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    दिल्ली: 10 साल बाद लौटे पति ने साधु के भेष में की पत्नी की हत्या, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज


    फटाफट पढ़े 

    खबर का सार : दक्षिण दिल्ली के नेब सराय में 50 वर्षीय किरण झा की उनके पति प्रमोद झा ने हथौड़े से हत्या कर दी। प्रमोद, जो 10 साल बाद बिहार के मुंगेर से साधु के भेष में दिल्ली आया था, ने पूर्व नियोजित हमले में यह वारदात की। किरण पिछले 10 साल से अपने पति से अलग रह रही थीं और अपने बेटे, बहू, और पोती के साथ रहती थीं। सीसीटीवी फुटेज में प्रमोद को रात 12:50 बजे घर से निकलते देखा गया। पुलिस ने हथियार बरामद कर लिया है और आरोपी की तलाश में जुट गई है।

    दिल्ली: 10 साल बाद लौटे पति ने साधु के भेष में की पत्नी की हत्या, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज



    प्रकाशित: 08 अगस्त 2025, 06:50 IST

    📝We News 24 :डिजिटल डेस्क » रिपोर्टिंग सूत्र / प्रियंका जायसवाल 


    नई  दिल्ली :-  दक्षिण दिल्ली के नेब सराय इलाके में एक सनसनीखेज हत्याकांड ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। एक व्यक्ति ने कथित तौर पर अपनी पत्नी की हथौड़े से बेरहमी से हत्या कर दी। मृतका की पहचान किरण झा (50 वर्ष) के रूप में हुई है, जो पेशे से मरीजों की देखभाल करती थीं। आरोपी, उनका पति प्रमोद झा उर्फ पप्पू (60 वर्ष), जो साधु के भेष में घर में दाखिल हुआ था, हत्या के बाद फरार हो गया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसकी पहचान की और तलाश शुरू कर दी है।


    घटना का विवरण

    पुलिस को बुधवार तड़के सुबह 4:09 बजे एक पीसीआर कॉल के माध्यम से हत्या की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि किरण झा अपने घर में खून से लथपथ पड़ी थीं। उनकी बहू, कमल झा, ने उन्हें इस हालत में देखा और तुरंत पड़ोसियों और पुलिस को सूचित किया। प्राथमिक जांच में पता चला कि हत्या का हथियार एक हथौड़ा था, जो कमरे से ही बरामद हुआ।



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    दिल्ली पुलिस के डीसीपी (दक्षिण) अंकित चौहान ने बताया, "यह एक पूर्व नियोजित हमला था। आरोपी प्रमोद झा 1 अगस्त को बिहार के मुंगेर जिले के चिड़ियाबाद, जमालपुर गांव से दिल्ली आया था। वह साधु के भेष में घर में दाखिल हुआ ताकि परिवार वालों को भ्रमित कर सके।"


    दस साल की जुदाई और घरेलू हिंसा का इतिहास

    पुलिस और परिवार वालों के अनुसार, किरण और प्रमोद पिछले 10 सालों से अलग-अलग रह रहे थे। किरण ने अपने पति से बार-बार घरेलू हिंसा का सामना करने के बाद दिल्ली में अपने बेटे दुर्गेश झा, बहू कमल झा, और पोती के साथ नई जिंदगी शुरू की थी। दुर्गेश वर्तमान में दरभंगा, बिहार में एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी में काम करता है और घटना के समय दिल्ली में मौजूद नहीं था।


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    किरण की बेटी रोमा ने पुलिस को बताया, "मेरी मां ने पिता की हिंसा की वजह से उन्हें छोड़ दिया था। दो महीने पहले हम एक अंतिम संस्कार के लिए बिहार गए थे, जहां पिता ने हिंसा छोड़ने का दिखावा किया था। लेकिन मंगलवार-बुधवार की रात को, जब मां ने उनके साथ बिहार वापस जाने से इनकार किया, तो उन्होंने उनकी हत्या कर दी।"


    सीसीटीवी फुटेज और पुलिस जांच

    दिल्ली सरकार द्वारा लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में प्रमोद झा को रात 12:50 बजे घर से कपड़े बदलकर निकलते हुए देखा गया। पुलिस ने घटनास्थल को क्राइम सीन घोषित कर फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम को साक्ष्य एकत्र करने के लिए बुलाया। हत्या में इस्तेमाल हथौड़ा कमरे से बरामद किया गया है।


    डीसीपी अंकित चौहान ने कहा, "हमने रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर टीमें तैनात की हैं। आरोपी की तलाश के लिए कई सुरागों पर काम किया जा रहा है।"


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    हत्या का मकसद

    प्रारंभिक जांच में पता चला कि प्रमोद झा की कोई स्थिर आय नहीं थी और उसने अपनी पैतृक संपत्ति बेच दी थी। वह किरण पर बिहार वापस लौटने और पैसे कमाने के लिए दबाव डाल रहा था, जिसे किरण ने ठुकरा दिया। यह अस्वीकृति ही हत्या का कारण बनी।


    सामाजिक और कानूनी परिप्रेक्ष्य

    यह घटना घरेलू हिंसा और महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दों को फिर से उजागर करती है। किरण झा ने हिंसा से बचने के लिए अपने पति से दूरी बनाई थी, लेकिन दस साल बाद भी वह सुरक्षित नहीं रहीं। यह मामला समाज में जागरूकता और कठोर कानूनी कदमों की आवश्यकता को रेखांकित करता है।



    हमारी राय: यह हृदयविदारक घटना घरेलू हिंसा के गंभीर परिणामों को दर्शाती है। किरण झा ने हिंसा से बचने के लिए एक नई जिंदगी शुरू की थी, लेकिन उनकी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो सकी। यह समाज और प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सीसीटीवी फुटेज का उपयोग सराहनीय है, लेकिन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता और सामाजिक बदलाव जरूरी है। 



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