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    🛑 फैक्ट चेक | फर्जी खबर: क्या प्रणय रॉय का असली नाम 'परवेज राजा' है और जन्म कराची में हुआ था? जानिए सच्चाई

    🛑 फैक्ट चेक | फर्जी खबर: क्या प्रणय रॉय का असली नाम 'परवेज राजा' है और जन्म कराची में हुआ था? जानिए सच्चाई


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    📍 We News 24  डेस्क | 30 अप्रैल 2025


    नई दिल्ली :- सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर इन दिनों एक भ्रामक संदेश वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि एनडीटीवी के संस्थापक प्रणय रॉय का असली नाम ‘परवेज राजा’ है और उनका जन्म कराची, पाकिस्तान में हुआ था। साथ ही यह भी कहा गया है कि सीबीआई ने छापा मारकर उनका जन्म प्रमाण पत्र और कुछ 'गुप्त दस्तावेज' बरामद किए हैं। इन दावों में एनडीटीवी का फुल फॉर्म "नवाजुद्दीन तौफीक वेंचर" बताया जा रहा है, और उनकी पत्नी राधिका रॉय का असली नाम 'राहिला' बताया गया है।

    हमने इस दावे की गहराई से जांच-पड़ताल की, और पाया कि यह संदेश पूरी तरह से फर्जी और मनगढ़ंत है।



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    🔍 सच्चाई क्या है?

    प्रणय रॉय कौन हैं?
    प्रणय रॉय एक वरिष्ठ पत्रकार और New Delhi Television Ltd. (NDTV) के सह-संस्थापक हैं। उनका जन्म भारत के कोलकाता में हुआ था, और उन्होंने अर्थशास्त्र में उच्च शिक्षा प्राप्त की है। उनके करियर की जानकारी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है।

    ‘परवेज राजा’ नाम या ‘कराची’ जन्मस्थान का कोई प्रमाण नहीं
    ऐसे किसी भी वैध दस्तावेज या रिपोर्ट में ‘परवेज राजा’ या ‘कराची में जन्म’ की कोई पुष्टि नहीं है। यह पूरी तरह फेक नेरेटिव है।

    NDTV का पूरा नाम क्या है?
    NDTV का पंजीकृत नाम है – New Delhi Television Ltd. इसका किसी 'नवाजुद्दीन तौफीक' से कोई संबंध नहीं है।



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    राधिका रॉय का 'राहिला' नाम?
    राधिका रॉय की पहचान एक भारतीय पत्रकार और मीडिया प्रोफेशनल के रूप में स्पष्ट है। उनके नाम को लेकर कोई विवाद या दूसरा नाम कभी सार्वजनिक रिकॉर्ड में नहीं रहा।

    मोदी के चेहरे पर डार्ट बोर्ड मिलने का दावा?
    यह दावा पूरी तरह से झूठा, भड़काऊ और भावनात्मक रूप से भटकाने वाला है। किसी भी आधिकारिक एजेंसी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।


    🚨 निष्कर्ष:

    यह वायरल संदेश झूठ, नफरत और अफवाह फैलाने का एक साधन है, जिसका उद्देश्य किसी की छवि धूमिल करना और आम जनता को गुमराह करना है।
    CBI, NDTV, या किसी सरकारी संस्था द्वारा ऐसी कोई जानकारी जारी नहीं की गई है।

    🗣️ We News 24 की अपील:

    कृपया ऐसी फर्जी खबरों को आगे शेयर न करें। कोई भी संदिग्ध संदेश मिलने पर उसका स्रोत जांचें, और अगर शक हो, तो उसे #FakeNews मानें जब तक प्रमाण न हो।


    📌 यदि आपको भी कोई वायरल मैसेज संदिग्ध लगता है, तो हमें भेजें – हम करेंगे उसकी पूरी पड़ताल।

    ✉️ Email: waorsnews@gmail.com

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