहे हैं। 100 दिन के एजेंडे में कृषि, वित्त, रक्षा और जल्द पूरे होने वाले प्रोजेक्ट में जरूरी सुधार शामिल हैं। सरकार के शीर्ष एजेंडे में शामिल सुधारों में से एक सेना में थिएटर कमांड बनाना भी है। 


    नतीजों में भाजपा को बहुमत न मिलने से 100 दिन के रोडमैप पर असर पड़ सकता है। भाजपा इन चुनावों में 400 से अधिक सीटें जीतने का दावा कर रही थी। 100 दिन की कार्ययोजना भी इसी उम्मीद पर बनी थी कि भाजपा को बहुमत मिलेगा। वहीं, नतीजों में भाजपा 400 सीटें तो दूर, बहुमत (272) से भी काफी दूर रह गई। एनडीए को बहुमत तो मिला, लेकिन उसके साथ दो मजबूत गठबंधन सहयोगी टीडीपी और जेडीयू भी शामिल हो गए। इनके बिना फिलहाल बहुमत नहीं है और 100 दिन की इस योजना में कई बातें उन्हें मंजूर नहीं हैं। समान नागरिक संहिता, सीएए-एनआरसी, पूजा स्थल अधिनियम को खत्म करने, मुस्लिम आरक्षण और एक राष्ट्र-एक चुनाव पर नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू कई बार अपना विरोध दर्ज कराते रहे हैं। हालांकि, भाजपा सूत्रों के मुताबिक पार्टी गठबंधन धर्म का पालन करेगी, लेकिन किसी की अनावश्यक मांगों के आगे नहीं झुकेगी। वहीं, भाजपा ने प्लान-बी पर भी काम करना शुरू कर दिया है और छोटे दलों समेत निर्दलीय उम्मीदवारों से बातचीत की जा रही है।

    वी न्यूज 24 फॉलो करें और रहे हर खबर से अपडेट

    .com/img/a/   .com/img/a/   .com/img/a/    .com/img/a/   .com/img/a/   .com/img/a/

    Header+AidWhatsApp पर न्यूज़ Updates पाने के लिए हमारे नंबर 9599389900 को अपने मोबाईल में सेव  करके इस नंबर पर मिस्ड कॉल करें। फेसबुक-टिवटर पर हमसे जुड़ने के लिए https://www.facebook.com/wenews24hindi और https://twitter.com/Waors2 पर  क्लिक करें और पेज को लाइक करें

    कोई टिप्पणी नहीं

    कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद

    Post Top Ad

    ad728

    Post Bottom Ad

    ad728