पीएम मोदी ने शोले फिल्म के डायलॉग के जरिए कांग्रेस और राहुल गांधी पर साधा निशाना
We News 24 Digital News» रिपोर्टिंग सूत्र / विवेक श्रीवास्तव
नई दिल्ली :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देंगे। इससे पहले पीएम मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में भाषण दिया। इस दौरान विपक्ष ने खूब हंगामा किया। पीएम मोदी ने अपने भाषण में मशहूर फिल्म शोले के एक मशहूर सीन और डायलॉग के जरिए कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना भी साधा। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि तीसरी बार लोकसभा चुनाव हारने के बावजूद ये पार्टी एक ही राग अलाप रही है, 'मौसी जी, ये नैतिक जीत है।'
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पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, 'अरे मौसी, 13 राज्यों में कोई सीट नहीं जीती, फिर भी वो हीरो हैं।' बता दें कि मंगलवार को 18वीं लोकसभा के पहले सत्र की बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पारित हो गया। इसके साथ ही लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। आपको बता दें कि 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून को शुरू हुआ था। सत्र के पहले और दूसरे दिन लोकसभा के 539 सदस्यों ने शपथ ली। जबकि 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव हुआ। जिसमें ओम बिड़ला दोबारा अध्यक्ष चुने गए।
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एजेंसियों के दुरुपयोग और कांग्रेस पर पीएम का सीधा हमला
संसद सत्र लाइव अपडेट: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वे हम पर एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हैं। पीएम ने कहा कि मैं बताना चाहता हूं कि पहले कैसे एजेंसियों का दुरुपयोग किया गया। इस दौरान पीएम मोदी ने मुलायम सिंह यादव का बयान पढ़ा। इसके बाद पीएम मोदी ने पूछा कि राम गोपाल जी, क्या नेता जी कभी झूठ बोलते थे? कृपया भतीजे को भी बताएं जिन्होंने शिकंजा कसा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने सुप्रीम कोर्ट की उस टिप्पणी की भी याद दिलाई, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सीबीआई पिंजरे में बंद तोता है।
राज्यसभा में पीएम मोदी ने कहा कि जब ये इमरजेंसी की बात करते हैं तो कहते हैं कि ये पुरानी बात हो गई। क्या ऐसा कहने से आपके पाप पुराने हो जाते हैं? पीएम ने कहा कि जयप्रकाश नारायण की तबीयत इतनी खराब हो गई थी कि वो फिर उठ नहीं पाए। ये जो कई दल इनके साथ बैठे हैं, उनकी भी अपनी मजबूरियां होंगी। ये जो कई दल इनके साथ बैठे हैं, वो अल्पसंख्यक हितैषी होने का दावा करते हैं। क्या इनमें हिम्मत है कि ये बोलें कि इमरजेंसी के दौरान तुर्कमान गेट और मुजफ्फरनगर में क्या हुआ? ये लोग कांग्रेस को क्लीन चिट दे रहे हैं। इमरजेंसी के दौरान धीरे-धीरे अपनी जमीन बनाने वाली कई पार्टियां आज कांग्रेस के साथ हैं। ये कांग्रेस परजीवी है। देश की जनता ने आज भी इन्हें स्वीकार नहीं किया है।
कांग्रेस की मानसिकता दलितों और पिछड़ों के खिलाफ है
पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव नतीजों के बाद बाजार में उछाल है. कांग्रेस के सहयोगी भी खुश हैं. मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि इस खुशी का कारण क्या है. क्या यह हार की हैट्रिक की खुशी है, क्या यह नर्वस नाइंटीज का शिकार होने की खुशी है, क्या यह लॉन्च की तीसरी असफल कोशिश की खुशी है.
पीएम मोदी ने कहा कि मैं खड़गे जी का बहुत सम्मान करता हूं. जिन पर हार का ठीकरा फूटना चाहिए था, उन्हें उन्होंने बचाया और खुद दीवार बनकर खड़े रहे. यह परिवार बच गया. कांग्रेस की मानसिकता दलितों और पिछड़ों के खिलाफ है. स्पीकर चुनाव में हार निश्चित थी, इसलिए दलित को आगे किया गया. जब हार निश्चित थी, तो सुशील कुमार शिंदे और मीरा कुमार को आगे किया गया. 1977 का चुनाव भूल गए, जब रेडियो और अखबार सब बंद थे.
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