दिल्ली मेहरौली आप विधायक नरेश यादव ने विजय कुमार के बैंक खाते में 90 लाख रुपये क्यों भेजे ?
We News 24 Hindi / रिपोर्टिंग सूत्र / दीपक कुमार
नई दिल्ली :- दिल्ली के मेहरौली विधानसभा क्षेत्र के आप विधायक नरेश यादव को पंजाब पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी 2016 के मालेरकोटला, पंजाब में हुई कथित कुरान अपवित्रीकरण (sacrilege) के मामले से जुड़ी है। इस घटना में कुरान के फटे हुए पन्ने सड़क पर पाए गए थे, जिससे हिंसा भड़क गई थी। नरेश यादव पर आरोप है कि उन्होंने इस कृत्य को अंजाम देने के लिए मुख्य आरोपी को उकसाया था। इस मामले में अदालत ने उन्हें दो साल और 11,000 रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई। यह सजा अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश परमिंदर सिंह ग्रेवाल की अदालत ने सुनाई, जिसके बाद नरेश यादव को गिरफ्तार कर मालेरकोटला जेल भेज दिया गया। हालांकि उन्होंने इन आरोपों को निराधार बताते हुए खुद को निर्दोष कहा है .
नरेश यादव के खिलाफ चल रहे मामले में आरोप लगाया गया कि उन्होंने विजय कुमार के बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर किए थे। जांच के दौरान यह दावा किया गया कि नरेश यादव ने विजय कुमार के खाते में 90 लाख रुपये जमा किए थे, जो इस विवाद का प्रमुख आधार बना। नरेश यादव और विजय कुमार के बीच कथित लेन-देन (90 लाख रुपये) से जुड़े आरोपों के संबंध में यह दावा किया गया कि इन पैसों का उपयोग 2016 में मालेरकोटला, पंजाब में कुरान शरीफ की बेअदबी की घटना को अंजाम देने के लिए किया गया।
विजय कुमार, जो इस घटना में शामिल प्रमुख आरोपियों में से एक था, ने पुलिस को बताया कि उसे नरेश यादव से वित्तीय सहायता प्राप्त हुई थी। यह पैसा इस विवादास्पद कार्य को अंजाम देने के लिए प्रेरित करने और संगठित करने हेतु दिया गया। आज नरेश यादव के वकील एनएस धालीवाल ने कहा कि वो अदालत के इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देंगे।
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मामला और पृष्ठभूमि:
घटना का विवरण (2016):
25 जून 2016 को पंजाब के मालेरकोटला में कुरान शरीफ के फटे हुए पन्ने पाए गए, जिससे वहां सांप्रदायिक तनाव फैल गया। पुलिस ने नंद किशोर, विजय कुमार और गौरव कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया।
विजय कुमार की गिरफ्तारी के बाद उसके बयान के आधार पर नरेश यादव को भी इस घटना में शामिल बताया गया।आरोप:
जांच में यह सामने आया कि नरेश यादव ने विजय कुमार के बैंक खाते में 90 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे। इसके चलते उन्हें मुख्य आरोपी बनाया गया।ट्रायल कोर्ट का फैसला (2021):
मार्च 2021 में ट्रायल कोर्ट ने नरेश यादव को बरी कर दिया था क्योंकि पुलिस आरोप साबित नहीं कर पाई थी।नवीनतम फैसला (2024):
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने यादव को दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई। यादव के वकील ने इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देने की बात कही है।पुलिस जांच:
विजय कुमार के बैंक रिकॉर्ड और बयान के आधार पर यह दावा किया गया कि उसके खाते में 90 लाख रुपये का लेन-देन हुआ, जिसे नरेश यादव से जोड़ा गया। यह रकम कथित तौर पर बेअदबी की घटना को अंजाम देने के लिए दी गई थी।
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