भारत की सैन्य तैयारियों से पाकिस्तान में खौफ, ISI और सरकार बचाव की मुद्रा में
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नई दिल्ली :- पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की सैन्य तैयारियों ने पाकिस्तान के हुक्मरानों को डरा दिया है। पड़ोसी देश अपनी करतूतों से पल्ला झाड़ने में लगा है, लेकिन भारत के मजबूत रुख के आगे उसकी हालत पतली नजर आ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सख्त बयान और सेना प्रमुख के कश्मीर दौरे के बाद पाकिस्तान कई मोर्चों पर बचाव की मुद्रा में आ गया है।
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पाकिस्तान की सैन्य तैयारियां: डर का सबूत
भारत के जवाबी हमले के डर से पाकिस्तान ने अपनी सेना, वायुसेना और नौसेना को हाई अलर्ट पर रखा है।
नौसेना की हरकतें: पाकिस्तान ने अरब सागर में अपनी नौसेना को अलर्ट कर दिया है और नेविगेशन चेतावनी जारी की है।
वायुसेना की तैनाती: दक्षिणी पाकिस्तान और सिंध में वायु रक्षा प्रणालियों को सक्रिय किया गया है। PAF के J-10C, JF-17 और F-16 लड़ाकू विमानों को युद्ध के लिए तैयार रखा गया है।
थल सेना का अलर्ट: LOC और अन्य अहम इलाकों में फौजी तैनाती बढ़ा दी गई है।
TRF का पलटवार: आतंकी हमले से मुकरने की कोशिश
पहलगाम हमले की जिम्मेदारी लेने के चार दिन बाद, पाकिस्तानी ISI के दबाव में TRF (The Resistance Front) ने अपना बयान बदल दिया। पहले TRF ने हमले की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन अब वह अपने ट्विटर अकाउंट के "हैक" होने का बहाना बना रहा है। यह साफ झूठ है, क्योंकि पाकिस्तान हमेशा आतंकवाद से इनकार करता है, लेकिन भारत के दबाव के आगे उसकी पोल खुल रही है।
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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान अलग-थलग
इस आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को किसी का समर्थन नहीं मिल रहा:
इस्लामिक देशों का रुख: सऊदी अरब, ईरान और अफगानिस्तान जैसे देश भारत के साथ खड़े हैं।
अमेरिका और इजरायल का दबाव: डोनाल्ड ट्रंप, तुलसी गबार्ड और बेंजामिन नेतन्याहू जैसे नेताओं ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया है।
चीन का साथ भी नहीं: भारत की कूटनीति के चलते चीन भी खुलकर पाकिस्तान का समर्थन नहीं कर रहा।
पड़ोसी देशों से तनाव: ईरान के साथ मिसाइल विवाद और तालिबान के साथ डूरंड लाइन पर झड़पों ने पाकिस्तान को और कमजोर कर दिया है।
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पाकिस्तानी सेना और सरकार की हालत खराब
आर्मी चीफ मुनीर पर विद्रोह: सेना के भीतर कई जनरल मुनीर के खिलाफ हैं। उसके भ्रष्टाचार के आरोपों ने उसकी छवि खराब कर दी है।
आर्थिक संकट: पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था धराशायी है, और युद्ध की स्थिति में वह लंबी लड़ाई नहीं लड़ सकता।
सेना का फोकस बंटा हुआ: बलूचिस्तान, केपी और अफगानिस्तान बॉर्डर पर तैनाती के कारण भारत के खिलाफ रिजर्व फोर्स नहीं बचा।
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निष्कर्ष: भारत का जवाबी हमला तय?
पाकिस्तान की हरकतें डर का संकेत दे रही हैं। वह TRF के बयान बदलकर और PM शाहबाज शरीफ द्वारा "जांच में सहयोग" का ढोंग करके भारत को शांत करना चाहता है। लेकिन भारत इस बार पीछे हटने वाला नहीं है। पहलगाम हमले का जवाब जरूर दिया जाएगा, और पाकिस्तान को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
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