एनएसएमसीएच में 32 वर्षीय युवक की विकृत चेहरे की दुर्लभ सर्जरी हुई सफल, चेहरा हुआ फिर से सामान्य
बिहटा से कलीम की रिपोर्ट
बिहटा: नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनएसएमसीएच), बिहटा के डेंटल विभाग की एक विशेषज्ञ चिकित्सकीय टीम ने एक 32 वर्षीय युवक के चेहरे की जटिल विकृति की सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम देकर एक नई मिसाल कायम की है।
यह मरीज पिछले दो साल से विभिन्न अस्पतालों के चक्कर काट रहा था, लेकिन कहीं से संतोषजनक इलाज नहीं मिल पाया था। अंततः, एनएसएमसीएच पहुंचने पर उसे सही उपचार मिल सका।
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कैसे शुरू हुई परेशानी?
मरीज के ऊपरी होंठ के पास चेहरे में विकृति थी, जिससे होंठ असामान्य रूप से ऊपर उठा हुआ था और नाक एक ओर झुकी हुई दिखाई देती थी। डेंटल विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने गहन जांच के बाद पाया कि इस विकृति का मुख्य कारण ऊपरी जबड़े में बनी एक सिस्ट (गांठ) थी, जिसकी वजह से चेहरे की हड्डी प्रभावित हो रही थी।
चुनौतीपूर्ण सर्जरी को किया सफल
डॉ. प्रत्यूष, डॉ. रौशन भट्ट, डॉ. श्रीतिका, डॉ. रागिनी और अन्य विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने इस जटिल केस को गंभीरता से लेते हुए सिस्ट को निकालने के लिए सर्जरी की योजना बनाई। सर्जरी चिकित्सकीय दृष्टिकोण से बेहद चुनौतीपूर्ण थी, क्योंकि चेहरे की संरचना के साथ छेड़छाड़ किए बिना इस गांठ को हटाना आसान नहीं था।
हालांकि, टीम के अथक प्रयास से सर्जरी को सफलता मिल गई और खास बात ये रही कि सर्जरी के बाद मरीज के चेहरे पर कोई निशान नहीं पड़ा तथा चेहरे की बनावट पूरी तरह सामान्य हो गई।
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क्या कहते हैं डॉक्टर?
इस मौके पर डॉ. प्रत्यूष ने बताया कि इस तरह की सर्जरी में जोखिम हमेशा बना रहता है, लेकिन हमारी टीम ने मरीज की स्थिति के अनुसार आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया ताकि उसे एक नया जीवन मिल सके।
नई उम्मीद, नया जीवन
एनएसएमसीएच में इस तरह के जटिल केस को सफलतापूर्वक हैंडल किए जाने से मरीज में नई उम्मीद जगी है, साथ ही अस्पताल के डेंटल विभाग की कुशलता पर भी मुहर लगी है।
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