✍️ रिपोर्ट: वी न्यूज 24 डेस्क
ईरान और अमेरिका के बीच तनाव एक नए और बेहद खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। इजरायली अधिकारियों के हवाले से खबर है कि ईरान ने क़तर, इराक और बहरीन में मौजूद अमेरिकी ठिकानों पर छह बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। इस हमले को ईरानी परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हवाई हमलों के जवाब में देखा जा रहा है।
🧨 क्या हुआ था?
रविवार सुबह अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर सीधा संकेत दिया था कि वह इस संघर्ष में खुलकर इजरायल के साथ है। इस हमले के तुरंत बाद ईरान ने क़तर, इराक और बहरीन में स्थित अमेरिकी सैन्य बेस को निशाना बनाया।
ईरानी हमले के चलते क़तर में अमेरिकी दूतावास को तुरंत खाली कराया गया है, जबकि अमेरिकी सेना इस क्षेत्र में हाई-अलर्ट पर है।
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🌍 रूस-ईरान बनाम अमेरिका-इजरायल: गहराता वैश्विक टकराव
ईरान को रूस का समर्थन मिल रहा है, जबकि अमेरिका इजरायल के साथ खड़ा है। इस नए समीकरण ने मिडिल ईस्ट में हालात को अस्थिर कर दिया है। ईरान ने होर्मुज जलडमरूमध्य (Strait of Hormuz) बंद करने का ऐलान किया है, जिससे तेल निर्यात पर असर पड़ेगा। इस फैसले के बाद वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के दाम तेजी से बढ़ सकते हैं।
🤝 पुतिन की मध्यस्थता की पेशकश
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अगारची से मुलाकात कर तनाव कम करने के लिए मध्यस्थता करने की पेशकश की है। पुतिन का कहना है कि अमेरिका के एकतरफा हमलों से पूरा मिडिल ईस्ट घबरा गया है।
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🕊️ इजरायल-ईरान संघर्ष में अब तक कितनी मौतें?
13 जून से शुरू हुए इस जंग में अब तक इजरायल में 24 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 1200 से ज्यादा घायल हुए हैं। ईरानी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, ईरान में इस संघर्ष में 400 से अधिक मौतें हुईं और तीन हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। वहीं, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग के अनुमान के मुताबिक ईरान में मृतकों की संख्या 900 से ऊपर पहुंच चुकी है।
🔮 आगे क्या हो सकता है?
🪖 संघर्ष का विस्तार: ईरान के मिसाइल हमलों के बाद अमेरिका जवाबी कार्रवाई तेज कर सकता है, जिससे संघर्ष अन्य देशों में फैल सकता है।
🧑🤝🧑 अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति: रूस, चीन, भारत, यूरोपीय संघ, और अन्य देशों के कूटनीतिक प्रयास तेज होंगे ताकि इस टकराव को कम किया जा सके।
🛢️ तेल बाजार में अस्थिरता: होर्मुज जलडमरूमध्य बंद करने से वैश्विक ऊर्जा बाजार प्रभावित हो सकता है।
🕊️ संयुक्त राष्ट्र का हस्तक्षेप: संयुक्त राष्ट्र इस मसले पर एक आपात बैठक बुला सकता है ताकि तुरंत युद्धविराम हो।
💬 वी न्यूज 24 की राय
यह मिडिल ईस्ट के लिए एक बेहद नाजुक दौर है। वैश्विक समुदाय को एक साथ मिलकर इस तनाव को कम करने के लिए तुरंत कदम उठाने चाहिए ताकि एक बड़ा क्षेत्रीय युद्ध रोका जा सके।
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