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    सीलमपुर की गलियों में सीवर बना नर्क: दिल्ली जल बोर्ड और निगम की लापरवाही से यमुनापार डूबा गंदगी में

     

    सीलमपुर की गलियों में सीवर बना नर्क: दिल्ली जल बोर्ड और निगम की लापरवाही से यमुनापार डूबा गंदगी में



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    🆆🅴🅽🅴🆆🆂 24 डिजिटल डेस्क Update :28 May 2025

    ✍️ रिपोर्ट: गौतम कुमार 


    पूर्वी दिल्ली | We News 24

    सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र में गंदगी और सीवर ओवरफ्लो की समस्या कोई नई नहीं रही, लेकिन हालात अब इतने बदतर हो चुके हैं कि लोगों का जीना दूभर हो गया है। जिम्मेदारी दिल्ली जल बोर्ड और नगर निगम के बीच फुटबॉल बन गई है, और इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है आम जनता को।


    जगह-जगह पंचर सीवर लाइन और अवैध कनेक्शन

    ब्रह्मपुरी, चौहान बांगर, मौजपुर, उस्मानपुर, वेलकम और शास्त्री पार्क जैसे इलाकों में सीवर लाइनें जगह-जगह से पंचर कर दी गई हैं। स्थानीय लोगों और नगर निगम कर्मचारियों की मिलीभगत से नालियों को सीधे सीवर से जोड़ दिया गया है। नतीजा – गाद, कूड़ा और प्लास्टिक सीधे सीवर में जा रहा है।



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    "सीवर से पानी की बोतलें और कूड़े की पॉलीथिन बैग निकलती हैं। नालियों का पानी गलियों में भर जाता है, जिससे मच्छरों और बीमारियों का खतरा बना रहता है।"

    – इमरान, चौहान बांगर निवासी


    दिल्ली जल बोर्ड की चुप्पी और गैर-जिम्मेदारी

    दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक इलाके में उनके 1.10 लाख उपभोक्ता हैं, लेकिन इलाके में घरों की संख्या तीन लाख से ज्यादा है। यानी लाखों लोग बिना किसी वैध कनेक्शन के सीवर प्रणाली का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके बावजूद जल बोर्ड अवैध कनेक्शन बंद करने को तैयार नहीं।


    "दिल्ली जल बोर्ड अवैध कनेक्शन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करता रहता है। सीवर की सफाई का काम भी चलता रहता है।"

    – राजीव शर्मा, कार्यकारी अभियंता, दिल्ली जल बोर्ड


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    लेकिन जमीनी हकीकत इससे उलट है।

    गलियों से सड़कों तक फैला सीवर

    नालियों का पानी गलियों से बहकर जाफराबाद रोड और ब्रह्मपुरी रोड जैसी मुख्य सड़कों तक पहुंच रहा है। PWD की मुख्य नालों की सफाई साल में सिर्फ एक बार, वो भी बरसात से पहले होती है। फिर नालियों का गंदा पानी गलियों में बहकर लोगों के घरों तक पहुंचता है।


    "नालियों को सीवर लाइन से जोड़ने का कोई मतलब नहीं है, इससे हालात और बिगड़ रहे हैं।"

    – ब्रजमोहन पचौरी, ब्रह्मपुरी निवासी


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    निगम की अनभिज्ञता या अनदेखी?

    दिल्ली नगर निगम के जोन चेयरमैन प्रमोद गुप्ता ने नालियों को सीवर लाइन से जोड़े जाने की जानकारी से इनकार किया है।


    "मुझे इसकी जानकारी नहीं है, इस पर अधिकारियों से बात करूंगा।"

    – प्रमोद गुप्ता, जोन चेयरमैन, दिल्ली नगर निगम


    निष्कर्ष:

    पूर्वी दिल्ली का सीलमपुर क्षेत्र नगर निगम और दिल्ली जल बोर्ड की आपसी खींचतान की वजह से बदहाल है। नालियां सीवर से जुड़ चुकी हैं, सीवर गंदगी से भर चुका है, और गलियों में मच्छरों व बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। जरूरत है कि सरकार इस समस्या को गंभीरता से ले और बिना देरी के समाधान सुनिश्चित करे।

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