💸 भीख और कर्ज की आदत ने तबाह कर दी पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था: 2025 के आर्थिक सर्वे से हुआ खुलासा
We News 24 | रिपोर्ट: वरिष्ठ पत्रकार ,दीपक कुमार
"पड़ोसी देश पाकिस्तान अब अपने ही कर्ज में डूबकर दम तोड़ रहा है।"
📊 आर्थिक सर्वे में क्या खुलासा हुआ?
- 31 मार्च 2025 तक पाकिस्तान पर कुल 76,007 अरब पाकिस्तानी रुपये (यानी 76 ट्रिलियन) का कर्ज है।
- भारतीय रुपये में यह कर्ज 23.1 ट्रिलियन बनता है।
- अमेरिकी डॉलर में यह आंकड़ा करीब 269.3 अरब डॉलर है।
- सिर्फ पिछले 4 वर्षों में ही पाकिस्तान का कर्ज दोगुना हो गया।
- 2015 से अब तक, पाकिस्तान का कर्ज पांच गुना बढ़ चुका है।
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📉 GDP विकास दर गिरकर 2% से भी नीचे
- पहली तिमाही: 1.37%
दूसरी तिमाही: 1.53%
-
तीसरी तिमाही: 2.4%
यह लगातार तीसरा साल है जब पाकिस्तान की विकास दर 3% से नीचे रही है।
🧕 45% आबादी गरीबी में, 16.5% अत्यधिक गरीबी में
विश्व बैंक और आर्थिक सर्वे के मुताबिक:
- पाकिस्तान की लगभग 45% जनता गरीबी रेखा के नीचे जीवन जी रही है।
- करीब 16.5% आबादी अत्यधिक गरीबी में है — यानी दो वक्त की रोटी भी मयस्सर नहीं।
- भारत की तुलना में पाकिस्तान की स्थिति बेहद कमजोर है। भारत ने जहां करोड़ों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला, वहीं पाकिस्तान अभी भी भीख के कटोरे पर निर्भर है।
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🤝 मित्र देशों और IMF के सामने बार-बार हाथ फैलाता पाकिस्तान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खुद माना कि जब वे किसी मित्र देश में जाते हैं, तो लोगों को लगता है कि वे पैसे मांगने आए हैं।
“पिछले 75 सालों से पाकिस्तान भीख का कटोरा लेकर घूम रहा है।” – शहबाज शरीफ
पाकिस्तान ने IMF, चीन, सऊदी अरब, UAE जैसे देशों से बार-बार राहत पैकेज मांगे हैं, लेकिन उसके आर्थिक हालत में सुधार नहीं हुआ।
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⚠️ कर्ज का इस्तेमाल विकास नहीं, आतंक में!
भारत ने कई बार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह मुद्दा उठाया है कि पाकिस्तान को जो विदेशी सहायता और कर्ज मिलता है, उसका इस्तेमाल वह:
- आतंकवाद फैलाने,
- भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने,
- और चरमपंथी संगठनों को फंडिंग देने में करता है।
यह बात खुद पाकिस्तान के कई भूतपूर्व अधिकारियों ने भी स्वीकार की है।
📌 निष्कर्ष: क्या कर्ज के नीचे दबकर बिक जाएगा पाकिस्तान?
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