क्या भ्रष्टाचार मुक्त पार्टी बन गयी भ्रष्टाचार युक्त पार्टी ? क्या केजरीवाल के तमाम नेता भ्रष्टाचार में लिप्त हैं.?
We News 24 Hindi / रिपोर्टिंग सूत्र / दीपक कुमार
नई दिल्ली :- आम आदमी पार्टी (AAP) के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप समय-समय पर लगते रहे हैं। पार्टी, जो "स्वच्छ राजनीति" के वादे पर सत्ता में आई थी, कई विवादों में घिरी है। हालांकि, AAP नेतृत्व ने इन आरोपों को अक्सर खारिज किया है और उन्हें राजनीतिक साजिश बताया है। नीचे AAP से जुड़े भ्रष्टाचार के कुछ मामलों का सारांश है: आम आदमी पार्टी (AAP) के सत्ता में आने के बाद से अब तक 12 से अधिक विधायकों को विभिन्न आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया है। ये गिरफ्तारियां मुख्य रूप से भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी, और अन्य विवादास्पद मुद्दों से संबंधित हैं।
ये भी पढ़े-दिल्ली में लगा धारा 163 ,किसानों आंदोलन को देखते हुए दिल्ली में बढ़ा दी गई सुरक्षा
मुख्य आरोप और विवाद:
शराब नीति विवाद (2022): दिल्ली सरकार की नई शराब नीति के संबंध में भ्रष्टाचार के आरोप लगे। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का नाम इसमें आया, और सीबीआई ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया। आरोप था कि नीति में बदलाव कर निजी कंपनियों को लाभ पहुंचाया गया।
विधायक नरेश यादव का मामला: नरेश यादव को कुरान बेअदबी मामले में दोषी ठहराया गया, जिसमें आर्थिक लेन-देन (90 लाख रुपये) के आरोप थे। हालांकि, पार्टी का कहना है कि यह राजनीति से प्रेरित है
हमारे twitter Page को Like करे
हमारे WhatsApp Chenal को Join करे
हमारे Facebook Page को Likeकरे
कांग्रेस के पूर्व नेताओं का आरोप: पार्टी के कुछ पुराने नेताओं, जैसे कपिल मिश्रा और कुमार विश्वास, ने AAP नेतृत्व पर भ्रष्टाचार और मनमानी का आरोप लगाया है।
अन्य मामले:
- दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में ईडी ने कार्रवाई की थी।
- AAP सरकार पर सरकारी विज्ञापन के लिए सार्वजनिक धन का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगा था।
- पंजाब के विधायक:पंजाब में AAP के कुछ विधायकों को रिश्वत और भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ्तार किया गया है, जिनमें भटिंडा ग्रामीण विधायक अमित रत्तन कोटफत्ता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला प्रमुख हैं।
अमनतुल्लाह खान (वक्फ बोर्ड मामला):
ओखला के विधायक अमनतुल्लाह खान पर वक्फ बोर्ड में वित्तीय गड़बड़ी और अवैध नियुक्तियों के आरोप लगे।
पार्टी का पक्ष:
AAP का दावा है कि यह सभी आरोप विपक्ष द्वारा उनके खिलाफ साजिश के तहत लगाए गए हैं। पार्टी का तर्क है कि उसने शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में बड़ा सुधार किया है, जिससे जनता का समर्थन उनके पक्ष में है।
विपक्ष का पक्ष :
- बुजुर्गों को वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिल रही है। गरीबों को राशन कार्ड नहीं मिल रहा है।
- सड़कें क्षतिग्रस्त हैं।
- प्रदूषण नियंत्रण से बाहर हो गया है।
- युवा बेरोजगार हैं।
- महंगाई के कारण महिलाएं निराश हैं।
- आप ने दिखावे के लिए मोहल्ला क्लीनिक खोले हैं।
- यह केजरीवाल मॉडल है।"
क्या AAP भ्रष्टाचार में लिप्त है?
यह कहना मुश्किल है कि AAP भ्रष्टाचार में लिप्त हो चुकी है, क्योंकि यह कई मामलों में अदालत और जांच एजेंसियों के फैसलों पर निर्भर करता है। हालांकि, राजनीतिक रूप से AAP पर पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने का दबाव बढ़ गया है। उनके मुख्य नेता के साथ-साथ केजरीवाल पर भी भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप है तो क्या भ्रष्टाचार मुक्त पार्टी बन गयी भ्रष्टाचार युक्त पार्टी ?
निष्कर्ष:
सभी नेताओं को भ्रष्टाचार में लिप्त मानना सही नहीं होगा। हालांकि, AAP के कई नेताओं पर गंभीर आरोप लगे हैं, जो उनकी स्वच्छ राजनीति की छवि पर असर डालते हैं। इन मामलों का अंतिम निर्णय न्यायिक जांच और अदालतों के फैसलों पर निर्भर करेगा। और आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में ये साफ हो जायेगा की आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार मुक्त पार्टी है या भ्रष्टाचार युक्त पार्टी इसका फैसला दिल्ली की जनता करेगी
हमसे सम्पर्क :
आपकी विधान सभा से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा करने के लिए आप हमारे व्हाट्सएप नंबर 9599389900 पर अपनी बात भेज सकते हैं। कृपया अपने संदेश में निम्नलिखित जानकारी शामिल करें:
- अपना नाम
- वार्ड का नाम
- समस्या का विवरण
- अगले विधान सभा चुनाव में आप किसे विधायक के रूप में देखना चाहते हैं
इस जानकारी के साथ, हम आपकी समस्या पर अधिक विस्तार से चर्चा कर सकेंगे
कोई टिप्पणी नहीं
कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद