ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत पर हुए 15 लाख साइबर हमले: सिर्फ 150 सफल, पाकिस्तान-बांग्लादेश की भूमिका उजागर
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रिपोर्ट: We News 24 ब्यूरो | स्थान: मुंबई/नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए "ऑपरेशन सिंदूर" ने न सिर्फ सीमा पार बैठे आतंकियों की कमर तोड़ी, बल्कि डिजिटल मोर्चे पर भी दुश्मनों ने भारत को निशाना बनाने की नापाक कोशिशें तेज कर दीं। पहलगाम हमले के बाद भारत पर लगभग 15 लाख साइबर हमले हुए, जिनमें से केवल 150 ही सफल हो पाए। इन हमलों के पीछे पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मोरक्को और पश्चिम एशियाई देशों के हैकरों का हाथ सामने आया है।
भारत का साइबर डिफेंस सिस्टम बना अटूट दीवार
महाराष्ट्र साइबर कार्यालय के मुताबिक, अधिकांश हमलों को भारत के मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचे ने असफल कर दिया। विशेष रूप से सरकारी वेबसाइटों, रक्षा तंत्र और निर्वाचन आयोग जैसी संस्थाओं को टारगेट किया गया, लेकिन कोई बड़ा डेटा ब्रीच नहीं हो पाया।
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"भारत की डिजिटल सीमाएं अब उतनी ही सुरक्षित हैं जितनी उसकी भौगोलिक सीमाएं," एक वरिष्ठ साइबर अधिकारी ने कहा।
संघर्षविराम के बाद घटे साइबर हमले, पर खतरा बरकरार
हालांकि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम के बाद हमलों की संख्या घटी है, परंतु पाकिस्तान, बांग्लादेश और अन्य इस्लामिक देशों से डार्क वेब और बॉटनेट नेटवर्क के माध्यम से हमले लगातार जारी हैं। सरकारी एजेंसियों ने 83 फर्जी सोशल मीडिया पोस्ट की पहचान की, जिनमें से 38 को हटाया गया है। अब साइबर विभाग द्वारा एक राष्ट्रीय अभियान शुरू किया गया है जो भारत सरकार और सशस्त्र बलों से जुड़ी फर्जी खबरों पर निगरानी रखेगा।
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साइबर सुरक्षा के लिए हेल्पलाइन, जागरूकता अभियान शुरू
ऑनलाइन धोखाधड़ी और साइबर क्राइम को रोकने के लिए 1930 और 1945 जैसे हेल्पलाइन नंबरों को सक्रिय किया गया है। दोनों नंबरों पर रोजाना 7000 से अधिक कॉल्स आती हैं।
अब तक 600 करोड़ रुपये की ठगी को रोका जा चुका है, जिसमें 200 करोड़ रुपये पिछले 6 महीनों में ही सुरक्षित किए गए हैं।
फडणवीस ने किया जागरूकता वीडियो लॉन्च
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अभिनेता शरद केलकर और अमीषा पटेल के साथ मिलकर एक साइबर क्राइम अवेयरनेस वीडियो लॉन्च किया है। यह वीडियो आम नागरिकों को यह सिखाता है कि किस तरह साइबर ठग फोन कॉल, फर्जी वेबसाइट और ईमेल के जरिए लोगों को लूटते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के डिजिटल मोर्चे की सच्चाई
प्रधानमंत्री मोदी ने "ऑपरेशन सिंदूर" को न्याय की प्रतिज्ञा बताते हुए चेतावनी दी थी कि भारत अब आतंक और उसके संरक्षकों के खिलाफ "नई नीति" के तहत कार्य करेगा। यही नीति अब साइबर युद्ध में भी लागू हो रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे भारत ने सर्जिकल और एयर स्ट्राइक के माध्यम से आतंकवाद के अड्डों को ध्वस्त किया, वैसे ही अब साइबर स्ट्राइक और डिफेंस की रणनीति पर भी समान रूप से कार्य हो रहा है।
"ऑपरेशन सिंदूर" केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि डिजिटल और मनोवैज्ञानिक युद्ध का भी हिस्सा है। पाकिस्तान को अब यह समझ लेना चाहिए कि भारत अब हर मोर्चे पर चौकस और सक्षम है—फिर चाहे वह LOC हो या साइबर स्पेस।
अगर आप भी साइबर अपराध का शिकार हुए हैं तो 1930 या 1945 पर तुरंत कॉल करें। सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।
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