बड़ा खुलासा : भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की साजिश? झारखंड में बने 3000 मुस्लिम बच्चे के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र
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🆆🅴🅽🅴🆆🆂 24 रिपोर्टर ,सूरज महतो
झारखंड:- के जमशेदपुर में 3000 बच्चों के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी होने का मामला उजागर हुआ है। जांच के आदेश दिए गए हैं। यह घटना देशभक्ति और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। जानिए पूरी खबर।
भारत में बढ़ती संदेह और देशद्रोह की साजिशें: झारखंड का बड़ा फर्जीवाड़ा खुलासा देश के अंदर और बाहर चल रही गहरी साजिशों की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। अब झारखंड के जमशेदपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला प्रकाश में आया है, जहां बिना दस्तावेज़ के तीन हजार मुस्लिम बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र जारी किया गया है। आश्चर्यजनक बात यह है कि इस प्रखंड में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं रहता है। यह मामला देशभक्ति और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
क्या है मामला?
चाकुलिया प्रखंड के ललमटिया गांव में पंचायत सचिव के यूजर आईडी का दुरुपयोग कर तीन हजार से अधिक मुस्लिम बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। जब यह मामला मीडिया में उजागर हुआ, तो जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच के आदेश दिए।
जांच में पता चला कि इस गांव में आदिवासी, महतो और तांती हैं एक भी मुस्लिम परिवार नहीं है, फिर भी इतने सारे जन्म प्रमाण पत्र कैसे बन गए? यह सवाल पूरे देश की चिंता का विषय बन चुका है।
प्रशासन की कार्रवाई और जांच
पूर्वी सिंहभूम के डीसी अनन्य मित्तल ने बिना दस्तावेज़ के 3000 बच्चों के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने संबंधित विभागों को तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। इस मामले में संलिप्त प्रज्ञा केंद्र संचालक और अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
क्या है इस साजिश का मकसद?
विशेषज्ञ और गांव वाले इस घटना को एक बड़ी साजिश मान रहे हैं, जिसमें देश की एकता और सुरक्षा को खतरा पहुंचाने का प्रयास हो रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सब बांग्लादेशी घुसपैठियों और देश विरोधी ताकतों की मिलीजुली साजिश हो सकती है, जो भारत को "मुस्लिम राष्ट्र" बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
क्यों हो रही है यह साजिश?
देश के कुछ ताकतें, जो देश व समाज के हितों के खिलाफ हैं, वे मुस्लिम आबादी को बढ़ावा देने और हिंदू-आदिवासी समुदायों को अल्पसंख्यक बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इस तरह की फर्जीवाड़े की घटनाएं देश की एकता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं।
राष्ट्रीय जागरूकता और जरूरी कदम
झारखंड सरकार ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत जांच के आदेश दिए हैं। जिला प्रशासन ने कहा है कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला पूरे देश के लिए चेतावनी है कि देशद्रोही ताकतें देश की बुनियादी आधारभूत तत्वों को कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं। हमें चाहिए कि हम देशभक्ति के साथ इन साजिशों का डटकर मुकाबला करें और सरकार का समर्थन करें।
क्या है जरूरी?
- फर्जी दस्तावेज़ बनाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
- देशभक्ति और राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।
- सभी राज्यों में विशेष सतर्कता और जांच अभियान चलाया जाए।
- विदेशी घुसपैठ और देश विरोधी साजिशों पर रोक लगे।
हमारा संदेश:
देश की एकता और अखंडता के लिए हर भारतीय को जागरूक रहना जरूरी है। यह मामला साबित करता है कि कुछ देशद्रोही ताकतें हमारे देश को कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं। हमें इससे मिलकर निपटना होगा, ताकि भारत सुरक्षित और मजबूत रहे।
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