देहरादून सहस्रधारा में बादल फटने से भारी नुकसान, मसूरी में मजदूर की मौत
फटाफट पढ़े- देहरादून के सहस्रधारा क्षेत्र में सोमवार देर रात बादल फटने से कार्डीगाड़ के मुख्य बाजार में भारी मलबा आया, जिससे 2-3 होटल और 7-8 दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। लगभग 100 लोगों को सुरक्षित निकाला गया, लेकिन 1-2 लोग लापता बताए जा रहे हैं। तमसा नदी और सॉन्ग नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिससे टपकेश्वर मंदिर में शिवलिंग डूब गया। मसूरी के झड़ीपानी में मलबे के कारण एक मजदूर की मौत हो गई और एक घायल हुआ। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, और पुलिस राहत कार्यों में जुटी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
📝We News 24 :डिजिटल डेस्क » प्रकाशित: 16 सितंबर 2025, 05 :05 AM IST
रिपोर्ट उर्विदत गैरोला
विस्तृत समाचार
देहरादून के सहस्रधारा क्षेत्र में सोमवार देर रात करीब 11:30 बजे बादल फटने की घटना से भारी तबाही मची। कार्डीगाड़ के ग्राम प्रधान राकेश जवाड़ी ने बताया कि मुख्य बाजार में मलबा आने से 2-3 बड़े होटल और 7-8 दुकानें पूरी तरह ध्वस्त हो गईं। इस आपदा में करीब 100 लोग फंस गए थे, जिन्हें स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। हालांकि, 1-2 लोगों के लापता होने की सूचना है, जिनकी तलाश जारी है।
आपदा कंट्रोल रूम के अनुसार, रात 2 बजे एसडीआरएफ और फायर सर्विस की टीमें मौके पर रवाना की गईं, लेकिन रास्ते में भारी मलबे के कारण वे घटनास्थल तक नहीं पहुंच पाईं। लोक निर्माण विभाग की जेसीबी मलबा हटाकर रास्ता खोलने में जुटी है।
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तमसा और सॉन्ग नदी में उफान
तमसा नदी रौद्र रूप में आ गई, जिसके कारण टपकेश्वर मंदिर में शिवलिंग तक पानी में डूब गया। मंदिर परिसर को खाली करा लिया गया है। वहीं, आईटी पार्क के पास सॉन्ग नदी का जलस्तर बढ़ने से आसपास के इलाकों में खतरा बढ़ गया। पुलिस ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। रायपुर थानाध्यक्ष गिरीश नेगी ने बताया कि रात 12:30 से 1:00 बजे के बीच आईटी पार्क के पास मलबा आया, जिसके बाद पुलिस, एनडीआरएफ, और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और जनहानि की कोई खबर नहीं है।
मसूरी में दर्दनाक हादसा
मसूरी के झड़ीपानी में भारी बारिश के कारण मजदूरों के कच्चे आवास पर मलबा गिर गया। इस हादसे में एक मजदूर की मौके पर मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शहर कोतवाल संतोष कुंवर ने बताया कि बारिश का पानी और मलबा मजदूरों के आवास पर गिरा, जिससे यह हादसा हुआ। अन्य मजदूरों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
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मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर कहा, "देहरादून के सहस्त्रधारा में देर रात हुई अतिवृष्टि से कुछ दुकानों को नुकसान होने की दुखद सूचना मिली है। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, और पुलिस राहत कार्यों में जुटी है। मैं स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं और स्थिति की निगरानी कर रहा हूं। ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं।"
राहत और बचाव कार्य
जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, और पुलिस टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं। मलबा हटाने और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम तेजी से चल रहा है। स्थानीय लोगों ने भी इस आपदा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
देहरादून और मसूरी में बादल फटने और भारी बारिश ने भारी तबाही मचाई है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य जारी हैं, और प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने में जुटा है। लोगों से नदी किनारे और जोखिम वाले क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की गई है।
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