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    दक्षिणी दिल्ली जिले की दिशा समिति की बैठक: विकास योजनाओं और समस्याओं पर चर्चा

    दक्षिण दिल्ली जिले की दिशा कमेटी की बैठक: विकास योजनाओं एवं समस्याओं पर चर्चा







    We News 24 Hindi / वरिष्ठ पत्रकार दीपक कुमार 


    नई दिल्ली :- दक्षिण दिल्ली जिले की दिशा कमेटी (जिला विकास एवं विकास निगरानी कमेटी) सांसद रामवीर सिंह बिधुरी की अध्यक्षता में आयोजित महत्वपूर्ण मीटिंग में वरिष्ठ विधायक श्री सतीश उपाध्याय जी, श्री करतार सिंह तंवर जी और श्री गजेंद्र यादव जी ने भाग लिया। इस बैठक में डीएम श्री चैतन्य प्रसाद जी, नगर निगम के डीसी श्री दिलसुख मीणा जी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।


    यह बैठक वास्तव में दक्षिण दिल्ली के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सांसद  की अध्यक्षता में हुई दिशा कमेटी की इस बैठक में जिस प्रकार से वरिष्ठ विधायकों, जिला अधिकारियों और नगर निगम के प्रतिनिधियों ने मिलकर योजनाओं पर विचार-विमर्श किया, उससे यह स्पष्ट होता है कि क्षेत्रीय विकास को लेकर एक समन्वित प्रयास किया जा रहा है।



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    इस मीटिंग का मुख्य उद्देश्य विभिन्न विकास योजनाओं पर चर्चा करना और मौजूदा समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम उठाना था। समिति ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श किया, जिसमें क्षेत्र के विकास के लिए आवश्यक योजनाओं का विस्तार और उनकी प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के उपाय शामिल थे।


    बैठक के दौरान, सदस्यों ने एक-दूसरे के विचारों को सुना और विभिन्न दृष्टिकोणों से समस्याओं का समाधान निकालने का प्रयास किया। इस प्रकार की बैठकों का आयोजन न केवल विकास कार्यों को गति देता है, बल्कि स्थानीय निवासियों की जरूरतों और चिंताओं को भी प्राथमिकता प्रदान करता है।


    दक्षिण दिल्ली जिले की दिशा कमेटी की बैठक: विकास योजनाओं एवं समस्याओं पर चर्चा



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    बैठक में निम्नलिखित बिंदु विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं:


    विकास योजनाओं पर फोकस – क्षेत्र की अवसंरचना, सड़कें, जल निकासी, शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं जैसे मूलभूत क्षेत्रों में सुधार की दिशा में चर्चा हुई।


    समस्याओं के समाधान के ठोस उपाय – कमेटी ने स्थानीय समस्याओं जैसे जल संकट, कचरा प्रबंधन, ट्रैफिक व्यवस्था आदि पर भी विचार किया।


    जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों की भागीदारी – इससे यह भरोसा बढ़ता है कि निर्णय सामूहिक सोच से लिए जा रहे हैं, जिससे समाधान अधिक व्यावहारिक होंगे।


    स्थानीय लोगों की प्राथमिकताओं को महत्व – यह पहलू बेहद अहम है क्योंकि इससे जनता की वास्तविक ज़रूरतें सामने आती हैं और योजनाएं ज़मीनी स्तर पर असरदार बनती हैं।



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    ऐसी बैठकों को नियमित रूप से आयोजित कर फॉलोअप भी सुनिश्चित किया जाए तो निश्चित ही दक्षिण दिल्ली के विकास को और अधिक रफ्तार मिलेगी। 

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