पटना: बिहटा के केलहनपुर में बालू माफियाओं ने खनन विभाग और पुलिस पर किया हमला, वाहन क्षतिग्रस्त
फटाफट पढ़े-
कहानी की सार :- पटना के बिहटा में केलहनपुर गांव में 21 अगस्त 2025 की रात बालू माफियाओं ने जिला खनन विभाग और पटना पुलिस की टीम पर हमला किया। पुलिस का वाहन क्षतिग्रस्त हुआ, लेकिन कोई घायल नहीं हुआ। खनन विभाग की छापेमारी के दौरान कुछ वाहन जब्त किए गए थे, जिसके बाद माफियाओं ने हमला किया। पुलिस ने गांव में कैंप कर फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
📝We News 24 :डिजिटल डेस्क » प्रकाशित: 22 अगस्त 2025, 17:50 IST
रिपोर्टिंग : बिहटा से कलीम
पटना, पटना जिले के बिहटा थाना क्षेत्र के केलहनपुर गांव में देर रात बालू माफियाओं ने जिला खनन विभाग और पटना पुलिस की संयुक्त टीम पर हमला कर दिया। इस घटना में पुलिस का वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, हालांकि किसी पुलिसकर्मी या खनन अधिकारी के घायल होने की सूचना नहीं है। पुलिस ने गांव में कैंप कर लिया है और फरार माफियाओं की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है।
घटना का विवरण
जिला खनन विभाग को सूचना मिली थी कि केलहनपुर गांव में देर रात बालू का अवैध खनन और भंडारण हो रहा है। इसके आधार पर खनन विभाग की टीम, पटना पुलिस के साथ, छापेमारी के लिए पहुंची। टीम ने कुछ बालू लदे वाहनों को जब्त किया, जिसके बाद वाहनों को छुड़ाने को लेकर माफियाओं और अधिकारियों के बीच विवाद शुरू हो गया।
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विवाद बढ़ने पर बालू माफियाओं ने अचानक हमला कर दिया। इस दौरान पटना पुलिस के वाहन को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया, और माफिया बालू लदे वाहनों को लेकर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और गांव में कैंप कर लिया।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
दानापुर डीएसपी-2 अमरेंद्र कुमार झा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया, “देर रात केलहनपुर गांव में जिला खनन विभाग की छापेमारी के दौरान असामाजिक तत्वों ने हमला किया। बिहटा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है। खनन विभाग की ओर से थाने में लिखित शिकायत दी जा रही है, जिसके आधार पर मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
पुलिस ने माफियाओं की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी साक्ष्यों की जांच शुरू कर दी है। गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, और फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
बालू माफियाओं का आतंक
बिहटा और आसपास के क्षेत्रों में बालू माफियाओं का आतंक कोई नई बात नहीं है। पहले भी कई बार खनन अधिकारियों और पुलिस पर हमले की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। 2023 में बिहटा में एक समान घटना में तीन खनन अधिकारियों, जिसमें एक महिला शामिल थी, पर हमला हुआ था, और 44 लोग गिरफ्तार किए गए थे। स्थानीय लोग बताते हैं कि रात के समय अवैध खनन और परिवहन आम है, जिसे रोकने में प्रशासन को कठिनाई हो रही है।
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सामाजिक और प्रशासनिक प्रभाव
इस हमले ने एक बार फिर बिहटा में अवैध बालू खनन के मुद्दे को सुर्खियों में ला दिया है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। एक ग्रामीण, राजेश कुमार, ने कहा, “बालू माफिया बेखौफ होकर काम करते हैं। प्रशासन को इन्हें रोकने के लिए और सख्त कदम उठाने चाहिए।”
रक्षा विशेषज्ञों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सरकार से मांग की है कि अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए कठोर नीतियां लागू की जाएं। बिहार सरकार ने हाल ही में अवैध खनन के खिलाफ नए नियम लागू किए हैं, जिसमें भारी जुर्माना और लाइसेंस रद्द करने का प्रावधान है।
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