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    कलियुग के बेटे की सितम : पहले तो उसने अपनी बूढ़ी मां को ठंड में छत पर सुलाया, जब वह नहीं मरी तो गला घोंटकर मार डाला

    कलियुग के बेटे की सितम  पहले तो उसने अपनी बूढ़ी मां को ठंड में छत पर सुलाया, जब वह नहीं मरी तो गला घोंटकर मार डाला






    We News 24 Hindi / रिपोर्टिंग सूत्र / मनोज चन्द्र्वंसी 


     ग्वालियर :- 9 दिसंबर को ग्वालियर में एक ऐसी घटना हुई, जिसने रूह कंपा दी। यकीन करना मुश्किल है, लेकिन दो बेटों ने अपनी बूढ़ी मां को बेरहमी से मार डाला। लेकिन इससे पहले उन्होंने उसे काफी प्रताड़ित किया था। इस बारे में स्थानीय लोगों ने जो बातें बताईं, उसे सुनकर किसी की भी आंखें नम हो जाएंगी। लोगों ने बताया कि कमला देवी करीब 88 साल की थीं। उनके दो बेटे थे, डालचंद और प्रेम नारायण उर्फ ​​पप्पू।



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    बेटे मां को नहीं रखना चाहते थे


    कमला देवी चलने-फिरने में असमर्थ थीं। प्रेम नारायण कोटा वाला मोहल्ला में किराए के मकान में रहते हैं। वह अपनी मां को किराए के मकान में नहीं रखना चाहते थे। दूसरा भाई डालचंद राय कॉलोनी में अपनी सास के घर रहता था। उसकी पत्नी भी बूढ़ी मां को रखने के पक्ष में नहीं थी।


    दोनों बेटों में से कोई भी बूढ़ी मां को रखना नहीं चाहता था। कुछ समय पहले जब कमला देवी की तबीयत खराब हुई, तो बेटों ने उन्हें घर से निकाल दिया। यह देख मोहल्ले के लोग हैरान रह गए। कुछ लोग उन्हें थाने ले गए।



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    पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली थी


    पुलिस ने दोनों बेटों को थाने बुलाया। दोनों ही कमला देवी को रखने के लिए तैयार नहीं थे, इसलिए पुलिस को एफआईआर दर्ज करनी पड़ी। इसके बाद दोनों ने तय किया कि वे अपनी मां को एक-एक महीने तक अपने साथ रखेंगे।


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    दोनों बेटे अपनी मां को अपने साथ रखने के लिए तैयार नहीं थे


    लेकिन यह कानूनी प्रक्रिया से बचने का दिखावा मात्र था। खाना-पीना भी बंद कर दिया गया। बेटों ने अपनी मां को घर की छत पर एक खाट पर लिटा दिया। न तो उन्होंने खाट पर चादर बिछाई और न ही ओढ़ने के लिए कंबल दिया।


    मां ठंड में कांपती रही


    कपड़े पास के खंभों पर टांग दिए गए ताकि लोग उन्हें न देख सकें। इसके बाद दोनों बेटे उनके मरने का इंतजार करने लगे। कमला देवी को ठंड में कांपता देख पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने सर्दियों में भैंसों के लिए बोरे से बनी रजाई छत पर फेंक दी। कमला देवी इसी रजाई को ओढ़कर सोती थी। बेटों ने उसे खाना-पानी देना भी बंद कर दिया था। आस-पड़ोस के लोग अक्सर छत पर कुछ न कुछ खाने के लिए फेंक देते थे।


    मां की गला घोंटकर हत्या

    जब इतना सब करने के बाद भी बेटों का मन नहीं भरा तो उन्होंने मिलकर अपनी बूढ़ी मां की हत्या कर दी। डालचंद ने कमला देवी के दोनों हाथ पकड़े, प्रेम नारायण ने बाएं हाथ से उसका मुंह दबाया ताकि वह चिल्ला न सके और दाएं हाथ से उसका गला घोंट दिया। इस दौरान कमला देवी का सिर चारपाई पर दबा दिया। दबाव के कारण हड्डी टूट गई और कान व नाक से खून आने लगा। पुलिस ने दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने जुर्म कबूल कर लिया। 

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