World Bank Report: मोदी सरकार के 11 साल में गरीबी में ऐतिहासिक गिरावट, वर्ल्ड बैंक ने बताया 'बड़ी उपलब्धि'
✍️ संवाददाता : गौतम कुमार ,वी न्यूज 24
नई दिल्ली :- भारत में गरीबी को लेकर एक बेहद सकारात्मक रिपोर्ट सामने आई है। विश्व बैंक (World Bank) ने हाल ही में जारी आंकड़ों में बताया है कि भारत में बेहद गरीबी (Extreme Poverty) की दर में बीते एक दशक में ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई है। खास बात यह है कि यह गिरावट नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान देखने को मिली है, जिसे विश्व बैंक ने ‘बड़ी सफलता’ माना है।
📊 2011-12 में 27.1% से गिरकर 2022-23 में मात्र 5.3%
वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक, 2011-12 में भारत की लगभग 27.1% आबादी बेहद गरीबी में जीवन यापन कर रही थी, लेकिन 2022-23 तक यह आंकड़ा घटकर सिर्फ 5.3% रह गया। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि गरीबी रेखा की सीमा को अब बढ़ाकर 3 अमेरिकी डॉलर प्रतिदिन कर दिया गया है (2021 की कीमतों के आधार पर)।
यह बदलाव यह दर्शाता है कि भारत ने न सिर्फ अपने नागरिकों को गरीबी से बाहर निकाला है, बल्कि वैश्विक मानकों के अनुसार उनकी आर्थिक स्थिति भी सुधारी है।
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🏙️ ग्रामीण और शहरी गरीबी – दोनों में बड़ी गिरावट
ग्रामीण भारत में:
2011-12: 18.4%
2022-23: 2.8%
शहरी भारत में:
2011-12: 10.7%
2022-23: 1.1%
इसका सीधा असर यह पड़ा कि ग्रामीण और शहरी गरीबी का अंतर घटकर मात्र 1.7% रह गया, जो पहले 7.7% था।
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🍚 मुफ्त राशन योजना बनी Game Changer
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि मोदी सरकार की मुफ्त और रियायती खाद्यान्न योजना (PM Garib Kalyan Anna Yojana) ने इस बदलाव में अहम भूमिका निभाई है। इस स्कीम ने खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आर्थिक स्थिति को स्थिर किया और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की, जिससे गरीबी के आंकड़ों में भारी सुधार देखा गया।
📉 एक दशक में 17 करोड़ लोग गरीबी से बाहर
विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दस सालों में 17.1 करोड़ लोग अत्यधिक गरीबी रेखा से ऊपर उठ चुके हैं। ये आंकड़ा दर्शाता है कि भारत दुनिया के सबसे तेजी से गरीबी कम करने वाले देशों में से एक बन गया है।
🌍 वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भी बना भारत का ग्रोथ पथ
रिपोर्ट में यह भी माना गया है कि भले ही भारत की जीडीपी अब भी महामारी-पूर्व स्तर से लगभग 5% नीचे है, लेकिन 2027-28 तक भारत की वृद्धि दर संभावित स्तर पर लौट सकती है, बशर्ते वैश्विक जोखिमों को नियंत्रित किया जाए।
हालांकि, नकारात्मक जोखिम अभी भी मौजूद हैं – जैसे:
वैश्विक व्यापार में तनाव
निर्यात मांग में गिरावट
निवेश बहाली में देरी
🔚 निष्कर्ष: भारत ने गरीबी के खिलाफ जंग में रचा इतिहास
भारत की गरीबी घटाने की कहानी सिर्फ सरकारी नीतियों की सफलता नहीं, बल्कि एक विकासशील देश से उभरती महाशक्ति की पहचान बन गई है। विश्व बैंक की यह रिपोर्ट मोदी सरकार के 11 साल के कार्यकाल में लिए गए निर्णयों का प्रमाण है कि सही रणनीति, योजनाएं और लक्ष्य निर्धारण से असंभव को संभव बनाया जा सकता है।
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