Header Ads

ad728
  • Latest Stories

    💸 भीख और कर्ज की आदत ने तबाह कर दी पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था: 2025 के आर्थिक सर्वे से हुआ खुलासा

    💸 भीख और कर्ज की आदत ने तबाह कर दी पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था: 2025 के आर्थिक सर्वे से हुआ खुलासा



     We News 24 | रिपोर्ट: वरिष्ठ पत्रकार ,दीपक कुमार 


    "पड़ोसी देश पाकिस्तान अब अपने ही कर्ज में डूबकर दम तोड़ रहा है।"

    जी हां, पाकिस्तान की मौजूदा आर्थिक स्थिति पर खुद पाकिस्तान सरकार ने 2024-25 के आर्थिक सर्वेक्षण में जो आंकड़े पेश किए हैं, वे किसी भी देश के लिए गंभीर चेतावनी हैं।
    देश पर 76 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपये का कर्ज चढ़ चुका है — यह अब तक का सबसे बड़ा कर्ज आंकड़ा है।


    📊 आर्थिक सर्वे में क्या खुलासा हुआ?

    पाकिस्तान के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने 9 जून 2025 को अपना आर्थिक सर्वे पेश किया।
    इसमें बताया गया कि:

    1. 31 मार्च 2025 तक पाकिस्तान पर कुल 76,007 अरब पाकिस्तानी रुपये (यानी 76 ट्रिलियन) का कर्ज है।
    2. भारतीय रुपये में यह कर्ज 23.1 ट्रिलियन बनता है।
    3. अमेरिकी डॉलर में यह आंकड़ा करीब 269.3 अरब डॉलर है।
    4. सिर्फ पिछले 4 वर्षों में ही पाकिस्तान का कर्ज दोगुना हो गया।
    5. 2015 से अब तक, पाकिस्तान का कर्ज पांच गुना बढ़ चुका है।



    ये भी पढ़े-तुर्की की खतरनाक चाल: बांग्लादेश के जरिए भारत की 'गर्दन' पर वार की तैयारी?


    📉 GDP विकास दर गिरकर 2% से भी नीचे

    पाकिस्तान का आर्थिक प्रदर्शन भी गिरता जा रहा है।
    2025 की तिमाही दर तिमाही GDP ग्रोथ कुछ इस प्रकार रही:

    1. पहली तिमाही: 1.37%

    1. दूसरी तिमाही: 1.53%

    2. तीसरी तिमाही: 2.4%

    यह लगातार तीसरा साल है जब पाकिस्तान की विकास दर 3% से नीचे रही है।


    🧕 45% आबादी गरीबी में, 16.5% अत्यधिक गरीबी में

    विश्व बैंक और आर्थिक सर्वे के मुताबिक:

    1. पाकिस्तान की लगभग 45% जनता गरीबी रेखा के नीचे जीवन जी रही है।
    2. करीब 16.5% आबादी अत्यधिक गरीबी में है — यानी दो वक्त की रोटी भी मयस्सर नहीं।
    3. भारत की तुलना में पाकिस्तान की स्थिति बेहद कमजोर है। भारत ने जहां करोड़ों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला, वहीं पाकिस्तान अभी भी भीख के कटोरे पर निर्भर है।


    ये भी पढ़े-📢 इस्राइल-ईरान संघर्ष पर बोले मौलाना शहाबुद्दीन रजवी: "इस्लाम का टकराव हिंदुओं से नहीं, दमन से है"


    🤝 मित्र देशों और IMF के सामने बार-बार हाथ फैलाता पाकिस्तान

    पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खुद माना कि जब वे किसी मित्र देश में जाते हैं, तो लोगों को लगता है कि वे पैसे मांगने आए हैं।

    “पिछले 75 सालों से पाकिस्तान भीख का कटोरा लेकर घूम रहा है।” – शहबाज शरीफ

    पाकिस्तान ने IMF, चीन, सऊदी अरब, UAE जैसे देशों से बार-बार राहत पैकेज मांगे हैं, लेकिन उसके आर्थिक हालत में सुधार नहीं हुआ।


    ये भी पढ़े-बिहटा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का औद्योगिक दौरा: रोजगार, महिला सशक्तिकरण और कृषि निर्यात को मिला बढ़ावा


    ⚠️ कर्ज का इस्तेमाल विकास नहीं, आतंक में!

    भारत ने कई बार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह मुद्दा उठाया है कि पाकिस्तान को जो विदेशी सहायता और कर्ज मिलता है, उसका इस्तेमाल वह:

    1. आतंकवाद फैलाने,
    2. भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने,
    3. और चरमपंथी संगठनों को फंडिंग देने में करता है।

    यह बात खुद पाकिस्तान के कई भूतपूर्व अधिकारियों ने भी स्वीकार की है।


    📌 निष्कर्ष: क्या कर्ज के नीचे दबकर बिक जाएगा पाकिस्तान?

    आर्थिक स्थिति, विकास दर, गरीबी और कर्ज — चारों मोर्चों पर पाकिस्तान बुरी तरह विफल दिख रहा है।
    अगर कर्ज चुकाने की कोई ठोस योजना नहीं बनी, और विदेशी फंड का दुरुपयोग बंद नहीं हुआ, तो आने वाले वर्षों में पाकिस्तान आर्थिक गुलामी की ओर बढ़ सकता है।


    📲 ऐसी ही अंतरराष्ट्रीय खबरों और विश्लेषण के लिए पढ़ते रहें WE News 24

    📲  वी न्यूज 24 को फॉलो करें और हर खबर से रहें अपडेट!

    👉 ताज़ा खबरें, ग्राउंड रिपोर्टिंग, और निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए जुड़ें हमारे साथ।

    🆆🅴🅽🅴🆆🆂 24 डिजिटल डेस्क

    .com/img/a/ .com/img/a/ .com/img/a/ .com/img/a/ .com/img/a/

    कोई टिप्पणी नहीं

    कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद

    Post Top Ad

    ad728

    Post Bottom Ad

    ad728