पुट्टू खान हत्याकांड में BJP नेता देवेंद्र साह समेत 6 फरार आरोपियों के खिलाफ कोर्ट की बड़ी कार्रवाई!
✍️ स्थानीय संवाददाता रिपोर्टिंग: सीतामढ़ी | We News 24
सीतामढ़ी, बिहार: सीतामढ़ी में ज़मीन कारोबारी वासिम खान उर्फ़ पुट्टू खान की हत्या ने पूरे जिले को हिला कर रख दिया। अब इस हत्याकांड में एक नया मोड़ सामने आया है — कोर्ट ने फरार BJP नेता और पूर्व जिप उपाध्यक्ष देवेंद्र साह समेत 6 आरोपियों के खिलाफ इश्तेहार (CrPC 82) जारी कर दिया है। आज पुलिस ढोल-नगाड़ों के साथ सभी आरोपियों के घरों पर इश्तेहार चिपकाएगी।
मेहसौल चौक, वार्ड नंबर-23 निवासी पुट्टू खान की हत्या के मामले में बचे हुए 6 फरार आरोपियों पर गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका है। अनुसंधानकर्ता थानाध्यक्ष फेराज हुसैन ने कोर्ट से इजाज़त लेकर इस दिशा में तगड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है।
👉 सूत्रों के मुताबिक, फरार आरोपित नेपाल भाग चुके हैं या फिर किसी दूसरे राज्य में छिपे हो सकते हैं। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन पुलिस ने नेपाल बॉर्डर समेत संभावित ठिकानों पर छापेमारी तेज कर दी है।
📌 अगर आरोपित कोर्ट या पुलिस के सामने आत्मसमर्पण नहीं किया , तो पुलिस CrPC धारा 83 के तहत कुर्की-जब्ती की कार्रवाई शुरू कर दी और आज आज पुलिस ढोल-नगाड़ों के साथ सभी आरोपियों के घरों पर इश्तेहार चिपकाएगी।
🎥 हत्या से पहले पुट्टू खान का वीडियो बयान:
मृतक वासिम खान ने हत्या से ठीक पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया था, जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा:
"यह मेरा आखिरी बयान है। अगर मेरी हत्या होती है तो इसके ज़िम्मेदार बीजेपी नेता देवेंद्र साह समेत छह लोग होंगे।"
यह वीडियो अब जांच और न्यायिक प्रक्रिया में महत्वपूर्ण सबूत के रूप में देखा जा रहा है।
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🧑⚖️ कानूनी प्रक्रिया और इश्तेहार की भूमिका:
भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 82 (CrPC) के अंतर्गत, यदि कोई आरोपी वारंट जारी होने के बावजूद जानबूझकर अदालत के समक्ष पेश नहीं होता है, तो कोर्ट उसे "प्र proclaimed offender" घोषित करने की प्रक्रिया शुरू करती है।
इश्तेहार चिपकाना इस प्रक्रिया का पहला सार्वजनिक चरण है।
🎙️ देवेंद्र साह की सफाई:
BJP नेता देवेंद्र साह ने भी एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा:
"मैं बेगुनाह हूं, मुझे राजनीतिक कारणों से फंसाया जा रहा है। मैं पटना में हूं और कानूनी सलाह ले रहा हूं।"
लेकिन सवाल यह है कि अगर वे निर्दोष हैं तो कोर्ट में सरेंडर क्यों नहीं कर रहे?
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🔥 राजनीतिक संरक्षण का आरोप:
स्थानीय लोगों का दावा है कि देवेंद्र साह को सीतामढ़ी के मौजूदा सांसद सुनील कुमार (देवेश चंद्र ठाकुर) का संरक्षण प्राप्त है। आरोप है कि देवेंद्र साह शायद कहीं “छिपे” हुए हैं और प्रशासन जानबूझकर कार्रवाई नहीं कर रहा।
💰 हत्या में पैसों का विवाद या गैंगवार?
हत्या के बाद एक कथित गैंगस्टर राकेश यादव के नाम से चिट्ठी वायरल हुई, जिसमें लिखा था:
“पुट्टू खान ने नंदकिशोर यादव का 45 लाख रुपये नहीं लौटाया था। यह हत्या उसी का बदला है।”
अब बड़ा सवाल ये है —
क्या ये चिट्ठी असली है या जांच को भटकाने का प्रयास?
क्या यह गैंगवार का मामला है या फिर जमीन व पैसों से जुड़ा राजनीतिक षड्यंत्र?
🧩 जांच के सामने खड़े सवाल:
क्या पुट्टू खान का वीडियो dying declaration माना जा सकता है?
क्या देवेंद्र साह और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर प्रशासन इच्छुक है?
क्या गैंगस्टर की चिट्ठी जांच को भ्रमित करने की साज़िश है?
🕯️ जनता की पुकार:
सीतामढ़ी की जनता पूछ रही है —
"जब एक मरता हुआ इंसान खुद अपने कातिलों के नाम बता गया, तो कोर्ट और पुलिस को और क्या चाहिए?"
"कब तक राजनीतिक रसूख वाले आरोपी कानून से बचते रहेंगे?"
📢 We News 24 की अपील:
हमारी टीम न्याय प्रक्रिया पर पूरा भरोसा रखती है, लेकिन साफ़ और निष्पक्ष जांच ही न्याय का आधार है।
न सरकार, न विपक्ष — इंसाफ सिर्फ सबूतों और हकीकत पर होना चाहिए।
📌 आगे क्या होगा?
यदि आरोपी कोर्ट में पेश नहीं होते हैं, तो अगला कदम धारा 83 CrPC (सम्पत्ति कुर्की) हो सकता है।
पुट्टू खान के परिवार को गवाह सुरक्षा दी जानी चाहिए, क्योंकि उन्होंने खुलकर बयान दिए हैं।
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