राजधानी दिल्ली फिर धमाकों से दहल उठी, क्राइम ब्रांच के पास हुआ धमाका, हर तरफ धुआं ही धुआं
We News 24 Hindi / रिपोर्टिंग सूत्र / काजल कुमारी
नई दिल्ली :- दिल्ली के प्रशांत विहार में हुए इस ताजा धमाके ने न सिर्फ स्थानीय लोगों को बल्कि पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। दिल्ली के प्रशांत विहार में गुरुवार सुबह 11.30 बजे तक सबकुछ रोजाना की तरह नॉर्मल था। अचानक से एक तेज धमाका हुआ और कई किलोमीटर तक लोग दहल उठे। इस दौरान जो जहां था, वहीं खड़ा हुआ सहम उठा। इसके बाद लोगों ने देखा तो हर तरफ धुएं का गुब्बार फैला हुआ था।
इलाके के लोग इस वजह से भी पूरी तरह सहम गए थे, क्योंकि एक महीने पहले ही घटनास्थल से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर इसी तरह का तेज धमाका हुआ था। उस समय हुए धमाके को लेकर भी लोगों के जहन में कई सवाल हैं, जिनके जवाब अभी तक कोई अधिकारी नहीं दे पाया है।
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घटनास्थल से चंद कदमों की दूरी पर क्राइम ब्रांच का कार्यालय
जिस जगह पर यह धमाका हुआ है, उससे चंद कदमों की दूरी पर ही क्राइम ब्रांच का कार्यालय और स्कूल है। मिठाई की दुकान के सामने रेहड़ी वाले के करीब में ही यह तेज धमाका हुआ है। धमाके में एक व्यक्ति घायल हुआ है। मौके से मिला सफेद पाउडर
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प्राथमिक जांच में सामने आई बातें
- सफेद पाउडर का मिलना - घटनास्थल से सफेद पाउडर मिलने की बात सामने आई है, जो विस्फोटक सामग्री हो सकती है। इसकी फोरेंसिक जांच अहम है।
- आसपास संवेदनशील स्थानों की मौजूदगी - धमाके की जगह के करीब क्राइम ब्रांच का ऑफिस और स्कूल हैं, जो इसे और संवेदनशील बनाता है।
- बार-बार धमाके की वजह से भय का माहौल - दो धमाकों की कड़ियों को जोड़कर यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि कोई बड़ी साजिश हो सकती है।
पुलिस और जांच एजेंसियों पर बढ़ा दबाव
इन धमाकों के बाद यह सवाल उठना लाजिमी है कि:
- क्या कोई आतंकी एंगल है?
- क्या इलाके को दहशत में डालने की कोई बड़ी साजिश रची जा रही है?
- पिछले धमाके की जांच में देरी क्यों हुई और क्या दोनों घटनाओं में कोई संबंध है?
- इलाके में एक महीने में दो बार धमाके करने वाले आखिर कौन? पहले हुए धमाके को लेकर आखिर पुलिस क्यों नहीं कर पाई खुलासा?. क्या इलाके में कोई बड़ी साजिश चल रही है?.
- 20 अक्टूबर को हुए धमाके की रिपोर्ट अभी तक क्यों नहीं आ सकी?
- आतंकी एंगल पता नहीं चलने पर अब तक केस को स्पेशल सेल या एनआईए को ट्रांसफर क्यों नहीं किया जा सका?
बच्चों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा पर सवाल
धमाकों की वजह से बच्चों में डर और तनाव बढ़ रहा है। अभिभावकों का चिंतित होना स्वाभाविक है क्योंकि धमाके स्कूलों और भीड़भाड़ वाले इलाकों के करीब हो रहे हैं। यह जरूरी है कि प्रशासन सुरक्षा के सख्त कदम उठाए, जिससे बच्चों और स्थानीय लोगों का विश्वास बहाल हो सके।
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समाधान की दिशा
- जांच प्रक्रिया तेज करना - एनआईए और एनएसजी जैसी एजेंसियों की मदद से धमाकों की सच्चाई तक पहुंचना प्राथमिकता होनी चाहिए।
- इलाके में निगरानी बढ़ाना - सीसीटीवी कैमरों और गश्त के माध्यम से सुरक्षा चाक-चौबंद की जाए।
- स्थानीय लोगों की सहभागिता - जनता को सतर्क और जागरूक बनाना जरूरी है ताकि संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना दी जा सके।
- धमाकों के कारणों का पारदर्शी खुलासा - जनता का भरोसा बनाए रखने के लिए जांच की जानकारी सार्वजनिक करना आवश्यक है।
इस तरह की घटनाओं को रोकने और दोषियों को जल्द पकड़ने के लिए प्रशासन को पूरी ताकत झोंकनी होगी। जब तक इन सवालों का जवाब नहीं मिलता, तब तक प्रशांत विहार के लोगों का डर और चिंताएं बनी रहेंगी।
बेहतर संवाद और त्वरित कार्रवाई ही इस मामले में राहत दिला सकती है।
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