Delhi Flood:-दिल्ली में यमुना होने लगी है शांत धीरे-धीरे हो रहा है पानी कम ,दिल्ली की सड़के बन गयी नदी
We News 24 Digital News» रिपोर्टिंग सूत्र / काजल कुमारी
नई दिल्ली :- राजधानी दिल्ली में गुरुवार को रिकॉर्ड जलस्तर दर्ज करने के बाद अब दिल्ली में यमुना का पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है. सुबह 6 बजे यमुना का जलस्तर 208.46 मीटर दर्ज किया गया था, जो कि सुबह 7 बजे तक 208.44 मीटर हो गया है. बाढ़ के खतरे के बीच दिल्ली में कई जगहों पर पानी भर गया है. दिल्ली के शांति वन इलाके से भी ऐसी ही तस्वीरें सामने आ रही हैं, जिनमें पानी भरने से लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. सड़कों ने नदियों का और कॉलोनियों ने झीलों का रूप ले लिया है.
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झील बना राजघाट, बापू की समाधि के पास तेज धार से बह रहा पानी
यमुना का बढ़ा हुआ पानी अब महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट तक पहुंज गया है. ताजा तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि पूरा पार्क ही जलमग्न हो गया है. अभी भी तेज धार के साथ पार्क में पानी भर रहा है. राजघाट के आस-पास के इलाकों को भी अब बाढ़ की चिंता डराने लगी है. आस-पास के लोगों का कहना है कि उन्होंने पिछले 30 सालों में कभी भी राजघाट की ऐसी हालत नहीं देखी. पूरा राजघाट ही झील में तब्दील हो गया है.
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पानी अभी भी रिकॉर्ड जलस्तर से सिर्फ 0.20 मीटर नीचे
रिकॉर्ड जलस्तर पर बहने के बाद राजधानी दिल्ली में यमुना के जलस्तर में मामलू गिरावट आई है. जानकारी के मुताबिक यमुना का जलस्तर लगातार गिर रहा है, लेकिन अभी भी ये पानी सर्वाधिक रिकॉर्ड 208.66 मीटर से महज 0.20 मीटर ही नीचे हुआ है. शुक्रवार की सुबह यमुना का जलस्तर दिल्ली में 208.46 मीटर रिकॉर्ड किया गया है. कल यानी 13 जुलाई को यमुना ने रात 8 बजे अपना सर्वाधिक जलस्तर रिकॉर्ड किया था.
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सुप्रीम कोर्ट की दहलीज पर पहुंची बाढ़
दिल्ली में यमुना का जलस्तर भले ही कल की तुलना में गिरा हो, लेकिन बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है. ये पानी अब सुप्रीम कोर्ट की दहलीज तक पहुंच चुका है. राजधानी दिल्ली का ITO स्थित इलाका जलमग्न हो चुका है. उस इलाके में स्थित कई सरकारी दफ्तरों में पानी घुस गया है.कल देर शाम आईटीओ के पास एक ड्रेन का रेगुलेटर क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण पानी का रिसाव शुरू हुआ था, जिसके बाद देर रात तक आईटीओ का इलाका जलमग्न हो गया. जब तक पानी के बहाव को रोका जा सका तब तक पानी सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच चुका था.
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आखिर कैसे दिल्ली में बने बाढ़ से हालात?
भारत के उत्तरी राज्यों में मूसलाधार बारिश ने यमुना के जलस्तर को बढ़ा दिया. वहीं दिल्ली में भी इस दौरान भीषण बारिश हुई. ऊपर के प्रदेशों ने हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज में लगातार पानी छोड़ा, जिसके चलते यमुना में पानी बढ़ता चला गया. अब हालात ये हैं कि पानी यमुना की परिधि लांघ कर दिल्ली में बाढ़ के हालात लाने की कगार पर है.
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राजधानी दिल्ली में यमुना नदी इस वक्त अपने चरम उफान पर है. आंकड़े गवाही दे रहे हैं कि दिल्ली में अब तक के इतिहास में यमुना कभी भी इतने भारी पानी के साथ नहीं बही. यही कारण था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को केंद्रीय गृह मंत्री से निवेदन करना पड़ा कि यमुना में पानी भरने वाले हथनी कुंड बैराज से धीरे-धीरे कर के ही पानी आगे छोड़ा जाए. केंद्रीय गृह मंत्री ने भी स्थिति का जायजा लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हालात से रू-ब-रू कराया. गृह मंत्री ने उन्हें बताया कि आने वाले 24 घंटों में यमुना का जलस्तर गिरने की उम्मीद है. वहीं हालात बिगड़ते हैं तो निपटने के भी पुख्ता इंतजाम हैं. एनडीआरएफ की कई टीमें इसके लिए मुस्तैद हैं.
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