सीतामढ़ी में दिनदहाड़े प्रॉपर्टी डीलर वसीम खान की हत्या: अंतिम बयान में 7 लोगों पर हत्या की साजिश का आरोप
रिपोर्ट: We News 24 ब्यूरो | सीतामढ़ी | 13 जुलाई 2025
बिहार के सीतामढ़ी जिले में शनिवार सुबह एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई, जब मेहसौल चौक के गली में प्रॉपर्टी डीलर वसीम खान उर्फ पुटू खान की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उन्हें तीन गोलियां मारी गईं, और यह पूरी घटना CCTV कैमरे में भी रिकॉर्ड हुई है।
📹 मृतक का अंतिम वीडियो बयान: "अगर मुझे कुछ होता है, तो ये लोग जिम्मेदार होंगे"
हत्या से कुछ समय पहले वसीम खान ने एक वीडियो रिकॉर्ड किया था, जिसमें उन्होंने साफ कहा कि उनकी हत्या की साजिश रची जा रही है और अगर उन्हें कुछ होता है, तो उसके जिम्मेदार ये लोग होंगे:
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मो. असगर हुसैन अंसारी, पिता शोकत कंचोर – पूर्व मुखिया
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मो. नासिर अहमद उर्फ अलाल, पिता उस्मान मियां – निवासी शिवहर
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देवेंद्र साह, पिता भूटन साह – पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष, डुमरा प्रखंड
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धनंजय कुमार, पिता कैलाश राय – निवासी रमनगरा, सीतामढ़ी
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अजीजुल रहमान खान, पिता हफिजुल रहमान – मेहसौल चौक
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इजाद साह, परोरी पुल – जिनकी कपड़े की दुकान पर साजिश रची गई
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विमलेश झा, निवासी परसौनी – देवेंद्र साह का खास सहयोगी
वसीम खान ने अपने बयान में कहा:
"मैं पूर्ण होशोहवास में कह रहा हूं, मेरी हत्या की ज़िम्मेदारी इन्हीं सात लोगों की होगी।""देवेंद्र साह ने हमारा बहुत पैसा हड़प लिया है।""इजाद साह की दुकान पर ही सुपारी किलर को बुलाया गया था।"
अब सवाल ये उठता है कि क्या सीतामढ़ी पुलिस इस वीडियो बयान को FIR का हिस्सा बनाएगी? और अगर ये बयान पहले से पुलिस के पास था, तो सुरक्षा क्यों नहीं दी गई?
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🧨 हत्या के बाद सड़क जाम और आक्रोश: दो बार रोका गया ट्रैफिक
हत्या के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने वसीम खान के शव को मेहसौल चौक पर रखकर प्रदर्शन किया। भीड़ ने सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
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शनिवार रात को हुआ पहला जाम, मौके पर SP अमित रंजन पहुंचे
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रविवार सुबह फिर से दो घंटे तक सड़क जाम रहा
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पुलिस ने बड़ी मुश्किल से समझाकर भीड़ को हटाया
स्थानीय निवासी तौकीर अहमद उर्फ सिकंदर ने कहा कि:
“अपराधियों को पहचान कर एनकाउंटर करना चाहिए। धमकियाँ खुलेआम दी जा रही हैं कि ‘तुम्हें घर के पास मारेंगे।’ यह सीधा पुलिस के लिए चुनौती है।”
सदाम हुसैन ने कहा कि
“जिस इलाके के चारों ओर थाने और पुलिस चौकियां हैं, वहां ऐसी घटना होना पुलिस की विफलता है।”
📊 बाजार में डर का माहौल, व्यापारी समुदाय डरा-सहमा
🧠 We News 24 की संपादकीय टिप्पणी:
क्या बिहार में सच बोलना और आर्थिक लेन-देन पर सवाल उठाना जानलेवा हो गया है?
जब एक नागरिक अपने ऊपर संभावित खतरे की वीडियो गवाही पुलिस को पहले से दे चुका था, तब सुरक्षा क्यों नहीं दी गई?
❝अगर RJD के समय को "जंगलराज" कहा जाता था, तो क्या नीतीश कुमार की सरकार में यह "सुनियोजित अराजकता" नहीं है?❞
सीतामढ़ी, पटना, बेगूसराय – हर जिले में लगातार व्यापारी, व्यवसायी या सामान्य नागरिकों की सरेआम हत्या हो रही है। क्या यही है "सुशासन बाबू" का बिहार मॉडल?
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