हाड़ कंपा देने वाली ठंड के लिए हो जाइए तैयार, पहाड़ों से लेकर मैदानों तक गिरा पारा
We News 24 Hindi / रिपोर्टिंग सूत्र / दीपक कुमार
नई दिल्ली :- मौसम में हो रहे बदलाव और पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते उत्तर भारत में ठंड बढ़ने के संकेत साफ नजर आ रहे हैं। पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानी इलाकों में गिरते तापमान के कारण ठंड का प्रभाव धीरे-धीरे तेज होता जा रहा है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के चलते मैदानी इलाकों में भी अब रात का तापमान गिरने लगा है. इसके साथ ही दिल्ली-एनसीआर में भी ठंड का असर देखने को मिल रहा है. शीतलहर के चलते से दिन में भी हल्की ठंड का अहसास होने लगा है,
हालांकि अभी दिन में धूप खिलने से ठंड का अहसास कम हो रहा है. मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में तापमान में तेजी से गिरावट आएगी. विभाग का कहना है कि रविवार से एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अपना प्रभाव दिखा सकता है. इससे पश्चिमी हिमालय में हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है.
ये भी पढ़े-क्या निचिरेन शोशु संप्रदाय हुंडी और हवाला के पैसे से नेपाल में निर्माण कर रहा है धर्मांतरण मंदिर ?
मुख्य बिंदु:
दिल्ली-एनसीआर में ठंड का असर:
- रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
- शीतलहर के कारण दिन में हल्की ठंड महसूस हो रही है, हालांकि धूप के कारण थोड़ी राहत है।
- आने वाले दिनों में तापमान और गिर सकता है।
कश्मीर में कड़ाके की ठंड:
- श्रीनगर में तापमान माइनस 4.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
- शोपियां में माइनस 6.6 डिग्री, जो जम्मू-कश्मीर का सबसे ठंडा स्थान रहा।
- डल झील और अन्य जलस्रोत आंशिक रूप से जम गए हैं।
- नलों में पानी भी जमा हुआ, जो ठंड की तीव्रता को दर्शाता है।
उत्तराखंड और अन्य पहाड़ी क्षेत्र:
- मौसम विभाग ने उत्तराखंड में बर्फबारी की संभावना जताई है।
- पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से शनिवार शाम तक हिमालयी क्षेत्रों में हिमपात हो सकता है।
हमारे twitter Page को Like करे
हमारे WhatsApp Chenal को Join करे
हमारे Facebook Page को Likeकरे
क्या करें?
- पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा कर रहे लोगों को पर्याप्त गर्म कपड़े और जरूरी सामान साथ रखने की सलाह दी जाती है।
- मैदानी इलाकों में ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें और शीतलहर के समय बाहर निकलने से बचें।
- कश्मीर जैसे क्षेत्रों में पारा माइनस में पहुंचने से सावधानी बरतें, और वहां यात्रा करने वाले पर्यटक मौसम की स्थिति पर नजर रखें।
जिन्हें इस समय मौसम की जानकारी चाहिए, वे नियमित रूप से मौसम विभाग की रिपोर्ट पर नजर बनाए रखें।
कोई टिप्पणी नहीं
कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद