अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद क्यों फफक-फफक रोने लगे ,सांसद कह रहे है दे देंगे इस्तीफा
We News 24 Hindi / दिनेश जायसवाल
अयोध्या :- में दलित युवती की नृशंस हत्या ने उत्तर प्रदेश की राजनीति को गरमा दिया है। समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद अवधेश प्रसाद की भावुक प्रतिक्रिया और रोते हुए न्याय की मांग करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे यह मुद्दा और ज्यादा तूल पकड़ रहा है। दरअसल, शनिवार को पुलिस को एक दलित युवती का शव निर्वस्त्र हालत में मिला था जिसके साथ गैंगरेप की आशंका पुलिस ने ही जताई थी. युवती की बेरहमी से हत्या हुई थी
ये भी पढ़े-क्या कुम्भ भगदड़ की सच्चाई को दबा रही योगी सरकार ?जानिए कुंभ का पूरा सच, क्यों कब और कैसे
मामले का राजनीतिक असर
सपा का बड़ा विरोध:
- सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने घटना की निंदा करते हुए चेतावनी दी कि अगर पीड़िता को न्याय नहीं मिला तो वे सांसद पद से इस्तीफा दे देंगे।
- यह सपा की रणनीति का हिस्सा भी हो सकता है, जिसमें वे दलितों और पिछड़ों के मुद्दों को प्रमुखता से उठाकर सरकार पर दबाव बनाना चाहते हैं।
सरकार पर निशाना:
- इस घटना से भाजपा सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
- विपक्ष इसे दलितों और महिलाओं की सुरक्षा से जोड़कर योगी सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहा है।
सोशल मीडिया पर आक्रोश:
- युवती की हत्या को लेकर जनता में भारी गुस्सा है, और सोशल मीडिया पर #JusticeForDalitGirl ट्रेंड कर रहा है।
- कई सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिक नेता इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं।
ये भी पढ़े-दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 8 विधायक बढ़ाएंगे केजरीवाल की मुश्किल
क्या हो सकता है आगे?
- सरकार जांच की गति बढ़ा सकती है ताकि विपक्ष को मौका न मिले।
- सपा और अन्य विपक्षी दल इस मुद्दे को विधानसभा और लोकसभा में जोर-शोर से उठा सकते हैं।
- दलित समुदाय में नाराजगी बढ़ सकती है, जिससे राजनीतिक समीकरण भी प्रभावित हो सकते हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में पुलिस ने दलित वर्ग की लापता युवती का शनिवार को निर्वस्त्र शव बरामद हुआ जिसकी बेरहमी से हत्या कर आंखें निकाल ली गई थीं और शरीर पर कई जख्म दिए गए थे. पुलिस ने युवती के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद उसकी हत्या किए जाने का अंदेशा जताया था.
यह मामला केवल अपराध तक सीमित नहीं है, बल्कि राजनीतिक रूप से भी बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। क्या आपको लगता है कि इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में कोई बड़ा बदलाव हो सकता है?
कोई टिप्पणी नहीं
कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद