बांग्लादेश में बुलडोजर से तोड़ा गया राष्ट्रपिता का घर.युनुस सरकार पर भड़की शेख हसीना कहा पकिस्तान भी नही किया नुकसान
We News 24 Hindi / एडिट काजल कुमारी
नई दिल्ली :- बांग्लादेश में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं, जहां हाल ही में विरोध प्रदर्शनों के दौरान देश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के ऐतिहासिक आवास जो ढाका में धनमंडी 32 में स्थित था उसे आग लगा दी गई। इस घटना ने देश में राजनीतिक और सामाजिक उथल-पुथल को और बढ़ा दिया है। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और शेख मुजीबुर रहमान की बेटी, शेख हसीना ने इस घटना पर गहरी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
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शेख हसीना ने इस घटना को देश के इतिहास और संस्कृति पर हमला बताया। उन्होंने कहा कि यह आवास न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे बांग्लादेश के लिए ऐतिहासिक महत्व रखता है। यह वही स्थान था जहां से शेख मुजीबुर रहमान ने बांग्लादेश की आजादी के लिए संघर्ष का नेतृत्व किया था। हसीना ने यह भी याद दिलाया कि इसी घर में 1975 में शेख मुजीबुर रहमान और उनके परिवार की हत्या कर दी गई थी। पाकिस्तानी सेना ने उन्हें इसी घर में कैद कर लिया था। लेकिन पाकिस्तानी सेना ने इस घर को न तो जलाया और न ही ध्वस्त किया। पाकिस्तानी सेना ने इस घर को छुआ तक नहीं। जब शेख मुजीबुर रहमान बांग्लादेश लौटे तो उन्होंने इसी घर से देश की नींव रखी आगे हसीना ने कहा राष्ट्रपति बनने के बाद भी मुजीबुर रहमान कभी राष्ट्रपति भवन में शिफ्ट नहीं हुए और न ही प्रधानमंत्री आवास में रहे। इसी घर में उनके पूरे परिवार के साथ उनकी हत्या कर दी गई थी।
हसीना ने फेसबुक लाइव के माध्यम से अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि यह घटना उन्हें और उनकी बहन को मारने की साजिश का हिस्सा है। उन्होंने आरोप लगाया कि नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस और अन्य विरोधी ताकतें इसके पीछे हैं। हसीना ने कहा कि अल्लाह ने उन्हें जिंदा रखा है और उन्हें देश के लिए कुछ करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को मिटाया नहीं जा सकता और यह अपना बदला लेता है।
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इस घटना ने बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता को और बढ़ा दिया है। शेख हसीना ने देश के लोगों से न्याय की मांग की है और कहा है कि वह इस मामले को गंभीरता से लेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने पिता के सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष जारी रखेंगी।
इस बीच, बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन जारी है और स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है। यह देखना होगा कि इस घटना के बाद देश की राजनीति और समाज पर क्या प्रभाव पड़ता है और शेख हसीना इस मामले में आगे क्या कदम उठाती हैं।
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