पाकिस्तान में पानी को लेकर मचा हाहाकार: सिंध में गृह मंत्री का घर जलाया, बंदूकें लेकर पहुंचे प्रदर्शनकारी
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🆆🅴🅽🅴🆆🆂 24 डिजिटल डेस्क
✍️ By Kajal Kamari | WeNews24 | Updated: 21 May 2025
नई दिल्ली/कराची — पाकिस्तान के सिंध प्रांत में पानी को लेकर तनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है। सिंधु नदी पर विवादास्पद नहर परियोजनाओं के विरोध में उग्र हुए प्रदर्शनकारियों ने गृह मंत्री जियाउल हसन लंजर के घर पर हमला कर दिया और उसमें आग लगा दी। इस हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि कई पुलिसकर्मी, जिनमें एक डीएसपी भी शामिल हैं, घायल हो गए हैं।
सिंधु नदी पर जल संकट से उपजा गुस्सा
भारत द्वारा सिंधु जल संधि पर पुनर्विचार के बाद पाकिस्तान के भीतर सिंधु नदी से जुड़े जलवितरण को लेकर पहले से ही तनाव था। अब सिंध प्रांत में विवादित नहरों के निर्माण ने आग में घी का काम किया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि ये नहर परियोजनाएं सिंध के हिस्से का पानी पंजाब ले जाएंगी, जिससे सिंध में सूखा और पीने के पानी की भयंकर किल्लत हो जाएगी।
मोरो में प्रदर्शन, हिंसा में तब्दील
डॉन न्यूज के अनुसार, सिंध के नौशहरो फिरोज जिले के मोरो तालुका में विरोध प्रदर्शन उस समय हिंसक हो गया जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया। जवाब में भीड़ उग्र हो गई और कई जगहों पर आगजनी शुरू हो गई। दो ट्रेलरों को आग लगा दी गई और गृह मंत्री लंजर के घर में घुसकर तोड़फोड़ व आगजनी की गई। प्रदर्शनकारियों के हाथों में बंदूकें भी थीं।
राजनीतिक साजिश या जनाक्रोश?
सिंध के सूचना सचिव अज़ीज़ धामरा ने इसे “आतंकवादी कृत्य” बताया है और कहा है कि विरोध प्रदर्शन करने का हक सबको है, लेकिन किसी नेता के घर पर हमला राजनीतिक साजिश की ओर इशारा करता है। सिंध सरकार ने इस हमले की निंदा की है और पुलिस को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
मौके पर तैनात किए गए वरिष्ठ अधिकारी
घटना के बाद स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए डीआईजी बेनजीराबाद परवेज चंदियो और एसएसपी संघार मलिक मोरो पहुंचे। क्षेत्र के कई थानों से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। मोरो की ओर जाने वाली सड़क को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
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🔴 क्या कहती है यह घटना?
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर पाकिस्तान के जल संकट, सरकार की योजनाओं में पारदर्शिता की कमी और प्रांतीय असंतुलन की पोल खोल दी है। सिंध जैसे संसाधनविहीन प्रांतों में जब पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं हो पा रही, वहां सिंधु जल का अन्यत्र डायवर्जन जनता के धैर्य को तोड़ रहा है।
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