"इस्लाम और कश्मीरियत के दुश्मन": पहलगाम हमले के खिलाफ कश्मीर की मस्जिदों से भारी निंदा
मुख्य बिंदु:
मस्जिदों के लाउडस्पीकर से एलान: "हमलावर इस्लाम और कश्मीरियत के दुश्मन हैं, यह नरसंहार इंसानियत के खिलाफ है।"
वादी भर में कैंडल मार्च: श्रीनगर से लेकर कुपवाड़ा तक स्थानीय लोगों ने "पर्यटक हमारे मेहमान हैं" के नारे लगाए।
27 लोगों की मौत: आतंकियों ने धर्म पूछकर पर्यटकों को निशाना बनाया, 20 मिनट तक चला खूनी खेल।
कश्मीर बंद को समर्थन: लोगों से अपील—"बुधवार का बंद शहीदों के प्रति एकजुटता दिखाएगा।"
क्या हुआ मस्जिदों में?
मंगलवार शाम ईशा की नमाज के दौरान कश्मीर की लगभग हर मस्जिद से लाउडस्पीकर पर यह एलान हुआ:
"बैसरन के हमलावर न तो इस्लाम के हक में हैं, न कश्मीरियत के। यह खूनी खेल पाकिस्तानी एजेंडे का हिस्सा है। हम शहीदों के परिवारों के साथ हैं।"
प्रतिक्रिया:
श्रीनगर, पुलवामा, बारामुला में लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर शांति का संदेश दिया।
पहलगाम के स्थानीय युवाओं ने होटल मालिकों और दुकानदारों के साथ मिलकर "हम शांति चाहते हैं" की तख्तियां उठाईं।
हमले की भयावहता
क्रूर तरीका: आतंकियों ने पर्यटकों से नाम और धर्म पूछकर गोलियां चलाईं।
20-25 मिनट तक अराजकता: रिसोर्ट में घुसे 5 आतंकियों ने एक महिला सहित 27 लोगों की जान ली।
सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया: घटनास्थल पर ARMY और CRPF की टीमें तैनात, जंगलों में छापेमारी जारी।
कश्मीरियत बनाम आतंकवाद
स्थानीय आक्रोश: "ये आतंकी हमारी आजीविका (टूरिज्म) को नष्ट कर रहे हैं।" — पहलगाम के होटल मालिक
राजनीतिक एकजुटता: पीडीपी, NC और कांग्रेस ने हमले की निंदा की, महबूबा मुफ्ती ने बंद को समर्थन दिया।
अब क्या?
कश्मीर बंद के दौरान शांति बनाए रखने की अपील।
अमरनाथ यात्रा (3 जुलाई से) की सुरक्षा को लेकर हाई-लेवल बैठक जल्द।
(श्रीनगर से नवीन शर्मा की रिपोर्ट)
📌 #पहलगाम_हमला #कश्मीरियत #मस्जिद_एलान #वी_न्यूज_24
📢 We News 24 Hindi
📲 वी न्यूज 24 को फॉलो करें और हर खबर से रहें अपडेट!
👉 ताज़ा खबरें, ग्राउंड रिपोर्टिंग, और निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए जुड़ें हमारे साथ।
कोई टिप्पणी नहीं
कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद