Header Ads

ad728
  • Latest Stories

    मुर्शिदाबाद हिंसा: वक्फ कानून के विरोध में भड़की अशांति, BSF की 5 कंपनियों ने संभाला मोर्चा

    मुर्शिदाबाद हिंसा: वक्फ कानून के विरोध में भड़की अशांति, BSF की 5 कंपनियों ने संभाला मोर्चा






    We News 24 Hindi /   रिपोर्ट:  सुजीत कुमार विश्वास   | 13 अप्रैल 2025



    कोलकाता :- वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 के विरोध में मुर्शिदाबाद के सुती और शमशेरगंज इलाकों में भीड़ ने आगजनी, लूटपाट और पुलिस पर हमले किए, जिसमें 3 लोगों की मौत (पिता-पुत्र सहित) और 10 पुलिसकर्मी घायल हुए .कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद BSF की 5 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया गया। पहले से ही 300 BSF जवान मौजूद थे . मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कानून को "केंद्र का बनाया" बताकर जिम्मेदारी ठहराई, जबकि BJP ने प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाए .



    ये भी पढ़े-जम्मू-कश्मीर: किश्तवाड़ में 3 आतंकी ढेर, अखनूर में घुसपैठ रोकते हुए JCO कुलदीप शहीद



    हाईकोर्ट का हस्तक्षेप: जस्टिस सौमेन सेन की पीठ ने कहा— "कोर्ट आंखें नहीं मूंद सकता" और 17 अप्रैल तक स्थिति रिपोर्ट मांगी .


    व्यापक नुकसान: रेलवे संपत्ति को नुकसान, ट्रेन सेवाएं ठप, और कई इलाकों में इंटरनेट बंद .


    विस्तृत विवरण

    1. हिंसा की वजह और घटनाक्रम

    वक्फ कानून विवाद: 8 अप्रैल को लागू हुए इस कानून के तहत वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में केंद्र की भूमिका बढ़ने से मुस्लिम समुदाय में असंतोष .



    ये भी पढ़े-🌟 बजरंग बली: वो रहस्य जो किताबों में नहीं मिलेगा! जानिए क्यों कहते हैं हनुमान जी को 'बजरंग बली'




    हिंसक प्रदर्शन: भीड़ ने पुलिस वाहनों को आग लगाई, सड़कें जाम कीं, और शमशेरगंज में एक परिवार के दो सदस्यों की नृशंस हत्या की .


    2. सुरक्षा बलों की तैनाती

    BSF की भूमिका: आईजी करणी शेखावत ने कहा कि BSF पुलिस के साथ समन्वय से काम करेगी और आवश्यकता पड़ने पर अधिक बल भेजने को तैयार है .



    ये भी पढ़े-वक्फ: मुस्लिम समाज के लिए वरदान या अब अभिशाप? क्या वक्फ संशोधन से समाज को नुक़सान या कुछ लोगों को फ़ायदा?



    कोर्ट का आदेश: हाईकोर्ट ने नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी की याचिका पर CAPF तैनाती का निर्देश दिया .


    3. राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

    TMC vs BJP: ममता बनर्जी ने कहा— "हमने यह कानून नहीं बनाया", जबकि BJP ने हिंदुओं पर हमलों में प्रशासन की विफलता का आरोप लगाया .


    राज्यपाल का समर्थन: सी.वी. आनंद बोस ने हाईकोर्ट के हस्तक्षेप की सराहना की .


    4. मानवीय और आर्थिक प्रभाव

    पीड़ित परिवार: शमशेरगंज में पिता-पुत्र की हत्या के बाद परिजनों ने पुलिस की निष्क्रियता का आरोप लगाया .


    आर्थिक नुकसान: रेलवे और सार्वजनिक संपत्ति को लाखों का नुकसान, व्यापार ठप .



    ये भी पढ़े-दिल्ली की प्यास: केजरीवाल से लेकर बीजेपी तक, पानी की एक-एक बूंद को तरसते छत्तरपुर के लोग


    ये भी पढ़े-दिल्ली छत्तरपुर की प्यास: टैंकर माफिया, अवैध फ्लैट और जल बोर्ड की चुप्पी – किससे उम्मीद करें दिल्ली वाले?




    मुर्शिदाबाद में हिंसा ने कानून-व्यवस्था और साम्प्रदायिक सद्भाव के लिए गंभीर चुनौती पेश की है। BSF की तैनाती और न्यायालय की सक्रियता से हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन राजनीतिक दलों के आरोप-प्रत्यारोप और पीड़ित परिवारों की मांगें लंबित हैं। अगली सुनवाई (17 अप्रैल) तक स्थिति की निगरानी जारी रहेगी। 

    कोई टिप्पणी नहीं

    कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद

    Post Top Ad

    ad728

    Post Bottom Ad

    ad728