बिहटा में ट्रैफिक जाम एक गंभीर समस्या, ट्रैफिक जाम से आम लोगों के साथ बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ रहा असर
We News 24 Hindi / रिपोर्टिंग सूत्र / रईस अहमद
बिहटा:- राजधानी पटना के बिहटा में इनदिनों जाम से निजात लोगों को नहीं मिल रहा है।एक तरफ जहां बिहटा में दानापुर बिहटा एलिवेटेड रोड निर्माण कार्य चल रहा है। तो दूसरी तरफ बिहटा में भीषण जाम। कल रात्रि से लगे भीषण जाम अब पूरी तरह से भयावह रूप ले चुका है। बिहटा में इन दिनों जाम की समस्या गंभीर हो गई है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। विशेष रूप से बच्चों और इमरजेंसी वाहनों के लिए यह स्थिति बेहद चिंताजनक है।
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जाम की समस्या के कारण
एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य:
- दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य चलने के कारण सड़कों पर यातायात बाधित हो रहा है।
- वैकल्पिक मार्गों की कमी से स्थिति और खराब हो गई है।
शादी-विवाह का मौसम:
- शादी-विवाह के सीजन में छोटे और बड़े वाहनों की संख्या अचानक बढ़ गई है।
- ओवरटेकिंग और अनियंत्रित पार्किंग ने जाम की समस्या को और बढ़ाया।
भारी वाहन:
- भारी वाहनों के जाम में फंसने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
प्रशासन की तैयारी में कमी:
- ट्रैफिक पुलिस और स्थानीय प्रशासन का सही समय पर सक्रिय न होना स्थिति को और जटिल बना रहा है।
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प्रभाव
स्कूल जाने में बच्चों को परेशानी:
- स्कूल वैन और बसें जाम में फंसी हुई हैं, जिससे बच्चे पैदल ही स्कूल जाने को मजबूर हो रहे हैं।
इमरजेंसी सेवाओं पर असर:
- एम्बुलेंस और अन्य आपातकालीन वाहनों को भी जाम में फंसने से समय पर सेवा देना मुश्किल हो रहा है।
स्थानीय लोगों की परेशानी:
- स्थानीय निवासियों को काम-काज और रोजमर्रा की गतिविधियों में कठिनाई हो रही है।
स्थानीय प्रशासन का प्रयास
बिहटा थाने के थानाध्यक्ष राजकुमार पांडे ने कहा कि:
- पुलिस और ट्रैफिक विभाग की टीमें जाम हटाने में लगी हैं।
- ओवरटेकिंग और वाहनों की अधिक संख्या के कारण स्थिति बिगड़ी।
समाधान के संभावित उपाय
वैकल्पिक मार्गों का प्रबंधन:
- निर्माण कार्य के दौरान वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था हो।
- इन मार्गों पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती सुनिश्चित हो।
शादी और कार्यक्रमों के लिए दिशा-निर्देश:
- स्थानीय प्रशासन द्वारा शादी समारोह और बड़े आयोजनों के लिए ट्रैफिक प्रबंधन के दिशा-निर्देश जारी किए जाएं।
भारी वाहनों की आवाजाही पर नियंत्रण:
- भारी वाहनों को दिन के समय शहर के भीतर प्रवेश से रोकने के लिए समय सीमा तय की जाए।
सख्त ट्रैफिक प्रबंधन:
- ट्रैफिक पुलिस को अधिक सक्रिय और कुशल बनाया जाए।
- ओवरटेकिंग और अव्यवस्थित पार्किंग पर जुर्माना लगाया जाए।
स्थानीय जागरूकता:
- स्थानीय निवासियों और वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया जाए।
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