दिल्ली: तय समय-सीमा के बाद भी हुई आतिशबाजी, हवा की गुणवत्ता बेहद खराब
WAORS न्यूज
नई दिल्ली / समाचार
नई दिल्ली:क्या कभी आप सोच सकते है की हमारी खुशियों के वजह से किसी दुसरे को दुःख पहुचे | जी हाँ यही काम दिल्ली वालो ने किया है |एक तरफ पूरी दुनिया पर्यावरण को बचाने में लगी है तो दूसरी तरफ दिल्ली वाले उसे बिगाड़ने में लगे है |
पिछले कई हफ्तों से दिल्ली की हवा साँस लेने लायक नहीं थी |रही सही कसर दिवाली के के नाम पर पटखा जलाकर दिल्ली वासियों ने पूरी कर दी |क्या पटखा जलाने वाले कभी ये सोचा है की उन्हें भी इसी हवा में साँस लेना है |
सुप्रीम कोर्ट का आदेश का उल्घंन
दिल्लीवासियों ने बुधवार को शोर-शराबे वाली दीपावली मनाने का रास्ता चुना। सुप्रीम कोर्ट द्वारा पटाखा छोड़ने के लिये निर्धारित रात आठ से 10 बजे की समय-सीमा के बाद भी राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में लोग आतिशबाजी करते नजर आए। इसके बाद दिल्ली की हवा की गुणवत्ता बुधवार की रात 'बेहद खराब की श्रेणी की तरफ बढ़ गई।
दिल्ली की हवा की गुणवता बेहद खराब
दिल्ली में बुधवार रात दस बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 296 दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार शाम सात बजे एक्यूआई 281 था। रात आठ बजे यह बढ़कर 291 और रात नौ बजे यह 294 हो गया।
हालांकि, केंद्र द्वारा संचालित सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) ने समग्र एक्यूआई 319 दर्ज किया जो 'बेहद खराब की श्रेणी में आता है। सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली और अन्य त्योहारों के मौके पर रात आठ से 10 बजे के बीच ही फटाखे फोड़ने की अनुमति दी थी। न्यायालय ने सिर्फ 'हरित पटाखों के निर्माण और बिक्री की अनुमति दी थी। हरित पटाखों से कम प्रकाश और ध्वनि निकलती है और इसमें कम हानिकारक रसायन होते हैं।
#Delhi's Anand Vihar at 999, area around US Embassy, Chanakyapuri at 459 & area around Major Dhyan Chand National Stadium at 999, all under 'Hazardous' category in Air Quality Index (AQI)
कोर्ट ने कहा उल्लंघन की स्थिति में SHO जिमीदार होगा
कोर्ट न्यायालय ने पुलिस से इस बात को सुनिश्चित करने को कहा था कि प्रतिबंधित पटाखों की बिक्री नहीं हो और किसी भी संबंधित थाना के एसएचओ को व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार ठहराया जाएगा और यह अदालत की अवमानना होगी। शीर्ष कोर्ट के आदेश के बावजूद राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों से उल्लंघन किये जाने की खबरें मिली हैं।
आइये जानते है दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्र में क्या स्तिथि है
आनंद विहार, आईटीओ और जहांगीरपुरी समेत कई इलाकों में प्रदूषण का बेहद उच्च स्तर दर्ज किया गया। मयूर विहार एक्सटेंशन, लाजपत नगर, लुटियंस दिल्ली, आईपी एक्सटेंशन, द्वारका, नोएडा सेक्टर 78 समेत अन्य स्थानों से न्यायालय के आदेश का उल्लंघन किए जाने की सूचना प्राप्त हुई है। शहर में प्रदूषण निगरानी केंद्रों के ऑनलाइन संकेतकों ने 'खराब और 'बेहद खराब हवा की गुणवत्ता का संकेत दिया। रात आठ बजे के करीब पीएम 2.5 और पीएम 10 के स्तर में तेजी से वृद्धि हुई।
आनंद विहार, आईटीओ और जहांगीरपुरी समेत कई इलाकों में प्रदूषण का बेहद उच्च स्तर दर्ज किया गया। मयूर विहार एक्सटेंशन, लाजपत नगर, लुटियंस दिल्ली, आईपी एक्सटेंशन, द्वारका, नोएडा सेक्टर 78 समेत अन्य स्थानों से न्यायालय के आदेश का उल्लंघन किए जाने की सूचना प्राप्त हुई है। शहर में प्रदूषण निगरानी केंद्रों के ऑनलाइन संकेतकों ने 'खराब और 'बेहद खराब हवा की गुणवत्ता का संकेत दिया। रात आठ बजे के करीब पीएम 2.5 और पीएम 10 के स्तर में तेजी से वृद्धि हुई।
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार पीएम 2.5 और पीएम 10 का 24 घंटे का औसत क्रमश: 164 और 294 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहा। सफर ने गुरुवार को हवा की गुणवत्ता 'खराब श्रेणी में रहने का अनुमान जताया जबकि इस साल 2017 के मुकाबले कम हानिकारक पटाखे छोड़े गए। उसने यह भी कहा कि प्रदूषण का स्तर बुधवार और गुरुवार को सुबह 11 बजे और रात तीन बजे के बीच चरम पर रहेगा।




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