पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान में तनाव चरम पर, पाक सेना की ‘खोखली धमकी’ पर बढ़ा विवाद
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इस्लामाबाद/नई दिल्ली | We News 24 Desk
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। भारतीय सुरक्षा बलों को तीनों मोर्चों पर पूरी छूट मिलने के बाद अब माहौल जंग जैसे हालात की ओर बढ़ रहा है। दोनों देशों में बयानबाज़ी तेज हो गई है और राजनयिक रिश्तों में भी गहरी खटास नजर आने लगी है।
इस बीच पाकिस्तान के सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी का बयान सामने आया है, जिसने दोनों देशों के बीच तल्खी और बढ़ा दी है। बुधवार को इस्लामाबाद में उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार के साथ एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चौधरी ने भारत को चेतावनी देते हुए कहा, “हमले की जगह भारत तय करेगा, लेकिन उसका अंजाम कहां होगा, ये हम तय करेंगे।”
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पाक सेना ने दी तीनों मोर्चों पर जवाब की धमकी
चौधरी, जो इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के प्रमुख भी हैं, ने कहा कि पाकिस्तान की सेना, वायुसेना और नौसेना—तीनों भारत के किसी भी संभावित हमले का जवाब देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने पूर्वी और पश्चिमी सीमाओं पर निगरानी कड़ी कर दी है और सेनाएं हाई अलर्ट पर हैं।
उन्होंने कहा, “हम पाकिस्तान की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। सभी जवाबी कदम तैयार हैं।”
भारत पर ‘चुनावी फायदा उठाने’ का आरोप
लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी ने पहलगाम हमले में पाकिस्तान पर लगे आरोपों को खारिज करते हुए भारत पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भारत इस हमले को चुनावी फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहा है।
“यह हमला LoC से करीब 230 किलोमीटर दूर हुआ है। इतने मुश्किल रास्तों से कोई आतंकी महज़ 10 मिनट में वहां कैसे पहुंच सकता है?” उन्होंने सवाल उठाया।
चौधरी ने दावा किया कि भारत की सरकार चुनावों से पहले मुस्लिम विरोधी माहौल बनाने के लिए ऐसी घटनाओं का इस्तेमाल करती है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारत की जेलों में बंद पाकिस्तानी नागरिकों को फर्जी मुठभेड़ों में मारा जा रहा है। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि “मुहम्मद फारूक को उरी में घुसपैठिया बताकर मार दिया गया, जबकि वह एक निर्दोष पाकिस्तानी नागरिक था।”
भारत का रुख सख्त, सेना को खुली छूट
वहीं भारत ने भी इस हमले को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है। तीनों सेनाओं को "अपने स्तर पर निर्णय लेने" की पूरी छूट दे दी गई है। सूत्रों के अनुसार, भारत सरकार पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर घेरने की रणनीति पर भी काम कर रही है।
जहां एक ओर पाकिस्तान बयानबाज़ी और इनकार की नीति पर चलता दिख रहा है, वहीं भारत स्पष्ट संकेत दे चुका है कि वह किसी भी आतंकी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा। ऐसे में आने वाले दिनों में हालात और कैसे करवट लेते हैं, इस पर सभी की नजरें टिकी हैं।
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