23 साल पुराना सपना हुआ साकार, आज एशिया के सबसे बड़े जेवर एयरपोर्ट से उड़ान भरेगी पहली फ्लाइट
We News 24 Hindi / रिपोर्टिंग सूत्र / अंकित पंडित
नई दिल्ली :- जेवर एयरपोर्ट का उद्घाटन और पहली उड़ान का ट्रायल उत्तर प्रदेश और पूरे देश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। यह एयरपोर्ट न केवल भारत के बुनियादी ढांचे के विकास का प्रतीक है, बल्कि उत्तर प्रदेश के आर्थिक और पर्यटन क्षेत्र को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाने की क्षमता रखता है। क्योंकि एशिया का सबसे बड़े एयरपोर्ट से आज पहली उड़ान भरी जाएगी. जी हां, जेवर एयरपोर्ट से आज पहली फ्लाइट का ट्राइल किया जाएगा. अगर आज फ्लाइट की सफल लैंडिंग होगी तो फिर यह आम यात्रियों के लिए भी जल्द खुल जाएगा.
जेवर एयरपोर्ट: मुख्य बिंदु
1-एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट:
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- जेवर एयरपोर्ट 1334 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला है, जिससे यह एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनता है।
- इस एयरपोर्ट पर कुल 6 रनवे होंगे, जो इसे विश्वस्तरीय सुविधा प्रदान करेगा।
2-पहली उड़ान का ट्रायल:
- पहली टेस्ट फ्लाइट आज नोएडा एयरपोर्ट से ट्रायल के लिए उड़ान भरेगी और इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरकर जेवर एयरपोर्ट पर लैंड करेगी।
- इस ट्रायल के दौरान कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल, रनवे परफॉर्मेंस, और सुरक्षा मानकों की जांच की जाएगी।
- ट्रायल से प्राप्त डेटा डीजीसीए को भेजा जाएगा, ताकि यात्रियों के लिए इसे पूरी तरह सुरक्षित बनाया जा सके।
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3-आधारशिला से शुरुआत तक:
- 25 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस एयरपोर्ट की आधारशिला रखी थी।
- इसे ₹29,650 करोड़ की लागत से बनाया गया है और इसे चार चरणों में पूरा किया गया है।
- अप्रैल 2025 से कमर्शियल फ्लाइट्स के लिए इसे खोलने की योजना है।
4-आर्थिक और सामाजिक प्रभाव:
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- यह एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए इंटरनेशनल और घरेलू उड़ान की नई सुविधाएं प्रदान करेगा।
- इससे राज्य में पर्यटन, निवेश, और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
- यह परियोजना 23 वर्षों के प्रयास और सपनों का परिणाम है, जो राज्य के बुनियादी ढांचे में सुधार का प्रतीक है।
5-टेक्नोलॉजी-सक्षम एयरपोर्ट:
- एयरपोर्ट को अत्याधुनिक तकनीकों से सुसज्जित किया गया है, जिससे यात्रियों को विश्वस्तरीय अनुभव मिलेगा।
- इसकी डिज़ाइन और निर्माण में पर्यावरणीय स्थिरता का भी ध्यान रखा गया है।\
6-राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव:
- उत्तर प्रदेश में यह एयरपोर्ट रोजगार के नए अवसर उत्पन्न करेगा।
- टूरिज्म और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा, जिससे यूपी का वैश्विक संपर्क मजबूत होगा।
7-सामरिक और व्यापारिक महत्व:
- यह एयरपोर्ट भारत के अन्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के साथ प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता रखता है।
- नोएडा, ग्रेटर नोएडा और आसपास के क्षेत्रों के विकास को नई दिशा देगा।
निष्कर्ष:
जेवर एयरपोर्ट का उद्घाटन उत्तर प्रदेश और भारत के लिए एक मील का पत्थर है। यह परियोजना न केवल क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देगी, बल्कि भारत के वैश्विक बुनियादी ढांचे की ताकत को भी प्रदर्शित करेगी। यह एयरपोर्ट आने वाले समय में यूपी को एक वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी राज्य के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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