नामांकन रद्द होने पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में भड़के सुरेंद्र सिंह कुशवाह, बयां किया दर्द और बताया साजिश में कौन-कौन शामिल
We News 24 Digital News» रिपोर्टिंग सूत्र / असफाक खान
सीतामढ़ी:- एक तरफ देश में सभी चरणों में लोक सभा आम चुनाव सम्पन्न हो गया। वहीं दूसरी तरफ लोग वोटों की गिनती के बाद चुनावी परिणाम की प्रतिक्षा में टकटकी लगाए हुए हैं। वहीं, सीतामढ़ी लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी सुरेन्द्र सिंह कुशवाहा ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सबको हैरत में डाल दिया है। उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मेरा नामांकन पत्र को रद्द कराने में सबसे बड़ी भूमिका कई सफ़ेदपोशों के साथ साथ काले कोट वाले सभी लोगों ने मिलकर साजिशन मेरी नामांकन पत्र को छंटनी के बाद रद्द करा दिया है। पिछले एक साल से मैं इस चुनाव की तैयारी कर रहा था। हर जाति धर्म मज़हब से जुड़े जनता के बीच जनसंपर्क के दौरान उपस्थित रहा हूं। पूरे लोकसभा क्षेत्र में मैं अपने जानकारी में किसी भी पंचायत में जनसंपर्क से वंचित नहीं रहा हूं। सभी वर्गों के लोगों से अपार स्नेह, प्रेम के साथ अब तक समर्थन मिल रहा था ।
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मुझे लगता है कि नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद डुमरा हवाई अड्डा के मैदान में मैं पत्रकारों के सवालों के बाद अपने सम्बोधन में कहा था कि कोई भी प्रत्याशी मेरे सामने लड़ाई में नहीं टिक सकेगा, सभी अभी बच्चे हैं। शायद यही बात रसूखदारों को कचोट कर गईं। और एक सोची समझी साजिश के तहत मेरे अधिवक्ता द्वारा नामांकन पत्र में शायद कोई कॉलम भरना छूट गया रहा हो,या गलत भर दिया गया हो । मैं नामांकन के दिन सुबह दस बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक अपने अधिवक्ता से अपना नामांकन पत्र दाखिल करने को मांग करता रहा ।
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लेकिन वो नहीं सुन रहें थे। जिस कारण समय रहते मैं अपना नामांकन फ़ॉर्म को सही ढंग से जांच नहीं कर पाया की क्या गलत, क्या सही भरा गया है। समय की बंदिशों के कारण आनन फानन में दो सेटों में मैं अपना नामांकन पत्र ज़िला निर्वाचन पदाधिकारी श्री रिची पाण्डेय के समक्ष दाखिल किया। मुझे झटका तब लगा जब मुझे पता चला कि डीएम सह निर्वाची पदाधिकारी ने छंटनी के दौरान मेरे नामांकन पत्र को रद्द करार दिया है। अत: मैं अब चुनाव लडने से वंचित हो जाऊंगा। यही सोचते सोचते मैं काफ़ी तनाव में चला गया। मैं इस दुविधा में अपना मानसिक संतुलन खो बैठा था। की अब क्या होगा? जनता को क्या जवाब दूंगा। लोग सोंचेंगे की एक यूपीएसएसी बोनाफाईट लड़का कैसे इतनी बड़ी चूक कर गया। मेरे छात्र छात्राओं ने मदद के तौर पर गुरु दक्षिणा के रूप में रुपयों पैसों से सहयोग कर मेरा हौसला अफजाई करते रहें हैं। की आप चुनाव लड़ने की तैयारी करें बाकी सब हमलोगों देख लेंगे। हमलोगाें पर छोड़ दीजिए।
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