अमेठी हादसा: पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर कार-ट्रक टक्कर, तीन की मौत, परखच्चे उड़े
सारांश: अमेठी के बाजारशुकुल में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर कार-ट्रक टक्कर में तीन की मौत। तेज रफ्तार और कम दृश्यता संभावित कारण। पुलिस जांच कर रही है, और जेन Z #AmethiAccident पर सड़क सुरक्षा की मांग कर रहा है।
📝We News 24 :डिजिटल डेस्क »लेखक: रिया शर्मा, संवाददाता
हादसे का विवरण
पुलिस के अनुसार, गाजीपुर से लखनऊ जा रहा एक ट्रक पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के 60.1 किलोमीटर पॉइंट पर कैंटीन के पास मुड़ रहा था। उसी समय, पीछे से तेज रफ्तार में आ रही एक ब्रेजा कार ने ट्रक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन कार सवारों की हालत देखकर सभी स्तब्ध रह गए।
घटना में घायल तीन लोगों—कानपुर के बर्रा निवासी अर्पित विश्वकर्मा, लखनऊ के पराग डेयरी निवासी विमल पांडे, और विनय दुबे—को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बाजारशुकुल थानाध्यक्ष अभिनेष कुमार ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को एक्सप्रेसवे से हटा दिया गया है, और मृतकों के परिवारों को सूचित कर दिया गया है। तहरीर मिलने पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर होने वाली कई दुर्घटनाओं की कड़ी में एक और दुखद घटना है। विशेषज्ञों का कहना है कि तेज रफ्तार, थकानवश चालकों की लापरवाही, और रात के समय कम दृश्यता इस तरह के हादसों का प्रमुख कारण हैं। स्थानीय निवासी रमेश यादव ने कहा, "एक्सप्रेसवे पर रात में ट्रकों की रफ्तार और अचानक मोड़ लेना खतरनाक हो जाता है। प्रशासन को सख्ती करनी चाहिए।"
प्रशासन की कार्रवाई
थानाध्यक्ष अभिनेष कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और कम दृश्यता को हादसे का कारण माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) को भी सूचित किया गया है, ताकि एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया जा सके। विशेषज्ञ सुझाव दे रहे हैं कि रात में ट्रकों की गति सीमा और चालक प्रशिक्षण पर ध्यान देना जरूरी है।
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