ब्रेकिंग न्यूज:सीतामढ़ी नगर परिषद् के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल जारी, जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर
बिहार/सीतामढ़ी/समाचार
कैमरामैन पवन साह /रिपोर्टर संजू गुप्ता
सीतामढ़ी:4 साल पहले देश की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश देश भर में शुरू किया गया स्वच्छ भारत अभियान का सपना सीतामढ़ी शहर में फेल होता नजर आ रहा है. हालात यह हैं कि सीतामढ़ी शहर का हर गली चौराहा अब कूड़े में तब्दील हो गया है. लोगों का गंदगी से बुरा हाल है और इस कूड़े में तब्दील होती सीतामढ़ी शहर के सफाई कर्मचारियों की सुनने वाला कोई भी नहीं है |
आपको बता सीतामढ़ी नगर परिषद् के सफाई कर्मचारी 05अक्तूबर 2018 से अपनी मांगों को लेकर के हड़ताल अनिश्चित कालीन पर हैं. हड़ताल का असर सीतामढ़ी नगर की सड़कों पर नजर आ रहा है. पूरी सीतामढ़ी कूड़े में तब्दील हो गई है और गंदगी से लोग परेशान हैं, लेकिन सफाई कर्मचारियों का साफ कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं तब तक शहर का कचरा साफ नहीं होगा. ऐसे में सवाल उठता है कि सरकार बेशक गंदगी को दूर करने के लिए स्वच्छता अभियान चला रही हो लेकिन जब तक इस तरीके की हड़तालों को रोकने के लिए कोई योजनाएं या पॉलिसी नहीं बन जाती तब तक स्वच्छ भारत अभियान का सपना पूरा नहीं हो सकता|
07 नवम्बर को दीवाली का त्योहार मनाया जाएगा। इस मौके पर सभी लोग अपने घरों की सफाई करने में जुटे हुए है। जिसकी वजह से घरो में से अधिक कूड़ा निकल रहा हैं। ऐसे में हड़ताल लंबी खिंचती है तो इससे लोगों को काफी परेशानी हो सकती है।
जय नरायण राउत का कहना है
पूर्व सफाई इन्स्पेक्टर वर्तमान में वार्ड 23 के पार्षद जय नरायण राउत का कहना है की सफाईकर्मी अपना जायज मांग के लिए के लिए हड़ताल किया है |सफाईकर्मी का हड़ताल सामान काम सामान वेतन के लिए है |
जो सीतामढ़ी नगर के कार्यपालक पदाधिकारि जो है वो अपने वादा से मुकर रहे है |वो वादा करते है की सफाईकर्मी को बुलाकर बात करेंगे पर बुला कर बात नहीं करते है |जिस के कारण सफाईकर्मी आक्रोश में आ कर के हड़ताल पर चले गये है |


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