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    7 दिन में माफी या हलफनामा’: राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ आरोप पर चुनाव आयोग के 5 बड़े तर्क

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    फटाफट पढ़े 

    खबर का सार : मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने 17 अगस्त 2025 को राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ आरोपों को निराधार बताया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने SIR को पारदर्शी और कानूनी प्रक्रिया करार दिया, विपक्ष से गलत सूचना न फैलाने की अपील की। CEC ने राहुल से 7 दिनों में हलफनामा देने या माफी मांगने को कहा, और स्पष्ट किया कि आयोग सभी दलों के साथ समान व्यवहार करता है। 

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    📝We News 24 :डिजिटल डेस्क » प्रकाशित: 17 अगस्त 2025, 16:10 IST

    रिपोर्टिंग : काजल कुमारी 

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    नई दिल्ली,  लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और ‘वोट चोरी’ के आरोपों पर मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कड़ा जवाब दिया। उन्होंने आरोपों को निराधार बताते हुए विपक्ष से गलत सूचना फैलाने से बचने की अपील की। साथ ही, राहुल गांधी से 7 दिनों में हलफनामा दाखिल करने या देश से माफी मांगने की मांग की।


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    ज्ञानेश कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस की 5 बड़ी बातें

    ‘वोट चोरी’ के आरोप निराधार: CEC ने डबल वोटिंग और ‘वोट चोरी’ के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का उद्देश्य मतदाता सूची की कमियों को दूर करना है। सभी हितधारक पारदर्शी तरीके से इसे सफल बनाने में जुटे हैं।


    SIR पर गलत सूचना का खंडन: विपक्ष द्वारा SIR की समयसीमा पर सवाल उठाने पर कुमार ने कहा कि यह दावा गलत है कि SIR जल्दबाजी में किया गया। प्रत्येक चुनाव से पहले मतदाता सूची को अपडेट करना चुनाव आयोग का कानूनी दायित्व है।



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    राजनीतिक दलों से अपील: CEC ने कहा, “कुछ दल और नेता बिहार में SIR पर गलत सूचना फैला रहे हैं। वे चुनाव आयोग के कंधे पर बंदूक रखकर निशाना साध रहे हैं। हम सभी दलों से मसौदा मतदाता सूची पर दावे और आपत्तियां दर्ज करने का आग्रह करते हैं। इसके लिए अभी 15 दिन बाकी हैं।”

    समान व्यवहार का दावा: ज्ञानेश कुमार ने स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के बीच भेदभाव नहीं करता। बूथ स्तर के अधिकारी और एजेंट पारदर्शी तरीके से काम कर रहे हैं, और आयोग के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं।

    संविधान का अपमान: CEC ने चेतावनी दी कि अगर 45 दिनों के भीतर चुनाव याचिकाएं दायर नहीं की जातीं, लेकिन ‘वोट चोरी’ जैसे आरोप लगाए जाते हैं, तो यह भारतीय संविधान का अपमान है। उन्होंने कहा कि आयोग और मतदाता ऐसे निराधार आरोपों से नहीं डरते।

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    चुनाव आयोग का कड़ा रुख

    ज्ञानेश कुमार ने राहुल गांधी के आरोपों को गंभीरता से लेते हुए कहा कि या तो वे 7 दिनों में अपने दावों के समर्थन में हलफनामा दाखिल करें या देश से माफी मांगें। उन्होंने जोर देकर कहा कि चुनाव आयोग किसी भी राजनीतिक दबाव में नहीं झुकेगा और सभी मतदाताओं के हितों की रक्षा करेगा।


    बिहार में सियासी हलचल

    राहुल गांधी ने बिहार में शुरू की गई ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान SIR के जरिए ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र में 1 करोड़ नए वोटर जोड़े गए, जिसका फायदा BJP को मिला। इन आरोपों ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सियासी माहौल को गरमा दिया है।

    चुनाव आयोग की यह प्रेस कॉन्फ्रेंस विपक्ष के आरोपों का जवाब देने और मतदाता सूची पुनरीक्षण की पारदर्शिता को रेखांकित करने का प्रयास है। बिहार की ताजा राजनीतिक खबरों के लिए हमारे न्यूज पोर्टल से जुड़े रहें।


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